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2023.01.04 जैक्स-लुई-डेविड द्वारा बनाई गई संत पापा पियुस सप्तम की तस्वीर  2023.01.04 जैक्स-लुई-डेविड द्वारा बनाई गई संत पापा पियुस सप्तम की तस्वीर  

आखिरी बार एक पोप ने अपने पूर्ववर्ती का अंतिम संस्कार 1802 में मनाया

पिछली बार एक संत पापा ने अपने पूर्ववर्ती के अंतिम संस्कार समारोह का अनुष्ठान किया था, जैसा कि संत पापा फ्राँसिस गुरुवार, 5 जनवरी को करेंगे, संत पापा पियुस सप्तम ने 1802 में पियुस षष्टम का अंतिम संस्कार किया था।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 04 जनवरी 2023 (वाटिकन न्यूज) : यह समझा जा सकता है कि संत पापा फ्राँसिस द्वारा सेवानिवृत संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें के अंतिम संस्कार धर्मविधि को आधुनिक समय में कलीसिया के इतिहास में कुछ अभूतपूर्व के रूप में प्रस्तुत किया गया है।

निर्विवाद रूप से अभूतपूर्व, संत पापा रात्ज़िंगर का इस्तीफा था, जो उम्र के कारणों से प्रेरित था और शारीरिक और मानसिक शक्ति की कमी के कारण ज़िम्मेदारियों को बनाए रखने में सक्षम नहीं था और परमाध्यक्षीय जिम्मेदारियों से जुड़ी प्रतिबद्धताओं का बोझ था।

लेकिन दफनाने से पहले अपने पूर्ववर्ती के शरीर को आशीर्वाद देने वाला परमाध्यक्षीय पद पर आसीन संत पापा एक तथ्य है जो कलीसिया के दो हजार साल के इतिहास के संदर्भ में एक हालिया मिसाल है।

यह फरवरी 1802 में हुआ, जव संत पेत्रुस महागिरजाघर में दिवंगत संत पापा पियुस षष्टम के  अंतिम संस्कार की धर्मविधि का अनुष्ठान उनके उत्तराधिकारी संत पापा पियुस सप्तम ने की। संत पापा पियुस षष्टम (जियानएंजेलो ब्रास्की) का जन्म 1717 ई. में सेसेना में हुआ और मृत्यु वैलेंस में सन् 1799ल ई. को हुआ। वे सन् 1775 ई. में परमाध्यक्ष चुने गये और एक लंबे कार्यकाल के बाद नेपोलियन के एक कैदी के रुप में फ्रांस निर्वासन में उनकी मृत्यु हो गई।

उनकी मृत्यु के तुरंत बाद वेलेंस में अंतिम संस्कार किया गया, जबकि 'नोवेंडियालिस' (एक सम्मेलन से पहले नौ दिन का शोक) वेनिस में आयोजित किया गया था, जहां कार्डिनल एक उत्तराधिकारी का चुनाव करने के लिए एकत्र हुए थे।

संत पापा पियुस सप्तम, जो 14 मार्च 1800 को  परमाध्यक्ष चुने गए थे, चाहते थे कि उनके पूर्ववर्ती के अवशेषों को रोम वापस लाया जाए। उन्हें दिसंबर 1801 में कब्र से निकाला गया और वैलेंस से मार्सिले और वहां से जहाज से जेनोआ तक की यात्रा की। इटली में उतरने के बाद, निर्वासित परमाध्यक्ष के पार्थिव शरीर ने एक विजयी तीर्थयात्रा शुरू की, उनके प्रत्येक पड़ाव पर अंतिम संस्कार मनाया गया। 17 फरवरी 1802 को, "रोम में शानदार विजयी प्रवेश" हुआ। सभी कार्डिनल ने पोंटे मिल्वियो में संत पापा के अवशेषों का स्वागत किया और संत पापा पियुस सप्तम ने संत पेत्रुस महागिरजाघऱ में अंतिम संस्कार समारोह मनाया।

संत पापा पियुस षष्टम के अवशेष, हृदय और "प्रीकोर्डियम" (हृदय के चारों ओर वक्ष गुहा के अंगों और शारीरिक संरचनाओं के लिए प्राचीन नाम, स्नेह, भावनाओं और संवेदनशीलता का आसन माना जाता है) पेरिस सरकार के स्पष्ट अनुरोध पर, 1802 में वैलेंस वापस लाया गया, जो फ़्रांस में विभिन्न पड़ावों सहित एक लंबी वापसी यात्रा थी। लेकिन 1811 में हृदय एक बार फिर रोम लौट आया।

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04 January 2023, 15:37