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"अंतरधार्मिक रूप से मुलाकात की संस्कृति का निर्माण करतीं महिलाएँ" सम्मेलन के प्रतिभागियों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस "अंतरधार्मिक रूप से मुलाकात की संस्कृति का निर्माण करतीं महिलाएँ" सम्मेलन के प्रतिभागियों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस   (Vatican Media)

पोप : महिलाओं और बालिकाओं की प्रतिष्ठा की रक्षा हो

संत पापा फ्राँसिस ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन "अंतरधार्मिक रूप से मुलाकात की संस्कृति का निर्माण करतीं महिलाएँ" के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए महिलाओं और बालिकाओं की गरिमा की रक्षा करने एवं उनकी देखभाल करने के महत्व पर प्रकाश डाला।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा फ्राँसिस ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन "अंतरधार्मिक रूप से मुलाकात की संस्कृति का निर्माण करतीं महिलाएँ"

के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए महिलाओं और बालिकाओं की गरिमा की रक्षा करने एवं उनकी देखभाल करने के महत्व पर प्रकाश डाला।

बृहस्पतिवार को वाटिकन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, अंतरधार्मिक रूप से मुलाकात की संस्कृति का निर्माण करतीं महिलाएँ" में संत पापा ने महिलाओं और बालिकाओं की प्रतिष्ठा को बढ़ावा दिये जाने एवं उसकी रक्षा किये जाने पर जोर दिया।

सम्मेलन का आयोजन काथलिक महिला संगठनों के विश्व संघ द्वारा 25-27 जनवरी 2023 को रोम के परमधर्मपीठीय उर्बानियन विश्वविद्यालय में अंतरधार्मिक संवाद विभाग के सहयोग से किया गया है।

संत पापा ने उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि "दुनिया भर के बारह धर्मों के अनुयायियों का एक साथ आना और हमारी घायल दुनिया में शांति और समझ को बढ़ावा देने हेतु मुलाकात एवं संवाद से संबंधित महत्वपूर्ण सवालों पर चर्चा करना आम बात नहीं है।"

"आपका सम्मेलन महिलाओं के अनुभवों और दृष्टिकोणों को सुनने के लिए समर्पित है, जो इसलिए भी अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि शांति की हमारी खोज में महिलाओं को अधिक शामिल होना चाहिए। क्योंकि महिलाएँ दुनिया को देखभाल और जीवन प्रदान करती हैं: वे स्वयं शांति की ओर एक मार्ग हैं।”

संत पापा ने उन्हें अपने महत्वपूर्ण कार्यों को एक साथ जारी रखने, अंतर्दृष्टि और सर्वोत्तम अभ्यासों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया।

काथलिक कलीसिया की प्रतिबद्धता

संत पापा ने कहा, "काथलिक कलीसिया अंतरधार्मिक वार्ता के लिए प्रतिबद्ध है और अन्य धार्मिक परम्परा का अनुसरण करनेवालों के साथ समझदारी एवं सहयोग को बढ़ाने की कोशिश कर रही है।"  उन्होंने कहा कि हरेक के पास अपनी परम्परा से दुनिया को देने के लिए प्रज्ञा है जिसको वह सौहार्द, चंगाई और भाईचारा के रूप में दे सकता है।  

उन्होंने सम्मेलन को उनकी धार्मिक परंपराओं के नारी पहलुओं कू पुनः खोज करने और मुलाकात की संस्कृति को सहयोग देने हेतु ऊर्जा समर्पित करने के लिए धन्यवाद दिया।

संत पापा ने जोर देकर कहा कि मुलाकात की गतिविधि दुर्लभ होती जा रही है, इसका अभ्यास "आपके परिवारों, समुदायों और समाजों के लिए सबसे बड़ा उपहार है।"

महिलाओं और बालिकाओं की प्रतिष्ठा को बढ़ावा देना

संत पापा ने उन्हें अपने महत्वपूर्ण कार्यों को एक साथ जारी रखने, अंतर्दृष्टि और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने का प्रोत्साहन दिया। उन्होंने कहा, "मैं विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों की गरिमा को बढ़ावा देने के लिए आपकी प्रतिबद्धता और प्रयास के लिए आपका आभारी हूँ।"

संत पापा फ्राँसिस ने उनकी उपस्थिति के लिए उन्हें फिर से धन्यवाद देते हुए उनके महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ अर्पित की।

 

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26 January 2023, 17:02