पोप ने म्यांमार, पेरू और यूक्रेन में हिंसा की निंदा की
उषा मनोरमा तिरकी-वाटकिन सिटी
रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एकत्रित विश्वासियों के साथ देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने म्यांमार में हो रही विध्वांसकारी घटनाओं के लिए दुःख व्यक्त किया, खासकर, पूजा स्थलों में हो रहे हमलों के लिए। जहाँ कुछ ही दिनों पहले चान थार में स्वर्गारोहण की माता मरियम के काथलिक गिरजाघर को ध्वस्त कर दिया गया है। यह देश में सबसे पुराना और महत्वपूर्ण पूजास्थलों में से एक था।
संत पापा ने कहा कि वे नागरिकों के करीब हैं जो कई शहरों में बुरी तरह पीड़ित है। उन्होंने प्रार्थना की कि संघर्ष का शीघ्र अंत हो जाए तथा क्षमाशीलता, प्रेम और शांति द्वारा एक नये समय की शुरूआत हो। तब संत पापा ने प्राँगण में उपस्थित सभी विश्वासियों को म्यांमार के लिए प्रणाम मरिया प्रार्थना करने हेतु आमंत्रित किया।
म्यांमार में हिंसा
म्यांमार में सैनिकों द्वारा काथलिक गिरजाघर को नष्ट किये जाने और अन्य स्थलों पर हमला करने के खिलाफ म्यांमार के धर्मगुरूओं, यांगोन के कार्डिनल चार्ल्स बो ने शांति के लिए एक जोरदार अपील की है, तथा आग्रह किया है कि सभी लोगों को शांति की तीर्थयात्रा करने की आवश्यकता है।
लोकतांत्रिक प्रणाली द्वारा सरकार के चुनाव का 2021 में सैन्य तख्तापलट के बाद से ही देश में तनाव जारी है, जिसको राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से बहुत पीड़ा सहना पड़ा है और वहाँ लगातार हिंसा हो रहे हैं। तख्तापलट के बाद से ही लगातार गिरफ्तारियाँ और हत्याएँ जारी हैं।
पेरू, यूक्रेन और कैमरून के लिए अपील
संत पापा ने यूक्रेन और पेरू में हो रही हिंसा की भी निंदा की जबकि उन्होंने कैमरून के लिए उम्मीद जतायी कि शांति हेतु आगे कदम बढ़ाया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि वे पेरू की जटिल परिस्थिति से चिंतित हैं, और उन्होंने संकट के शांतिपूर्ण समाधान हेतु वार्ता की अपील की। संत पापा ने पेरू के धर्माध्यक्षों के साथ मिलकर अपनी आवाज उठाते हुए कहा, "हिंसा को नहीं, चाहे वह कहीं से भी आ रही हो, मौत को नहीं।”
दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र, पेरू की राजधानी लीमा में प्रदर्शन तेज हो रहे हैं, क्योंकि अधिक प्रदर्शनकारी एंडियन क्षेत्र से राष्ट्रपति के इस्तीफे और तत्काल चुनाव की मांग कर रहे हैं। संत पापा ने लातीनी अमरीकी देश के लिए प्रार्थना की मांग की है।
संत पापा ने यूक्रेन में शांति के लिए भी अपनी हार्दिक अपील की तथा याद किया कि यूक्रेन के लोग कितनी पीड़ा सह रहे हैं, जब युद्ध आगे बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने प्रार्थना की कि प्रभु उन्हें सांत्वना और दिलासा प्रदान करें।
अंततः पोप ने अपना ध्यान कैमरून की ओर आकृष्ट किया जहाँ उन्होंने एक सकारात्मक विकास पर गौर किया जो संघर्ष के समाधान हेतु आशा प्रदान करता है। उन्होंने शांति चाहनेवाले समझौतों के कार्यान्वयन में शामिल सभी लोगों को बातचीत और आपसी समझ के रास्ते में बने रहने के लिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि केवल एक-दूसरे से मुलाकात करने से ही भविष्य का निर्माण एक साथ किया जा सकता है।
कैमरून में, देश की सरकार और देश के अंग्रेजी बोलनेवाले क्षेत्रों में कुछ अलगाववादी गुटों ने एक संघर्ष को हल करने के उद्देश्य से एक प्रक्रिया में प्रवेश करने पर सहमति व्यक्त की है। संघर्ष में करीब 6,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।
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