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यूक्रेन की महिलाएँ यूक्रेन की महिलाएँ 

यूक्रेन की महिलाओं ने पोप से मुलाकात की, युद्ध कैदियों के रिहाई की मांग की

यूक्रेन के युद्ध में बंदी बना लिये गये सैनिकों की माताओं, पत्नियों, बहनों, बेटियों और चाचियों के एक दल ने बुधवार को संत पापा फ्राँसिस से मुलाकात की तथा अपने प्रियजनों के रिहाई की अपील की। उन्होंने पोप को परम्परागत कशीदाकारी कंबल भेंट किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

बुधवार को आमदर्शन समारोह के अंत में यूक्रेन के कैदियों के प्रियजनों के एक दल ने संत पापा फ्राँसिस से मुलाकात कर उनसे कहा, “हम वह सब कुछ करने की कोशिश कर रही हैं जो हम उन सैनिकों को बचाने के लिए कर सकती हैं जो बंधक हैं।”

भिक्टोरिया, यूक्रेन के युद्ध में बंधकों की माताओं, पत्नियों, बहनों, बेटियों और चाचियों के दल की प्रतिनिधियों में से एक हैं जिन्होंने आमदर्शन समारोह के अंत में संत पापा को परम्परागत कशीदाकारी कंबल भेंट की तथा अपने प्रियजनों की रिहाई की अपील की।  

उन्होंने वाटिकन न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में कहा, “मेरे पति को आठ माह से बंधक बनाकर रखा गया है। उन्हें मरियुपोल से बंधक बनाया गया, जहाँ हम युद्ध शुरू होने से पहले रहते थे। हम कीव चले गये।” उन्होंने बतलाया कि वे वहाँ से लगातार अपने पति की रिहाई के लिए काम कर रही हैं।

प्रतीकात्मक उपहार

प्रतिनिधियों के दल ने इससे पहले परमधर्मपीठ के लिए यूक्रेन के राजदूत से मुलाकात की, ताकि कशीदाकारी कंबल मांग सकें, और पोप को भेंट कर सकें, जो एक नवजात शिशु के लिए देखभाल, बपतिस्मा, विवाह, लम्बी यात्रा और अंतिम यात्रा का प्रतीक है।  

बुधवार को महिलाओं ने कंबल को सीधे संत पापा को भेंट किया। उन्होंने कहा, "खुशी और दुःख दोनों में, यह कशीदाकारी कपड़ा एक ताबीज के रूप में हर जगह हमारा साथ देता है, एक ऐसी चीज़ के रूप में जिसमें बड़ी शक्ति और मजबूत अर्थ है।"
विक्टोरिया ने महिलाओं के दल द्वारा प्रदान किए गए आधिकारिक बयान को याद करते हुए पुष्टि दी कि "हमने इसे अपने रिश्तेदारों के लिए भारी मन से प्रार्थना के रूप में उकेरा है।"

 मूल मूल्य के रूप में शांति

महिलाओं के दल ने संत पापा से "अपने प्रियजनों की रक्षा और वापसी में मदद करने, कैदियों और उनके रिश्तेदारों के बीच संपर्क स्थापित करने के लिए एक तटस्थ तीसरे पक्ष के रूप में कार्य करने का आग्रह किया, ताकि कैदियों को गर्म चीजें, दवा और जरूरी चीजें दी जा सके।”

"सवाल उठता है: क्या 21वीं सदी में दुनिया में दया के लिए कोई जगह है?"

विक्टोरिया ने शांति के लिए लगातार अपील करने हेतु पोप फ्रांसिस के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए, "सभी प्रकार की हिंसा और युद्ध के खिलाफ, विश्वासियों और गैर-विश्वासियों को समान रूप से याद दिलाते हुए कहा कि शांति सभी लोगों का मूल मूल्य है।"

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29 December 2022, 17:34