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मरिमय के निष्कलंक गर्भाधान महापर्व पर रोम में सन्त पापा फ्राँसिस, 08.12.2022 मरिमय के निष्कलंक गर्भाधान महापर्व पर रोम में सन्त पापा फ्राँसिस, 08.12.2022  

विश्व शांति हेतु सन्त पापा फ्राँसिस ने पुकारा मरियम को

संत पापा फ्राँसिस ने गुरुवार 8 दिसंबर को मरियम के निष्कलंक गर्भागमन महापर्व के दिन, अपनी प्रथागत परम्परा को जारी रखते हुए रोम के पियात्सा दी स्पान्या पर माँ मरियम के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित की तथा विश्व शांति हेतु प्रार्थना की।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

रोम, शुक्रवार, 9 दिसम्बर 2022 (रेई, वाटिकन रेडियो): संत पापा फ्राँसिस ने गुरुवार 8 दिसंबर को मरियम के निष्कलंक गर्भागमन महापर्व के दिन, अपनी प्रथागत परम्परा को जारी रखते हुए रोम के पियात्सा दी स्पान्या पर माँ मरियम के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित की तथा विश्व शांति हेतु प्रार्थना की। इस अवसर पर उन्होंने धरती के प्रत्येक व्यक्ति, वयोवृद्धों, बच्चों एवं युवाओं तथा, विशेष रूप से, यूक्रेन में शांति हेतु आर्त याचना की।

शांति हेतु प्रार्थना

अपनी प्रार्थनाओं को सन्त पापा फ्राँसिस ने विश्व में तथा, विशेष रूप से, शहीद यूक्रेन में शांति स्थापना पर केन्द्रित रखते हुए कहा, "मैं तेरे समक्ष निकट और दूर रहनेवाले तेरे सभी बच्चों का धन्यवाद और प्रार्थनाएँ लिये आया हूँ"।

सन्त पापा ने इस अवसर पर युवाओं तथा युवा दम्पत्तियों के भविष्य के लिये भी प्रार्थना की जो पवित्र कुँवारी मरियम तथा सन्त योसफ से प्रेरणा की चाह मन में रखते हैं।

अपनी प्रार्थना को इस तरह समाप्त करते हुए उन्होंने कहा, "माँ मरियम हम आपकी ओर, जो निष्पाप हैं, इस आशा के साथ दृष्टि डालते हैं कि हम "विश्वास करना और आशा करना जारी रखें कि प्रेम घृणा को पराजित कर सकता है, कि सत्य झूठ पर विजय पा सकता है, कि क्षमा अपराधों को जीत सकती है और शांति युद्ध को पराजित कर सकती है!"

सालुस पोपोली रोमानी के समक्ष 

रोम के पियात्सा स्पान्या पर स्थित निष्कलंक माँ के स्तम्भ पर पहुँचने से पूर्व सन्त पापा फ्राँसिस ने रोम के मरिमय महागिरजाघर में "सालुस पोपोली रोमानी" रोमियों की मुक्ति नामक मरियम प्रतिमा के समक्ष मौन प्रार्थनाएं अर्पित की। धन्य माता मरियम की यह प्रतिमा स्मरण दिलाती है कि कैसे रोम के लोगों को एक घातक प्लेग से बचाया गया था।

किंवदन्ती है कि मरियम की इस प्रतिमा को कॉन्सटेनटाईन की माता सन्त हेलन पवित्र भूमि से रोम लाई थीं। सन्त पापा ग्रेगोरी महान के परमाध्यक्षीय काल में जब सम्पूर्ण रोम शहर में महाप्लेग फैला, तब सन्त पापा ग्रेगोरी  महान ने महामारी के प्रकोप को शांत करने के लिये सम्पूर्ण शहर में मरियम की प्रतिमा लेकर जुलूस निकाला था।  अन्ततः जब प्लेग समाप्त हो गया, तब सन्त पापा ने मरियम एवं शिशु येसु की उक्त चमत्कारी प्रतिमा पर सोने  और कीमती रत्नों के मुकुट रखे।  

निष्कलंक गर्भागमन

मरिमय का निष्कलंक गर्भाधान का स्मरणोत्सव मानव जाति के उद्धारकर्ता, येसु मसीह की योग्यता और पवित्रआत्मा के सामर्थ्य से धन्य कुँवारी मरियम को प्राप्त "विलक्षण अनुग्रह और विशेषाधिकार"  का महापर्व  है, जिसके अनुकूल मरिमय आदि पाप के दाग़ से सुरक्षित रही थीं।  

आरम्भ ही से काथलिक कलीसिया मरियम के निष्कलंक गर्भाधान सम्बन्धी धर्मसिद्धान्त को मानती रही है किन्तु आधिकारिक रूप से 1854 ई. में धन्य सन्त पापा नवम् ने इसे परिभाषित किया था तथा मरियम के आदर में रोम के पियात्सा स्पान्या एवं स्पेनिश सीढ़ियों के निकट स्थित पियात्सा मिन्यानेल्ली पर एक स्मारक स्तम्भ का निर्माण करवाया था। सन्त पापाओं द्वारा पियात्सा स्पान्या पर मरियम दर्शन की परम्परा 1953 ई. में शुरु हुई थी।

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09 दिसंबर 2022, 10:54