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2022.12.10 धन्य इसाबेल क्रिस्टीना म्राड कैंपोस 2022.12.10 धन्य इसाबेल क्रिस्टीना म्राड कैंपोस  

संत पापा ने धन्य इसाबेल के वीरतापूर्ण उदाहरण की प्रशंसा की

देवदूत प्रार्थना के बाद अपने अभिवादन में, संत पापा फ्राँसिस ने इसाबेल क्रिस्टीना म्राड कैंपोस की धन्य घोषणा को याद किया, जिसे 1982 में विश्वास के प्रति घृणा के कारण मार डाला गया। अपारेसिडा के महाधर्माध्यक्ष सेवामिवृत कार्डिनल रेमुंडो दमाशेनो असिस ने बारबासेना, ब्राजील में धन्य घोषणा समारोह की अध्यक्षता की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 12 दिसंबर 2022 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के बाद अपने अभिवादन में धन्य इसाबेल को याद करते हुए कहा, कि धन्य इसाबेल क्रिस्टीना म्राड केवल बीस वर्ष की थी जब उसे "एक महिला के रूप में अपनी गरिमा की रक्षा करने" और "पवित्रता के मूल्य" के लिए मार डाला गया था।

"उनकी वीरतापूर्ण उदाहरण विशेष रूप से युवाओं को सुसमाचार के प्रति विश्वास और लगाव की उदार गवाही देने के लिए प्रेरित करे।"

ब्राजील में धन्य घोषणा समारोह

शनिवार की सुबह, कार्डिनल रेमुंडो दमाशेनो असिस ने मिनास गेरैस राज्य की युवा ब्राजीलियाई कुंवारी और शहीद को धन्य घोषित किया। अक्टूबर 2020 में, संत पापा फ्राँसिस ने उनकी शहादत को मान्यता दी थी, लेकिन महामारी के कारण उनके धन्य घोषणा में देरी हुई। मरियाना महाधर्मप्रांत में स्थित दया की माता मरियम के तीर्थालय, बारबासेना में अंतत: उत्सव मनाया गया।

अध्ययन और प्रार्थना का जीवन

एक साधारण परिवार में जन्मी, इसाबेल ने कम उम्र से ही अपने पल्ली गिरजाघऱ में पवित्र मिस्सा और अन्य कार्यक्रमों में भाग लिया। वह सेंट विन्सेंट डी पॉल की सोसायटी के युवा ग्रुप की सदस्य थी, जहां एक आध्यात्मिक निर्देशक ने कर्सिलहोस डी क्रिस्टानिडेड और विन्सेंशियंस की आध्यात्मिकता साझा की। वह अक्सर मठ में मुलाक़ात करने जाया करती थी, परिवारिक प्रार्थना में सम्मिलित होती थी, नियमित पापस्वीकार करने के लिए जाती थी और विन्सेंशियन द्वारा आयोजित अभियानों में भाग लेती थी।

वह एक बाल रोग विशेषज्ञ बनना चाहती थी और एक विशेष पाठ्यक्रम में भाग लेने के बाद उसने 8 दिसंबर 1980 को अपना व्यावसायिक योग्यता डिप्लोमा प्राप्त किया। जब वह मेडिकल की पढ़ाई शुरू करने के लिए जुइज़ डे फोरा (ब्राज़ील) चली गई, तो वह परिवार द्वारा खरीदे गये घर में अपने भाई के साथ रहने लगी। 1 सितंबर 1982 की शाम को, जब उसका भाई घर लौटा और पाया कि उसकी हत्या कर दी गई थी और उसके शरीर पर यौन हिंसा के प्रयास के निशान थे। वह 20 साल की थी।

आपराधिक मुकदमा शुरू होने के बाद, मॉरीलियो अल्मेडा ओलिवेरा को हत्या का दोषी पाया गया। जांच के मुताबिक, वह इसाबेल के घर गया और उसका बलात्कार करने की कोशिश की। शव परीक्षण के अनुसार, इसाबेल ने अपने कौमार्य को बचाते रखते हुए इस आक्रामकता का विरोध किया। प्रतिवादी को 19 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। मॉरीलियो अल्मेडा ओलिवेरा ने हमेशा हत्या के अपराधी होने से इनकार किया। कई साल जेल में रहने के बाद वह जेल से भाग निकला और भगोड़ा बना रहा। कुछ रिश्तेदारों का दावा है कि वह अब मर चुका है।

शरीर मरता है, आत्मा नहीं

शहादत के संबंध में, धन्य घोषित करने और संत घोषित करने की प्रक्रिया ने स्थापित किया कि हमला जुनून का अचानक अपराध नहीं था, बल्कि पीड़ित के विश्वास के साथ एक सुनियोजित हत्या थी। शहादत की ओर ले जाने वाली युवती की गवाही तुरंत ज्ञात हो गई। अपने प्रवचन में, कार्डिनल दमिश्केनो असिस ने मत्ती के सुसमाचार (10:28) में येसु के शब्दों को याद किया, जब वे कहते हैं: "उनसे मत डरो जो शरीर को घात करते हैं, परन्तु आत्मा को घात नहीं कर सकते।" और उन्होंने याद दिलाया, जैसा कि तर्तुलियन ने कहा, शहीदों का रक्त नए ख्रीस्तियों का बीज है। कार्डिनल ने दुनिया में महिलाओं के खिलाफ सभी हिंसा को समाप्त करने की भी अपील की।

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12 December 2022, 15:52