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संचार विभाग के कर्मचारियों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस संचार विभाग के कर्मचारियों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस 

पोप ˸ संचार को समावेशी एवं सच्चा होना चाहिए

संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार को वाटिकन के संचार विभाग की आमसभा के प्रतिभागियों से मुलाकात की तथा उन्हें बतलाया कि सिनॉडल रास्ता का मूल सच्चाई में निहित है जिसको कभी नहीं खोना चाहिए और ईश्वर की इच्छा को सुनना, समझना और व्यवहार में लाना है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार,12 नवम्बर 2022 (रेई) ˸ संत पापा ने सदस्यों को सम्बोधित कर कहा, "सिनॉड एक साधारण संचार नहीं है, न ही कलीसिया का बहुसंख्यक एवं अल्पसंख्य के रूप में अवलोकन करना है..., इसके विपरीत सिनॉडल रास्ता का मूल सच्चाई है जिसमें ईश्वर की इच्छा को सुनने, समझने एवं उनपर चलने के उद्देश्य को कभी नहीं खोना चाहिए।"

उन्होंने कहा, "यदि हम कलीसिया के रूप में ईश्वर की इच्छा जानना चाहते हैं ताकि हमारे समय में सुसमाचार की ज्योति जलती रहे तो हमें उस चेतना में लौटना चाहिए कि यह कभी भी व्यक्तिगत रूप में नहीं बल्कि हमेशा पूरी कलीसिया को दी गई है।"

नमक और ज्योति

उन्होंने बतलाया कि हम कलीसिया के साथ अपने संबंध के द्वारा ही प्रभु को सुन और समझ सकते हैं जो हमसे बातें करते हैं। एक साथ चले बिना हम सिर्फ धार्मिक संस्थान बनकर खड़े रह जायेंगे जो प्रभु के संदेश का प्रचार करने की शक्ति खो देता है तथा दुनिया की विभिन्न घटनाओं में उसका स्वाद नहीं दे सकता। संत पापा ने सुसमाचार का हवाला देते हुए सभी सदस्यों को दुनिया के लिए नमक और ज्योति बनने का प्रोत्साहन दिया।  

येसु हमें भी चेतावनी देते हैं, तुम पृथ्वी के नमक हो लेकिन अगर नमक अपना स्वाद खो दे तो उसे कैसे नमकीन किया जा सकता है? वह बेकार हो जाता और बाहर फेंका जाता एवं लोगों के पैरों तले रौंदा जाता है। उसी तरह दीये को दीवट पर रखा जाता है।

संबंधों का महत्व

संत पापा ने अब्राहम, मूसा और कुँवारी मरियम का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने प्रभु की आवाज सुनी और उसे अकेले पूरा नहीं किया बल्कि परिवार, समूह एवं संबंधियों का सहारा लिया। अब्राहम अपने परिवार के साथ अनजान देश गये, मूसा ने अपने भाई हारून, बहन मीरियम, अपने ससूर यित्रो और कई अन्य लोगों की मदद से इस्राएली लोगों का नेतृत्व किया। उसी तरह कुँवारी मरियम अकेले प्रभु भजन नहीं गई बल्कि अपनी कुटुम्बनी एलिजाबेथ के सामने गायी और जोसेफ की मदद से बालक येसु को हर प्रकार के जोखिम से बचाया।

स्वयं येसु ने संबंधों की आवश्यकता महसूस की और पकड़े जाने के पूर्व अपने साथ पेत्रुस, याकूब और योहन को गेथसेमनी बारी लिया था।

संत पापा ने कहा कि संचार के लिए सहयोग देना मुख्य रूप से सामुदायिक आयाम को संभव बनाना है। अतः इसका कार्य है सामीप्य को बढ़ावा देना, बहिष्कृत लोगों को आवाज देना, जिन लोगों को अनदेखा किया जाता है उस ओर ध्यान खींचना।  

विभिन्न आवाजों में समरसता

संचार के प्रयास पर प्रकाश डालते हुए संत पापा ने कहा कि किस तरह विभिन्न तनाव और आवाजें उसे समझने की कोशिश करनेवाले लोगों को थका सकते हैं।

"किन्तु जो पवित्र आत्मा के रास्ते को पहचानते हैं वे जानते हैं कि वह किस तरह विविधताओं के बीच सामंजस्य बना सकता है तथा संदेह में संगति उत्पन्न कर सकता है। सामंजस्य कभी भी एकरूपता नहीं है किन्तु बिलकुल अलग वास्तविकताओं को एक साथ ला सकता है। मुझे लगता है कि हम भी थकान के बावजूद सम्पर्क कर सकते हैं, हल किये और छुपाये बिना।"

सच्चाई की खोज में वार्ता में संलग्न रहने का प्रोत्साहन

उन्होंने कहा, "वास्तव में, संचार को विचारों की विविधता को भी संभव बनाना चाहिए हमेशा एकता और सच्चाई को बनाए रखने की कोशिश करते हुए, बदनामी, मौखिक हिंसा, व्यक्तिवाद और कट्टरवाद से लड़ते हुए।"

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि संचार विभाग का कार्य न केवल तकनीकी कार्य है बल्कि यह कलीसिया होने के रास्ते को ही छूता है।

मुलाकात के अंत में संत पापा ने वाटिकन संचार विभाग के कर्मचारियों एवं प्रबंधकों  को उनके कार्यों के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने उन्हें दिल से बोलने एवं ध्यान से सुनने के लिए विश्वसनीय एवं निर्भीक बने रहने तथा दयालु बनने और सच्चाई की खोज में हमेशा वार्ता में संलग्न रहने का प्रोत्साहन दिया।

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12 November 2022, 17:18