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बहरीन ˸ संत पापा की प्रेरितिक यात्रा के तीसरे दिन की रिपोर्ट

खाड़ी देश बहरीन में संत पापा फ्राँसिस ने अपनी 39वीं प्रेरितिक यात्रा के तीसरे दिन बहरीन के राष्ट्रीय स्टेडियम में ख्रीस्तयाग अर्पित किया एवं युवाओं से मुलाकात की।

मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

चार दिवसीय इस प्रेरितिक यात्रा के पहले दिन पोप ने सार्वजनिक रूप से बहरीन के नागर अधिकारियों एवं राजनयिकों से मुलाकात की।

दूसरे दिन उन्होंने विभिन्न धर्मों के 200 धर्मगुरूओं के साथ "संवाद के लिए बहरीन मंच: मानवीय सहअस्तित्व हेतु पूर्व-पश्चिम वार्ता" के समापन सत्र में भाग लिया। उसके बाद वे बुजुर्गों के मुस्लिम समिति के सदस्यों के साथ मुलाकात की।

अरब की माता मरियम को समर्पित महागिरजाघर में प्रार्थना

शुक्रवार शाम को संत पापा फ्राँसिस ने अरब की माता मरियम को समर्पित महागिरजाघर में शांति हेतु ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना सभा का नेतृत्व किया। अरब की माता मरियम को समर्पित महागिरजाघर खाड़ी देश के लिए एक महत्वपूर्ण गिरजाघर हैं। जिसका निर्माण 2021 में राजा अहमद बिन ईसा अल खलीफा द्वारा उत्तरी अरब के प्रेरितिक विकर को प्रदान की गई भूमि पर किया गया है। बहरीन के राजा अहमद ने 11 फरवरी 2013 को लूर्द की माता मरियम के पर्व के दिन ख्रीस्तीय समुदाय को 9 हेक्टर की जमीन दान कर दी थी। इसकी नींव 31 मई 2014 को डाली गई थी और इसका उद्घाटन 9 दिसम्बर 2021 को हुआ।

अरब देश में माता मरियम की भक्ति

अरब की माता के रूप में माता मरियम की भक्ति 1948 में शुरू हुई जब कुवैत में एक छोटा प्रार्थनालय का निर्माण किया गया और उसमें माता मरियम की प्रतिमा स्थापित की गई। माता मरियम की यह प्रतिमा इसलिए खास बनी क्योंकि 1957 में संत पापा पियुस 12वें ने वाटिकन में इसपर आशीष प्रदान की एवं इसे अरब क्षेत्र एवं कुवैत प्रेरितिक भिखारियेट की संरक्षिका घोषित किया।

माता मरियम की प्रतिमा के सामने प्रार्थना करते संत पापा फ्राँसिस
माता मरियम की प्रतिमा के सामने प्रार्थना करते संत पापा फ्राँसिस

2011 में परमधर्मपीठ ने अरब की माता मरियम को खाड़ी के दो प्रेरितिक भिखारियेट, उतरी अरब और दक्षिणी अरब की संरक्षिका घोषित किया। पूरे क्षेत्र के सबसे बड़े इस महागिरजाघर में करीब 2300 विश्वासियों के लिए स्थान है।

व्हील चेयर से संत पापा फ्राँसिस ने जब इस नये गिरजाघर में प्रवेश किया तब तीन छोटी बच्चियों ने उनके साथ रंग-विरंगी फूलों की टोकरियाँ माता मरियम को अर्पित कीं। संत पापा कुछ क्षण प्रार्थना में माता मरियम के सामने रूके, फिर वेदी की ओर बढ़े। गिरजाघर विश्वासियों से भरा हुआ था।

शांति हेतु ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना

ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना सभा में संत पापा फ्राँसिस के साथ कुस्तुनतुनिया के ग्रीक ऑर्थोडोक्स कलीसिया के प्राधिधर्माध्यक्ष और विभिन्न ऑर्थोडॉक्स कलीसियाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे। संत पापा ने क्रूस का चिन्ह बनाते हुए शांति प्रार्थना सभा की शुरूआत की। विभिन्न ख्रीस्तीय समुदायों के प्रतिनिधियों द्वारा शांति की प्रार्थना किये जाने से पहले, प्रेरित चरित से एक पाठ पढ़ा गया जहाँ येरूसालेम में एकत्रित लोगों पर पवित्र आत्मा उतरने की घटना का वर्णन किया गया है। तत्पश्चात् संत पापा ने पाठ पर चिंतन प्रस्तुत किया।  

उन्होंने अपने संदेश में "अनेकता में एकता" एवं "जीवन का साक्ष्य" देने पर जोर दिया। उन्होंने खेद प्रकट किया कि ख्रीस्तियों के बीच विभाजन के कारण हमने ख्रीस्त के पवित्र शरीर पर घाव किया है। हालांकि उन्होंने गौर किया कि पवित्र आत्मा जो हमारे हर विभाजन से बढ़कर हैं हमें एक साथ लाते हैं।

शांति हेतु ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना सभा का समापन "हे हमारे की प्रार्थना" एवं शांति की आशीष से की गई।

बहरीन के काथलिकों के लिए ख्रीस्तयाग

शनिवार का दिन संत पापा के लिए बहरीन के काथलिक समुदाय के साथ व्यतीत करने का दिन था। दिन की शुरूआत बहरीन के अवाली स्थित राष्ट्रीय स्टेडियम में ख्रीस्तयाग से हुई। संत पापा ने इस मिस्सा बलिदान को विशेष रूप से शांति एवं न्याय के लिए अर्पित किया। बता दें कि लगभग 80,000 काथलिक विश्वासियों में से, करीब 1,000 काथलिक विश्वासी ही बहरीन के नागरिक हैं। अधिकांश काथलिक भारत, फिलीपींस और श्रीलंका के साथ-साथ तुर्की, सीरिया, लेबनान, मिस्र और जॉर्डन के आप्रवासी श्रमिक हैं।

राष्ट्रीय स्टेडिय में ख्रीस्तयाग अर्पित करते संत पापा फ्रांँसिस
राष्ट्रीय स्टेडिय में ख्रीस्तयाग अर्पित करते संत पापा फ्रांँसिस

विश्वासियों से खचाखच भरे राष्ट्रीय स्टेडियम में संत पापा ने अपने ख्रीस्तयाग प्रवचन में विश्वासियों से अपील की कि वे हमेशा सभी लोगों को प्यार करते हुए बुराई की जंजीरों और हिंसा के चक्रव्यूह को तोड़ डालें।

पवित्र मिस्सा के अंत में उत्तरी अरब भिखारियेट के प्रेरितिक प्रशासक पौल हिंदर ने विश्वासी समुदाय की ओर से संत पापा फ्राँसिस को धन्यवाद अर्पित किया।

युवाओं के साथ संत पापा की मुलाकात

दोपहर के भोजन के बाद संत पापा फ्राँसिस ने मनामा के सेक्रेड हार्ट स्कूल में युवाओं से मुलाकात की। स्कूल में करीब 800 युवाओं ने संत पापा का स्वागत किया।

रविवार को बहरीन में संत पापा की प्रेरितिक यात्रा का अंतिम दिन होगा जहाँ वे धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, धर्मसमाजियों, सेमिनरी के छात्रों एवं प्रेरिताई कार्यों में जुड़े लोगों से मुलाकात करने के बाद वाटिकन लौटेंगे।

सेक्रेड हार्ट स्कूल में युवाओं से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस
सेक्रेड हार्ट स्कूल में युवाओं से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस

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05 November 2022, 15:03