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स्वीट्जरलैंड के स्कूल चैपलिनों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस स्वीट्जरलैंड के स्कूल चैपलिनों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस 

स्वीस चैपलिन्स से पोप ˸ युवाओं के बीच आपकी उपस्थिति जरूरी

संत पापा फ्राँसिस ने स्वीट्जरलैंड के रोमंश क्षेत्र के स्कूल में चैपलिन के रूप में सेवारत पुरोहितों से वाटिकन में मुलाकात की तथा उनसे आग्रह किया कि वे दूसरे ख्रीस्तीय समुदायों के साथ कार्य करें तथा युवाओं का मार्गदर्शन करते हुए ख्रीस्तीय एकता को मजबूत बनायें।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 8 अक्तूबर 2022 (रेई) ˸ संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार को पुरोहितों के एक ऐसे दल का वाटिकन में स्वागत किया जो स्वीट्जरलैंड के रोमंश भाषी क्षेत्र में चैपलिन के रूप में सेवा प्रदान करते हैं।

संत पापा ने उन्हें अपनी सेवा का अनुभव साझा करने के लिए धन्यवाद दिया तथा गौर किया कि यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य है किन्तु "उन लोगों को निश्चित रूप से बहुत कुछ देता है जो इसे एक मजबूत प्रेरणा और उदार भावना के साथ जीते हैं।"

युवाओं के साथ होने का अर्थ

संत पापा ने चैपलिनों के प्रवक्ता के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने अपनी प्रस्तुति में युवाओं के कुछ वास्तविक आयामों पर प्रकाश डाला।

उन्होंने इन आयामों के मूल्यों की सराहना की क्योंकि पुरोहितों ने इन्हें किताबों में पढ़कर प्राप्त नहीं की है किन्तु यह युवाओं के साथ रहने, उनका साथ देने, उन्हें सुनने और प्रार्थना में उन्हें प्रभु के पास जाने का परिणाम है।

उन्होंने कहा, "यह मौन में है जो चेहरों, कहानियों, मुस्कुराहट आँसूओं तथा सपनों में फिर उभरकर आता है। इसे आप आंतरिक गति में पाते हैं क्योंकि आपके कार्य में काफी ऊर्जा खर्च होता है और यदि प्रभु की ओर से उसे रिचार्ज करने का कोई 'रस' नहीं है, तो वह आत्मा को समाप्त कर सकता है।"

युवाओं के साथ कार्य करना

पोप फ्राँसिस ने चार साल पहले युवाओं पर आयोजित धर्मसभा की पृष्ठभूमि कहा कि 2018 में युवाओं पर सिनॉड एक सुंदर अंतिम दस्तावेज के साथ समाप्त नहीं हुई, बल्कि यह "एक कलीसियाई यात्रा का महत्वपूर्ण क्षण था जो सभा से पहले और उसके बाद होती है।"

संत पापा ने कहा कि युवाओं के निकट रहते हुए चैपलीन एक अर्थ में पत्र (प्रेरितिक प्रबोधन ख्रीस्तुत विवित, 25 मार्च 2019) जो सिनॉड का परिणाम है उसका नया पृष्ट लिख सकते हैं।  

उन्होंने कहा कि जब-जब पुरोहित युवाओं के साथ चलते, उन्हें सुनते, उनकी निराशा, असफलता, संदेह पर ध्यान देते, उनके साथ येसु ख्रीस्त के बारे बातें करते और उनके हृदय में आशा जगाते हैं तब-तब वे एम्माउस में चेलों के अनुभवों को नवीकृत करते हैं।  

संत पापा ने कहा "यह आपके कौशल पर निर्भर नहीं करता है: यह जीवित ख्रीस्त हैं जो गुजरते हैं; उसकी आत्मा है जो कार्य करती; लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि आप वहाँ हैं, उनके बगल में आपकी उपस्थिति जरूरी है।"

ख्रीस्तीय एकता

संत पापा ने चैपलिनों से दूसरी महत्वपूर्ण बात कही, वह है ख्रीस्तीय एकता। उन्होंने कहा, "आप काथलिक और प्रोटेस्टंट हैं तथा आपसी सहयोग में एक साथ कार्य करते हैं।" उन्होंने कहा कि "यह अच्छा है, अच्छा साक्ष्य देता है तथा प्रभु की इच्छा अनुसार पूर्ण एकता की ओर बढ़ने में कलीसिया की मदद कर सकता है।"

संत पापा ने उन्हें उनके रास्ते में आगे बढ़ने का प्रोत्साहन दिया। अंत में, उन्होंने उनकी मुलाकात के लिए धन्यवाद दिया, उनके कार्यों के लिए शुभकामनाएँ दीं तथा उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

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08 October 2022, 15:57