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संत पापाः दक्षिण कोरिया हैलोवीन कार्यक्रम मृतों हेतु प्रार्थना

संत पापा फ्रांसिस ने दक्षिणी कोरिया में हैलोवीन मृत युवाओं की याद करते हुए उनके लिए प्रार्थना की।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, रोमवार, 31 अक्टूबर 2022 (रेई) संत पापा ने फ्रांसिस ने दक्षिण कोरिया में हैलोवीन कार्यक्रम के दौरान हुई भगदौड़ में मारे गये लोगों को लिए प्रार्थना की।

संत पापा फ्रांसिस के 30 अक्टूबर अपने रविवारीय देवदूत प्रार्थना के उपरांत दक्षिणी कोरिया के सियोल शहर में हैलोवीन कार्यक्रम के दौरान हुई एक भगदौड़ में मृत 153 युवाओं और करीबन 82 घायल लोगों के लिए प्रार्थना अर्पित की। “आइए हम पुनर्जीवित प्रभु से उन सभों के लिए विशेष रुप से युवाओं के लिए प्रार्थना करें जो विगत रात सियोल में हुई अचानक खलबली में मारे गये।”

ऐसी त्रासदी की रोक

शनिवार रात को त्रासदी का सोशल मीडिया में एक पोस्ट हृदयविदारक दिखा जहाँ भीड़ में लोग रोते हुए दिखे। कुछ लोग दीवारों को पकड़कर खुद को खलबली से बाहर निकालने की कोशिश दिखें तो वहीं कुछ गिरे हुए लोगों को दूसरे रौंदते हुए, उनके ऊपर से चलते दिखाई दिये।

सियोल के इटावन नाइट क्लब में हुई इस घटना के कारणों की जानकारी स्पष्ट नहीं है। स्थानीय अग्निशमन विभाग के प्रमुख ने कहा कि इस घटना के शिकार एक हैलोवीन समारोह में शामिल हो रहे थे।

कुछ आँखोंदेखी ने कहा कि भीड़ को नियंत्रण करने हेतु कोई उचित व्यवस्था नहीं थी। कार्यक्रम स्थल पहले ही भर चुका था और स्थान की कमी होने पर भी कार्यक्रम में भाग लेने वालों की संख्या बढ़ती जा रही थी। भगदौड़ में कुचले गये शव सड़कों में पड़े थे फिर भी तेज संगीत बज जा रहा था। इस दुर्घटना में मरने वाले ज्यादातर युवा थे।

दणिक्षी कोरिया के राष्ट्रपति ने कहा, “यह एक ऐसी त्रासदी थी जिसे नहीं होनी चाहिए थी।” उन्होंने इस घटना में मारे गये लोगों की याद करते हुए दक्षिण कोरिया में एक सप्ताह का शोक दिवस घोषित किया  है।

धर्माध्यक्षों द्वारा जाँच की मांग

दक्षिण कोरिया के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने एक लिखित विज्ञप्ति देते हुए इस घटना की जांच की मांग की और कहा कि हमें ऐसे अन्याय और गैर-जिम्मेदारी पूर्ण घटनाओं के चक्र को तोड़ने की जरुरत है जो समाज में एक आम बात हो गई है।

धर्माध्यक्षों ने कहा, “ऐसा करने हेतु हमें अपने उत्तरदायित्व का निर्वाहन निष्ठापूर्ण ढ़ंग से करने की जरुरत है। अधिकारियों को इस त्रासदी के कारणों की पूरी तरह से जांच करनी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसी गैरजिम्मेदारी पूर्ण घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।”

धर्माध्यक्षों ने कहा कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि लोग, विशेष रूप से युवागण “भविष्य में इस तरह की घटना के शिकार न हों।”

“मानव जीवन और उसकी गरिमा सबसे कीमती है और समाज में इसका स्थान और कोई दूसरी चीजें नहीं ले सकती हैं।”

आठ साल पहले, दक्षिणी कोरिया में जरूरत से ज्याद एक नौकायान की घटना के बाद यह मरने वालों की एक दूसरी बड़ी संख्या है। उस आपदा में 304 लोग मारे गए थे, जिसमे कई स्कूली बच्चे शामिल थे। लेकिन उस घटना ने समुद्री परिवहन नियमों को और भी कड़ा बन दिया। 

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31 October 2022, 16:22