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संत पापा संत घोषणा समारोह के मिस्सा बलिदान उपरांत संत पापा संत घोषणा समारोह के मिस्सा बलिदान उपरांत 

संत पापाः परमाणु युद्ध के खतरे की समाप्ति हेतु याचना

संत पापा फ्राँसिस ने परमाणु युद्ध के खतरे पर अपनी चिंता जताते हुए उन परिस्थितियों की याद की जब तनाव के बावजूद शांति का मार्ग चुना गया था।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 10 अक्टूबर 2021 (रेई) धर्माध्यक्ष जोवन्नी बत्तिस्ता स्कालाब्रिनी और आर्टेमिदे ज़त्ती की संत घोषणा धर्मविधि के अंत में संत पापा फ्रांसिस ने 60 साल पहले द्वितीय वाटिकन धर्मसभा के शुरुआत की याद की। उन्होंने जोर देकर कहा कि “उस समय दुनिया को खतरे में डालने वाला परमाणु युद्ध के भय को हमें नहीं भूलना चाहिए"।

“हम इतिहास से सीख नहीं लेते हैंॽ “उस समय भी युद्धों और बृहद तनाव का दौर था, लेकिन शांति के मार्ग का चुनाव किया गया।” धर्मग्रंथ में यह लिखा गया है, “प्रभु यह कहता हैः “चौराहों पर खड़े होकर देखो। परम्परागत पथों का पता लगाओ। सन्मार्ग पाकर उसका अनुसरण करो और तुम्हें को शांति मिलेगी।”

थाईलैंड के लिए प्रार्थना

संत पापा ने थाईलैंड के उत्तरीपूर्वी प्रांत में तीन दिन पूर्व उथाई सवान बाल विकास केन्द्र में हुए “एक उन्मादी हिंसक घटना” की याद की, जिसमें करीबन 37 लोग मारे गये, जिसमें अधिकतर बच्चे शामिल थे। “घोर शोक में मैं उन मृत लोगों को ईश्वर के हाथों सुपर्द करता हूँ, विशेष कर बच्चों और उनके परिवारों को।”

मारिया कोस्टानज़ा पानासा

संत पापा ने संत घोषणा की धर्मविधि में एकत्रित हुए विश्वासियों से आग्रह किया कि वे निर्धन क्लेर कैपुचिन धर्मसमाज की एक धर्मबहन, मारिया कोस्टान्जा पानास की याद करें जिन्हें धन्य घोषित किया जाएगा। उन्होंने कहा, “धन्य मारिया कोस्टान्ज़ा हमें हमेशा ईश्वर पर भरोसा रखने और अपने पड़ोसी का स्वागत करने में मदद करें।”

अंत में संत पापा ने माता मरियम की ओर विचवाई प्रार्थना का आग्रह कहते हुए कहा “आइए हम कुँवारी मरियम की ओर मुड़ें ताकि वह हमें संतों के उदाहरण से सजीव सुसमाचार के गवाह बनने में मदद करें” ।

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10 October 2022, 16:30