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फ्रेंच भाषी काथलिक समुदायों के सदस्यों से मुलाकात करते हुए संत पापा फ्राँसिस फ्रेंच भाषी काथलिक समुदायों के सदस्यों से मुलाकात करते हुए संत पापा फ्राँसिस 

पोप ˸ मुलाकात और प्रार्थना दुनिया बदल सकती है

दुनियाभर के फ्रेंच भाषी काथलिक समुदायों के सदस्यों से मुलाकात करते हुए संत पापा फ्राँसिस ने उन्हें प्रार्थना करने एवं दुनिया में सुसमाचार के संदेश को फैलाने हेतु एकजुड़े रहने के महत्व का प्रोत्साहन दिया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार को दुनिया भर के फ्रेंचभाषी काथलिक समुदायों के सदस्यों से मुलाकात की, जो प्रेरितिक प्रशिक्षण के अनुभव के लिए रोम में एकत्रित हैं। वे जारी सिनॉडल प्रक्रिया पर चिंतन कर रहे हैं। विभिन्न देशों में रह रहे फ्रेंच भाषी "भ्रातृत्व साझा करना चाहते हैं ताकि वे सुसमाचार के आनन्द को जी सकें।"  

संत पापा ने कहा कि ये प्रेरितिक दिन सहभागिता के चिन्ह हैं, उन समुदायों के साथ जिसमें वे रहते हैं, फ्राँस की कलीसिया के साथ और पोप एवं विश्वव्यापी कलीसिया के साथ। 

मुलाकात एवं एकता हेतु निमंत्रण

दल को सम्बोधित करते हुए संत पापा ने प्रेरित चरित से लिए गये पाठ पर चिंतन किया, जो बतलाता है कि येसु के शिष्य उनके स्वर्गारोहन के बाद ऊपरी कमरे में एकत्रित थे। उन्होंने दूसरों के साथ मुलाकात करने एवं चुनौतियों को स्वीकार करने पर जोर देते हुए कहा, "हम भी मुलाकात करने एवं एकजुट रहने के लिए बुलाये गये हैं।"  

 "मुलाकात हमारे जीवन को बदल सकती है"

उन्होंने कहा कि दूसरों से मिलना-जुलना और उनके साथ सचमुच जुड़ना, हमें बदल सकता है तथा हमेशा एक नया रास्ता खोलता है, जिसकी हम कल्पना भी नहीं किये होते हैं – यही कारण है कि जो विदेशों में रहते हैं वे जल्द सीख जाते हैं।  

प्रार्थना करने के लिए एक साथ आना

संत पापा ने गौर किया कि शिष्य एक साथ प्रार्थना करने के लिए एकत्रित हुए थे। उन्होंने प्रार्थना करने के महत्व पर जोर दिया, विशेषकर, सिनॉडल प्रक्रिया में ताकि पवित्र आत्मा क्या चाहता है उसे परखा जा सके। 

उन्होंने कहा, "सिनॉडलिटी का अर्थ है सुनने सीखना अथवा यह एक माध्यम है जिसके द्वारा ईश्वर हमें रास्ता दिखाते हैं, हमें अपनी आदतों से बाहर निकालते, अब्राहम के समान हमें एक नया रास्ता अपनाने के लिए आमंत्रित करते हैं।"  

"सिनॉड एक कृपा का समय है, पवित्र आत्मा द्वारा संचालित एक प्रक्रिया है, जो सभी चीजों को नया बनाते, जो हमें दुनियादारी से मुक्त करते, हमारे घेरे, हमारे दोहराव प्रेरितिक कार्यक्रमों और भय से बाहर निकालते है।"  

सभी लोगों के लिए सुसमाचार

संत पापा ने कहा कि पवित्र आत्मा का कार्य हमें भय एवं मानव प्रतिरोध से बाहर निकालता और हमारे हृदयों को विस्तृत करता एवं खोलता है। 

"यह हृदय परिवर्तन है जो हमें दुनिया को बदलने, कलीसिया के चेहरे को नवीनीकृत करने में सक्षम बनाता है।"

संत पापा ने कहा, "हम ख्रीस्तीय केवल पवित्र आत्मा से आलोकित और प्रज्वलित होने, उनके वरदानों से पोषित होने में संतुष्ट नहीं होते; न ही हम इस आग को फैलाने, हमारे जीवन में ईश्वर के अनोखे कार्यों का साक्ष्य देने, हमारी मुलाकातों, हमारे सुनने एवं हमारे भ्रातृत्वपूर्ण प्रेम को बांटने हेतु बुलाये गये महसूस किये बिना रह सकते हैं।"

अंत में, संत पापा ने फ्रेंच भाषी विश्वासियों को निमंत्रण दिया कि वे हर दिन एक साथ चलते रहें, पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन में सभी एक साथ, बाहर निकलनेवाली कलीसिया बन सकें। उन्होंने उन्हें निमंत्रण दिया कि वे विदेशों में रहने के कारण विभिन्न संस्कृतियों के भाई –बहनों से मुलाकात के अवसर का लाभ उठायें। उन्हें अपना अनुभव साझा करें ताकि मुलाकातों से विश्वभर की कलीसिया की सिनॉडल प्रक्रिया समृद्ध होगी।   

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15 October 2022, 17:25