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स्पेन के अर्थशास्त्रियों संग संत पापा स्पेन के अर्थशास्त्रियों संग संत पापा 

संत पापाः जनसामान्य की भलाई हेतु अर्थव्यवस्था में बदलाव जरूरी

संत पापा ने स्पेन के उद्यमियों से अर्थव्यवस्था के चेहरे को बदलने का आहृवान किया।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 17 अक्तूबर 2022 (रेई) संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के कार्डिनलमंडल भवन में स्पेन, उद्यमियों के एक समूह से मुलाकात करते हुए अर्थव्यवस्था के चेहरे को बदलने पर प्रकाश डाला, ताकि इसके द्वारा जनसामान्य की भलाई हो सकें, विशेषकर उनके लिए जो गरीब और हाशिए के पड़े हुए हैं।

संत पापा ने अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में कार्यरत लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि आप “आशा की एक निशानी” हैं। “हम प्रसिद्ध आर्थिक और सामाजिक असंतुलन की परिस्थिति में जीवनायपन कर रहे हैं और दुनिया भर में हम जिन प्रमुख समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उन्हें हल करने में मदद करने के लिए एक पर्याप्त अर्थव्यवस्था का प्रस्ताव लाने की आवश्यकता है।” इस संबंध में संत पापा ने तीन बिन्दुओं पर प्रकाशा डाला। 

नबी बनें

संत पापा ने नबी होने हेतु बुलाये जाने के संबंध में कहा, “धर्मग्रंथ के अनुसार नबी वे हैं जो ईश्वर की ओर से बोलते हैं, उसके संदेश को प्रसारित करते हैं जिसके द्वारा हमारे जीवन की परिस्थिति में परिवर्तन आता है। आज युद्ध और प्रर्यावरण की विकट परिस्थिति है, “अपनी सेवा को विकसित करना आप पर निर्भर है, नबी के रूप में, आप आमघर के बारे में घोषणा और उसका निर्माण करते, जीवन के सभी रूपों का सम्मान करते हैं, सभी की देखभाल करते हैं और शांति को बढ़ावा देते हैं। भविष्यवाणी के बिना, अर्थव्यवस्था और सामान्य रूप से सभी मानवीय क्रियाएँ दृष्टिहीन हैं।”  

आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए कार्य करें

ईश्वर के संग स्वस्थ संबंध के बारे में संत पापा फ्रांसिस ने कहा कि जिस भांति हम पृथ्वी की देख-रेख करते हुए उसे ऊपजाऊ बनाते जिसके फलस्वरुप वह हमें “अत्यअधिक फल” प्रदान करती है, उसी भांति हमें आध्यात्मिक स्वास्थ्य की देख-रेख करने की जरुरत है, जब हम ऐसा करते तो “हमें अपने में बहुत अधिक फल उत्पन्न करने लगते हैं।” उन्होंने कहा, “जिस वीरता की जरूरत आज दुनिया को आपसे है, वह तभी टिकाऊ हो सकती है जब आपकी जड़ें मजबूत हों।” आर्थिक रूपांतरण तब संभव होगा जब हम हृदय परिवर्तन का अनुभव करेंगे, उन्होंने कहा कि ऐसा करने के द्वारा ही तब हम “नई पीढ़ियों के लिए एक अंधकारमय भविष्य की तैयारी कर रहे पूर्वाग्रही कार्यों में परिवर्तन लाने में सक्षम होंगे।”

प्रेम से सारी चीजों को करें

तीसरे बिन्दु “कार्य और गरीबी” के बारे में संत पापा ने आस्सीसी के संत फ्रांसिस का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन के सारे कार्य को निर्धनों के लिए प्रेम से प्रेरित होकर, अपने कठोर जीवन के द्वारा किया। “काम और गरीबी का मूल्य”, जिसका अर्थ ईश्वर में पूर्ण विश्वास है न की चीजों में। हमें एक ऐसी अर्थव्यवस्था तैयार करने का जरुरत है जो उत्पादन के विभिन्न चरणों में एक-दूसरे का तिरस्कार किए बिना, अन्याय या उदासीनता के बिना मेल-मिलाप करने में मदद करेगा।” दूसरी ओर, उन्होंने जोर देकर कहा कि “इसका मतलब यह नहीं है कि आप विपत्ति से प्रेम करें, बल्कि उसका मुकाबला किया जाना चाहिए और इसके लिए आपके पास अच्छे उपकरण हैं, जैसे कि रोजगार पैदा करने की संभावना और इस भांति आप अपने पड़ोसी को सम्मान देने के योग्य होते हैं।”

मानवता हेतु अर्थव्यवस्था का निर्माण करें

अपने संबोधन के अंत में संत पापा ने कहा, “आप अर्थव्यवस्था के चेहरे को रचनात्मक रूप से बदलना जारी रखें, जिससे यह नैतिक सिद्धांत के प्रति अधिक चौकस हो सके” साथ ही “यह न भूलें कि इसकी सारी गतिविधियाँ मानव की सेवा के लिए हैं, विशेषकर गरीबों के लिए, न की केवल कुछ के लिए”। 

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17 October 2022, 17:05