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बेल्जियम के युवाओं संग संत पापा फ्रांसिस बेल्जियम के युवाओं संग संत पापा फ्रांसिस 

संत पापाः आप सुसमाचार का साक्ष्य दें

संत पापा फ्रांसिस ने तीर्थयात्रियों के रुप में आये बेल्जियम के युवाओं से मुलाकात की और उन्होंने सुसमाचार का साक्षी होने का आहृवान किया।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 10 अक्तूबर 2022 (रेई) संत पापा फ्रांसिस ने बेल्जियम से आये हुए युवा तीर्थयात्रियों से मुलाकात किया और उन शांति के राजदूत बनने का संदेश दिया।

संत पापा ने अपने संबोधन में युवाओं के विश्वास और उनके निष्ठापूर्ण सुसमाचारी जीवन के साक्ष्य हेतु उनकी प्रशंसा की और कहा, “आप केवल कलीसिया के भविष्य नहीं अपितु वर्तमान हैं। कलीसिया को आपकी उदारता, आनंदमय उत्साह और अलग दुनिया स्थापित करने हेतु आपके तमन्ना की जरुरत है जिसमें भ्रातृत्व, शांति और मेल-मिलाप है।”

ईश्वर के संग संबंध मजबूत करें

ईश्वर के संग एक मजबूत संबंध की संरचना पर जोर देखते हुए संत पापा ने कहा कि आप में उत्साह और खुशी है लेकिन कभी-कभी आप भयभीत हो जाते, कठिनाई का सामना करते, घालय हो जाते और अपनी कमजोरियों के शिकार हो जाते हैं। उन्होंने कहा, “आप संकट से न डरें, क्योंकि वे हमें बढ़ने में मदद करते हैं। वे आप के लिए एक परिस्थिति उत्पन्न करते जिसका समाधान करते हुए आप आगे बढ़ते हैं।” अतः यह जरूरी है कि आप का संबंध ईश्वर से मजबूत बना रहे। “वह निष्ठावान मित्र हैं जो हमें कभी निराश नहीं करते हैं।” येसु से मिलन हमें जीवन की परिस्थियों को नयी निगाहों से देखने में मदद करता है, हम अपने सवालों का जवाब पाते हैं, साथ ही हम अपने ऊपर उत्तरदायित्वों को लेने में सक्षम होते हैं। हम अपने जीवन में आगे बढ़ते और अपने विश्वास को वार्ता के माध्यम मजबूत होता पाते हैं। संत पापा ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “आप अपनी कमजोरियों को स्वीकारने से न डरें, उन्हें नम्रता में ग्रहण करें, आप को सुपरहीरो नहीं बल्कि ईमानदार, सच्चा और स्वतंत्र व्यक्ति होने की आवश्यकता है।”

युवाओं को निकटता

पुर्तागाल, 2023 में होने वाले युवा सम्मेलन की तैयारी करने हेतु निमंत्रण देते हुए संत पापा ने बेल्जियम से युवाओं से कहा कि आप युवाओं के निकट रहे विशेष कर जो अनिश्चितता की स्थिति में हैं, शारणर्थी और प्रवासियों के रुप में, जो गलियों में अकेले उदासी भरी जिन्दगी का अनुभव करते हैं। “एक आनंदमय ख्रीस्तीय समुदाय के निर्माण हेतु मेरा क्या भूमिका हैॽ

संत पापा ने युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा,“आप अपने को बुजुर्गों से ज्ञान औ साक्ष्य से आलोकिन होने दे।” इसके लिए उन्होंने उन्हें अपने बुजुर्गजनों से वार्ता करने का निमंत्रण दिया। वर्तमान समय की चुनौती से आगाह करते हुए संत पापा ने युवाओं को मानवता के लिए शांति के शिल्पकार होने का आहृवान किया जिससे वे अपने जीवन के द्वारा प्रेम का सुन्दरता, सहचर्य, भ्रातृत्व और एकता के प्रवर्तक बन सकें।

भयभीत न हों

दुनिया में व्याप्त चुनौतियों का सामना करने हेतु आहृवान करते हुए संत पापा ने युवाओं से कहा कि आप भयभीत न हों। आप सृजनात्मक और विचारशील बनें जिससे आप जीवन की चुनौतियों को देखते हुए उनका सामना कर सकें। पवित्र आत्मा और ईश्वर की से पूर्ण, “आप आने वाले का इंतजार न करें, जहाँ आप अपनी शक्ति, गुणों और कार्य के द्वारा परिवर्तन ला सकें।”

संत पापा ने बेल्जियम के युवाजनों को अपने संबोधन के अंत में पुनः इस बात पर जोर देते हुए कहा, “आप जहाँ कहीं भी जाये सुसमाचार का साक्ष्य देने से न थकें। आप उदार हैं, उत्साह से भरे हैं औऱ दुनिया को अपनी हाथों में लेने हेतु तैयार हैं। आप दुनियावी चीजों से भ्रामित न हों, बल्कि उन जरूरी बातों में ध्यान दें जो ईश्वर की ओर से उनकी मित्रता में हमारी लिए आती हैं।”  

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10 October 2022, 16:14