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2022.09.16पॉपुलोरम प्रोग्रेसियो संस्थान के सदस्यों के साथ संत पापा फ्राँसिस 2022.09.16पॉपुलोरम प्रोग्रेसियो संस्थान के सदस्यों के साथ संत पापा फ्राँसिस 

संत पापा ने पॉपुलोरम प्रोग्रेसियो संस्थान को बंद किया, लेकिन मिशन जारी है

संत पापा फ्राँसिस ने पॉपुलोरम प्रोग्रेसियो फंड की स्थापना की और पूर्व संस्थान के सदस्यों को बताया कि सिनॉडल धर्मसभा कलीसिया को और अधिक "समारी" बनने में मदद करनी चाहिए, "अपने पीड़ित लोगों में मसीह के घावों को छूने के लिए" संलग्न होना चाहिए।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 17 सितम्बर 2022 (वाटिकन न्यूज) : रोमन कुरिया के सुधार से आने वाले परिवर्तनों को देखते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने सेवानिवृत संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें के शब्दों में, पॉपुलोरम प्रोग्रेसियो संस्थान के सदस्यों को उन सिद्धांतों के प्रति वफादार रहने के लिए आमंत्रित किया, “जो गरीबी के खिलाफ लड़ाई और हर इंसान की गरिमा के प्रति आपकी प्रतिबद्धता को प्रतिष्ठित किया है।”

संत पापा जॉन पॉल द्वितीय द्वारा 1992 में स्थापित, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन के लिए पॉपुलोरम प्रोग्रेसियो संस्थान का उद्देश्य "लैटिन अमेरिका के सबसे गरीब किसानों [खेतीहर किसानों] के समुदायों के अभिन्न विकास को बढ़ावा देना था।" शुक्रवार को, संत पापा फ्राँसिस ने संस्थान को बंद कर दिया और इसके स्थान पर पॉपुलोरम प्रोग्रेसियो फंड की स्थापना की।

बंधुत्व के सपने

संत पापा फ्राँसिस ने उल्लेख किया कि लैटिन अमेरिका और कैरिबियन में कई परिवार अभी भी "अमानवीय परिस्थितियों में" रहते हैं, और उनका न केवल शोषण किया जाता है, बल्कि उन्हें बेकार समझकर दरकिनार कर दिया जाता है।

महाद्वीप की कलीसियाई सभा और अमाज़ोनिया की धर्मसभा सहित हाल की कलीसियाई सभाओं ने गरीबों की पुकार सुनने और मूलवासियों और अफ्रीका मूल-वंशज समुदायों द्वारा महसूस किए गए बहिष्कार को समझने का अवसर प्रदान किया।

संत पापा ने "भाईचारे और सामाजिक मित्रता का एक नया सपना जो शब्दों तक सीमित नहीं है" की आवश्यकता को भी याद किया।

"धर्मसभा के मार्ग पर यात्रा करते हुए, हमें एक 'समारी' कलीसिया के रूप में विकसित होना चाहिए जो पीड़ित लोगों में मसीह के घावों को छूने के लिए झुकती है, उन्हें आराम देने हेतु खुद को प्रतिबद्ध करती है।"

स्थानीय कलीसियाओं के साथ जुड़ना

संत पापा ने उल्लेख किया कि इसकी शुरुआत से, संस्थान को महाद्वीप के विशेष कलीसियाओं द्वारा समान रूप से वित्तपोषित किया गया था और यह कि धर्मार्थ परियोजनाओं की स्वीकृति और धन का वितरण उन क्षेत्रों से आने वाले व्यक्तियों द्वारा किया गया था जहां पहल का एहसास हुआ था।

संत पापा ने कहा,  वर्तमान संदर्भ में, यह आवश्यक है कि "स्थानीय कलीसियाओं के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा दिया जाए, ताकि सबसे उपेक्षित मूलवासियों और अफ्रीका मूल-वंशज समुदायों में अभिन्न विकास कार्यक्रमों को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके, जो संकट और अपमान में पड़े हुए हैं।"

इस कारण से, संत पापा फ्राँसिस ने लैटिन अमेरिका और कैरिबियन के धर्माध्यक्षों (सीइएलएएम) से संस्थान की परियोजनाओं का विश्लेषण करने और उन्हें पूरा करने में सहायता करने के लिए वाटिकन की मदद करने का आह्वान किया है।

"पोप के दान की अभिव्यक्ति" के रूप में रहते हुए, वे अब रोमन कुरिया में केंद्रित नहीं होंगे, हालांकि समग्र मानव विकास को बढ़ावा देने वाला परमधर्मपीठीय विभाग इस मिशन के लिए उपयोग किए जानेवाले धन का प्रबंधन करना जारी रखेगा।

संस्थान से फंड तक

संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार को प्रकाशित एक प्रतिलेख में परिकल्पित परिवर्तनों को प्रभावित किया, जो संस्थान को बंद करता है और पॉपुलोरम प्रोग्रेसियो फंड की स्थापना करता है। प्रतिलेख, जो शुक्रवार को ऑस्सर्वतोरे रोमानो और अक्टा अपोस्टोलिक सेदिस में अपने प्रकाशन के साथ लागू होता है, उपयुक्त नियमों को जारी करने के लिए कार्डिनल माइकल चरर्नी, एसजे को सौंपता है।

 

 

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17 September 2022, 15:17