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होस्तिया होस्तिया 

मातेरा यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस के लिए कैदियों द्वारा तैयार होस्तिया

"आशा की रोटी" नामक पहल द्वारा, जेल में बंद कैदी 27वेँ राष्ट्रीय यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस की तैयारी हेतु होस्तिया तैयार कर रहे हैं, जो 22 से 25 तक इटली के मातेरा शहर में सम्पन्न होगा।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

रविवार को जब संत पापा फ्राँसिस मातेरा में ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे तो बलि परिवर्तन के द्वारा जो होस्तिया येसु के पवित्र शरीर में बदल जायेगा, उसे कैदियों ने "आशा की रोटी" नामक पहल के तहत तैयार किया है।   

"यूखरिस्तीय कार्याशाला" पूरे विश्व में फैल चुका है जिसका उत्पादन पिछले वर्षों में बोयनोस आएरेस में नशीली पदार्थों की आदत से मुक्त हुए युवाओं, पोम्पेई और बेतलेहेम में विकलांग लोगों, इथोपिया में पूर्व सड़क के बच्चों, मिलान में एकल माताओं जिन्होंने कठिनाई पार की है, श्रीलंका में युवा विधवाएँ, बरसेलोना, मापूतो और इटली के कई शहरों में कैदियों एवं जेल से रिहा हुए लोगों ने किया है।

पहल का उद्देश्य है एक ख्रीस्तीय संदेश देते हुए व्यक्ति की मानव प्रतिष्ठा को बढ़ावा देना तथा ख्रीस्त एवं गरीब व्यक्ति के बीच संबंध को प्रोत्साहित करना। इस पहल में मिलान एवं मोडेना के कैदी भाग ले रहे हैं जो 35 हजार होस्तिया तैयार करेंगे। और इस होस्तिया का प्रयोग 22 से 25 सितम्बर को मातेरा में 27वें राष्ट्रीय यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस में यूखरिस्तीय समारोह के दौरान किया जाएगा। जिसके समापन ख्रीस्तयाग का अनुष्ठान संत पापा फ्राँसिस करेंगे।

इस पहल को, इटली के जेल के चैपलिन के महानिरीक्षक ने बढ़ावा दिया है तथा जेल सुविधाओं के भीतर काम करनेवाले फाउंडेशनों और सहकारी समितियों के समर्थन से कार्यरूप दिया गया है।

आशा की रोटी

इटली के जेल चैपलिन के महानिरीक्षक डॉन रफाएले ग्रिमाल्दी ने कहा, "जेल की चारदीवारी के अंदर तैयार एवं वेदी पर ख्रीस्त के शरीर में बदलनेवाले होस्तिये का उद्देश्य है आशा की आवाज बनना, सभी कलीसियाई समुदायों एवं नागरिक जगत को सम्बोधित करना।"  

यह याद दिलाना है कि जेल के अंदर भी एक समुदाय है जिसे सुना जाना, स्वागत किया जाना एवं मुक्ति पाना जरूरी है।

डॉन ग्रिमाल्दी ने आशा व्यक्त की कि यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस हमें यह समझने में मदद कर सकता है कि "रोटी का छोटा टुकड़ा जो हमारे दुर्बल मानव शरीर को पोषित करता, ख्रीस्त का जीवित शरीर होने के साथ-साथ, उसमें मानवता की पीड़ा और जेल में रहने वाले कैदियों का चेहरा अंकित है।"

यूखरिस्त कॉन्ग्रेस के मिस्सा बलिदान में चढ़ाया गया होस्तिया, मातेरा में इताली कलीसिया के यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस में भाग लेनेवाले भाई-बहनों के साथ कैदियों की आध्यात्मिक सहभागिता है।  

जेल प्रेरितिक देखभाल पर केंद्रित

डॉन ग्रिमाल्दी ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कार्य है जो ईश्वर के प्रेम को मनाता एवं जेल के प्रेरितिक देखभाल को पुनः आगे बढ़ा है।  

"35,000 होस्तिया को कैदी अपने हाथों से तैयार करेंगे, उन्हीं हाथों से जिनसे उन्होंने अतीत में अपराध किया था।"

उन्होंने इसे "मेल-मिलाप, मन-परिवर्तन और बुरे कृत्य के प्रति चेतना की धर्मशिक्षा कहा क्योंकि ईश्वर के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।"  

यह एक रास्ता है जिसके द्वारा स्वास्थ्यप्रद न्याय को बढ़ावा दिया जा सके जो  जिम्मेदारी के इशारों की मध्यस्थता से भी गुजरता है।

डॉन ग्रिमाल्दी ने सभी जेल चैपलिन और स्वयंसेवकों के प्रति आभार प्रकट किया है जो कैदखाने को सुधार का स्थान बनाते।

उन्होंने कहा कि आर्थिक और सामाजिक संकट के इस कठिन समय में, दंड संस्थाओं को सबसे ज्यादा जरूरत है, उन महिलाओं और पुरुषों की सद्भावना की, जो घावों को ठीक करना जानते हैं, जो उन लोगों की बिना किसी पूर्वाग्रह और अवमानना ​​के मदद करते हैं, जो अस्तित्वगत जेल के कफन से ढके हुए हैं।

उन्होंने कहा, "आइये हम सेवा के लिए उत्साह की ओर लौटें, सिर झुकायें एवं कठिनाई में पड़े लोगों की सेवा करें।"

"कैदियों द्वारा तैयार किया गया होस्तिया कलीसिया के सिनॉडल यात्रा का परिणाम है। यह एक साथ चलने का प्रयास है, एक परिवार की तरह महसूस कराना है एवं जीवन की आँधी का सामना करने के लिए एक ही नाव पर सवार होना है।"

 

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20 September 2022, 16:57