हमें किस तरह शांति मिल सकती है?
वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 11 अगस्त 2022 (रेई) ˸ "जो लोग मानते हैं कि वे धनी, सफल और सुरक्षित हैं वे सब कुछ के लिए खुद पर भरोसा रखते और अपने आपको ईश्वर तथा भाई बहनों से दूर कर, बंद कर लेते हैं, जबकि वे लोग जो जानते हैं कि वे गरीब हैं एवं आत्मनिर्भर नहीं हैं वे ईश्वर तथा अपने पड़ोसियों के लिए खुले होते हैं और उन्हें शांति मिलती है।"
संत पापा फ्राँसिस ने ये बातें ट्वीट के माध्यम से 11 अगस्त को कही जब असीसी की संत क्लारा का पर्व मनाया जाता है।
असीसी की संत क्लारा ने संत फ्राँसिस असीसी से प्रेरित होकर अपने धनी परिवार को त्यागते हुए गरीबी का जीवन अपनाया। बीमारी के कारण क्लारा 30 ही वर्षों तक दुनिया में रह पायी, लेकिन प्रार्थना में प्रभु के साथ उसकी आनंदपूर्ण अंतरंगता कभी कम नहीं हुई। उन्होंने लिखा है, "मनुष्य के दिल की गहराई में ईश्वर के निवास से बढ़कर कुछ भी नहीं है।" पवित्र संस्कार में प्रभु की अथक उपासक संत क्लारा की भक्ति इतनी महान थी कि एक बार उसने सरासेंस के आक्रमण को भी रोक दिया था, जिनके पास केवल पवित्र परमप्रसाद का पिक्स था।
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