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इराक की राजधानी में सोमवार को विरोध प्रदर्शन और झड़पें इराक की राजधानी में सोमवार को विरोध प्रदर्शन और झड़पें 

इराक में घातक विरोध के बाद संत पापा ने शांति, बातचीत का आह्वान किया

बुधवारीय आम दर्शन समारोह के दौरान, संत पापा फ्राँसिस ने इराक की राजधानी बगदाद में पिछले दिनों हिंसक विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर शांति, संवाद और बंधुत्व का आह्वान किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 31 अगस्त 2022 (वाटिकन न्यूज) : बुधवारीय आम दर्शन समारोह के दौरान संत पापा फ्राँसिस ने पिछले कुछ दिनों से बगदाद में हो रही हिंसक घटनाओं पर अपनी चिंता व्यक्त की।

इराक की राजधानी में सोमवार को विरोध प्रदर्शन और झड़पें हुईं, जो मंगलवार की सुबह तक चली, जिसमें कम से कम 22 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए। एक प्रभावशाली शिया धर्मगुरु, मुक्तदा अल-सदर द्वारा इराकी राजनीति से अपनी वापसी की घोषणा के बाद हिंसा भड़क उठी। उनके सैकड़ों नाराज अनुयायियों ने सरकारी महल पर धावा बोल दिया और सुरक्षा बलों के साथ झड़पें हुईं।

अल-सदर द्वारा अपने अनुयायियों को मंगलवार को मध्य बगदाद में अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त करने का आदेश देने के बाद कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन कम हो गए।

बुधवार को आम दर्शन समारोह के लिए संत पापा पॉल षष्टम हॉल में एकत्रित विश्वासियों को संबोधित करते हुए, संत पापा ने प्रार्थना की कि ईश्वर इराक के लोगों को शांति प्रदान करें।

संत पापा फ्राँसिस ने पिछले साल देश की अपनी यात्रा को याद करते हुए "इराक में विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच सामान्य स्थिति और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की महान इच्छा" के अपने पहले अनुभव पर प्रकाश डाला।

संत पापा ने इस बात पर भी जोर दिया कि "वर्तमान कठिनाई से निपटने" और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के लक्ष्य तक पहुँचने के लिए संवाद और भाईचारा सबसे अच्छा तरीका है।

बगदाद में विरोध प्रदर्शन

ताजा संघर्ष देश में अक्टूबर संसदीय चुनावों के बाद से 10 महीने के राजनीतिक गतिरोध के बाद हुआ है। अल-सदर चुनाव में मुख्य विजेता के रूप में उभरा, लेकिन अन्य ब्लॉकों के साथ सरकार बनाने के अपने प्रयासों में असफल रहा, जिसमें ज्यादातर प्रतिद्वंद्वी, ईरान समर्थित शिया पार्टियां थीं।

हाल के वर्षों में, शियाओं के बीच प्रतिद्वंद्विता इराक में राजनीतिक अस्थिरता का मुख्य कारण बन गया है। सदर एक ऐसे गुट का नेता है जो ईरान के अविश्वास से भर गया है, 1980 के दशक में पड़ोसी देशों के बीच युद्ध में यह गुट बना और ईरानियों के वर्षों और इराक के मामलों में हेरफेर के द्वारा इसे आकार दिया गया था।

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31 August 2022, 15:38