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अंतरराष्ट्रीय काथलिक विधायकों नेटवर्क की संगोष्ठी अंतरराष्ट्रीय काथलिक विधायकों नेटवर्क की संगोष्ठी  

संत पापाः न्यायपूर्ण समाज का निर्माण करें

संत पापा ने अंतरराष्ट्रीय काथलिक विधायकों नेटवर्क की संगोष्ठी में सहभागियों को दिये गये संदेश में न्याय, बंधुत्व और शांति पर चर्चा की।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, गुरूवार, 25 अगस्त 2022 (रेई) संत पापा फ्रांसिस ने अंतरराष्ट्रीय काथलिक विधायक नेटवर्क की बैठक में भाग ले रहे प्रतिभागियों को संबंधित करते हुए तीन बातों न्याय, बंधुत्व और शांति पर एक संक्षिप्त संदेश दिया। 

संत पापा ने कहा कि आप वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति में न्याय और शांति को आगे बढ़ाने के महत्वपूर्ण विषय पर विचार-मंथन हेतु एक साथ आए हैं, क्योंकि दुनिया के कई क्षेत्र संघर्षों और विभाजनों से प्रभावित हैं। इस संबंध में, मैं तीन प्रमुख शब्दों न्याय, बंधुत्व और शांति पर संक्षिप्त विचार प्रस्तुत करना चाहूंगा जो इन दिनों के दौरान आपकी चर्चाओं का मार्गदर्शन करने में मदद कर सकते हैं।

न्याय

उन्होंने कहा कि न्याय का तत्पर्य हमारे लिए उस चाह से है जहाँ हम हर व्यक्ति को वे चीजें प्रदान करते हैं जिसका हकदार वह है। धर्मग्रंथ में इस ठोस कार्य को, ईश्वर और दूसरों के संग एक अच्छे संबंध की स्थापना करना कहा गया है जिसके द्वारा व्यक्तियों और समुदाय की भलाई होती है।

संत पापा ने कहा कि दुनिया में आज बहुत से लोग हैं विशेषकर अति संवेदनशील जो मौलिक अधिकार, न्याय की गुहार लगाते हैं। अपने इन वचनों के द्वारा उन्होंने गरीबों, प्रवासियों और शारणर्थियों, देह व्यपार के शिकार, बीमारों और बुजुर्गों की ओर ध्यान आकर्षित कराया जो वर्तमान समय में “फेंके जाने की संस्कृति” के शिकार हैं। उन्होंने कहा “आप की चुनौती यह है कि आप उनकी सुरक्षा हेतु कार्य करें, जिसे उन्हें समाज में उचित सम्मान और प्रेम मिल सकें”।

भ्रातृत्व

भातृत्व की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भ्रातृत्व के बिना हम एक न्यायपूर्ण समाज की आशा नहीं कर सकते हैं। “यदि हम विश्व में चंगाई लाने की चाह रखते हैं तो हमें चाहिए कि हम सिर्फ उत्तरदायी नागरिक न रहें बल्कि योग्य नेता बनें जो भ्रातृत्वमय प्रेम से प्रेरित जरुरत में पड़े लोगों की सहायता हेतु आगे आते हैं।” उन्होंने कहा कि इस बात को ध्यान में रखते हुए, मैं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आपके प्रयासों को प्रोत्साहित करता हूं, ताकि उन नीतियों और कानूनों को अपनाने के लिए काम किया जा सके, जो एकजुटता की भावना से, असमानता और अन्याय की कई स्थितियों, सामाजिक ताने-बाने के लिए खतरा हैं।

शांति

शांति के संबंध में संत पापा ने कहा कि यह केवल युद्ध की अनुपस्थिति मात्र नहीं है। शांति का मार्ग हमसे सहयोग की मांग करती है विशेषकर उनसे जिनके कांधों में बड़ा उत्तरदायित्व सौंपा गया है, जहाँ वे सभों की हित के लिए कार्य करने हेतु बुलाये गये हैं। “शांति की उत्पत्ति आपसी वार्ता की निरंतरता में होती है, जो हमसे धैर्य की मांग करती है और यह व्यक्तिगत लाभ से पहले समुदाय के भलाई की इच्छा रखती है”।

उन्होंने कहा कि विधायक और राजनीतिक नेताओं के रूप में आपका काम और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। सच्ची शांति तभी प्राप्त की जा सकती है जब हम सभी सार्वभौमिक बंधुत्व और न्याय पर आधारित सामाजिक व्यवस्था का निर्माण करने हेतु राजनीतिक प्रक्रियाओं और कानून के माध्यम से प्रयास करते हैं।  संत पापा ने अपने संदेश के अंत में कहा, “आप जरुरमंद लोगों के लिए सामाजिक और राजनैतिक रुप में नवीनता की खमीर बनें”।

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25 August 2022, 16:52