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कोंगो के लोगों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस कोंगो के लोगों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस  

कोंगो एवं दक्षिणी सूडान के लोगों से पोप ˸ 'उम्मीद कभी न खोयें'

संत पापा फ्राँसिस ने कोंगो एवं दक्षिणी सूडान के लोगों को अपना संदेश भेजा, जहाँ वे 2-7 जुलाई को प्रेरितिक यात्रा करनेवाले थे किन्तु अपनी अस्वस्थता के कारण उसे स्थगित कर दिया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 2 जुलाई 2022 (रेई) ˸ संत पापा फ्राँसिस ने कोंगो एवं दक्षिणी सूडान के लोगों को अपना संदेश भेजा, जहाँ वे 2-7 जुलाई को प्रेरितिक यात्रा करनेवाले थे किन्तु अपनी अस्वस्थता के कारण उसे स्थगित कर दिया है।

2 जुलाई को एक वीडियो संदेश प्रकाशित कर संत पापा ने कोंगो एवं दक्षिणी सूडान के लोगों की याद की तथा प्रेरितिक यात्रा स्थगित किये जाने के लिए खेद प्रकट करते हुए जल्द ही मुलाकात करने की उम्मीद जतायी।

उन्होंने कहा, "जैसा कि आप जानते हैं मैं शांति और मेल-मिलाप के एक तीर्थयात्री के रूप में आज आपकी भूमि गया होता। प्रभु जानते हैं कि अत्यन्त वांछित और प्रतीक्षित यात्रा को जबरजस्त स्थगित कर, मेरा पछतावा कितना भारी है किन्तु आइये हम भरोसा न खोयें और उम्मीद बनाये रखें कि जल्द ही मुलाकात करना संभव होगा।"

लम्बे समय से पीड़ित लोग

संत पापा ने कोंगो की स्थिति पर गौर करते हुए बतलाया कि वे इन दिनों कोंगो और दक्षिणी सूडान के लोगों के लिए विशेष प्रार्थना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "इन सप्ताहों में मैं आप लोगों को सबसे अधिक अपने दिल में रखा हूँ। जो पीड़ा आप लम्बे समय से सह रहे हैं उसे अपने साथ, अपनी प्रार्थना में अर्पित कर रहा हूँ। मैं कोंगो की याद कर रहा हूँ, उसके शोषण, हिंसा और असुरक्षा को, खासकर, पूर्वी देश में, जहाँ सशस्त्र संघर्ष जारी है, जिससे असंख्या एवं दर्दनाक पीड़ाएँ उत्पन्न हो रही हैं जो बहुतों की उदासीनता एवं सुविधा के कारण गहराता जा रहा है।"

दक्षिणी सूडान पर चिंता व्यक्त करते हुए संत पापा ने कहा, "मैं दक्षिणी सूडान के बारे सोचता हूँ, उसकी जनता के द्वारा शांति के पुकार को, जो हिंसा और गरीबी से ऊब चुकी है और राष्ट्रीय मेल-मिलाप की ठोस प्रक्रिया की प्रतीक्षा कर रही है जिसको मैं अकेला योगदान देना नहीं चाहता बल्कि ख्रीस्तीय एकता हेतु दो प्यारे भाइयों ˸ कंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष एवं स्कॉटलैंड की कलीसिया के मोडेरेटर के साथ सहयोग देना चाहता हूँ।"  

आशा अंतहीन है  

संत पापा ने कोंगो एवं दक्षिणी सूडान के लोगों के प्रति अपना आध्यात्मिक सामीप्य व्यक्त करते हुए अपना स्नेह प्रकट किया है और कहा है कि वे अपनी आशा न खोयें। "आप मेरे लिए उतना ही प्यारे हैं, जितने ईश्वर की नजरों में मूल्यवान और प्यारे हैं जो उनपर भरोसा रखनेवालों को कभी निराश नहीं करते।"

उनके मिशन की याद दिलाते हुए संत पापा ने कहा कि उन्हें मेल-मिलाप, क्षमाशीलता, शांतिपूर्ण सहअस्तित्व एवं विकास के एक नये रास्ते को खोलना है। उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा मिशन है जिसको भविष्य की ओर एक साथ देखते हुए, उन युवाओं की ओर निहारते हुए जो उस समृद्ध एवं घायल भूमि में रहते हैं, उन्हें प्रकाश और भविष्य की आशा से भर देना है। वे सपने देखते हैं और वे इन सपनों को साकार होते देखने के काबिल हैं शांति के दिनों को देखने के लिए, खासकर हथियारों को रखे जाने, द्वेष पर काबू पाने, भ्रातृत्व के नये पृष्ट को लिखने के लिए।

ईश्वर शांति की योजना बनाते हैं

संत पापा ने कोंगो और सूडान के लोगों से कहा कि वे जो आँसू बहा रहे हैं एवं स्वर्ग की ओर प्रार्थना कर रहे हैं वे व्यर्थ नहीं हैं। ईश्वर की सांत्वना उन्हें अवश्य प्राप्त होगी। क्योंकि उनकी योजना शांति की है अहित की नहीं।" (येरे. 29:11)

संत पापा ने उनके लिए शांति की कामना करते हुए अपनी प्रार्थना का आश्वासन दिया एवं अपने लिए प्रार्थना का आग्रह किया।

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02 July 2022, 15:04