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उत्तरी इटली में ग्लेशियर के पिघलने से हुआ हिमस्खलन उत्तरी इटली में ग्लेशियर के पिघलने से हुआ हिमस्खलन 

संत पापा ने इटली में ग्लेशियर त्रासदी के शिकार लोगों के लिए प्रार्थना की

संत पापा फ्रांसिस ने उत्तरी इटली में हिमस्खलन के शिकार लोगों के लिए प्रार्थना की है एवं जलवायु परिवर्तन की उपेक्षा करने के खिलाफ चेतावनी दी है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा फ्राँसिस ने विश्वासियों से अपील की है कि वे उत्तरी इटली में ग्लेशियर के पिघलने से हुआ हिमस्खलन के शिकार लोगों के लिए प्रार्थना करें। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर भी प्रकाश डाला है।   

सोमवार को एक ट्वीट प्रेषित कर उन्होंने उन लोगों के लिए प्रार्थना का आग्रह किया जो मौत के शिकार हो गये हैं एवं जो मारमोलादा ग्लेशियर की त्रासदी के शिकार हुए हैं, त्रासदी में करीब 6 लोगों की मौत हो गई है एवं लगभग 9 लोग घायल हुए हैं।

बचाव अभियान जारी है क्योंकि कई पर्वतारोहियों के अभी भी लापता होने की आशंका है। संत पापा ने ट्वीट में लिखा, "हम यहाँ त्रासदी को झेल रहे हैं क्योंकि जलवायु परिवर्तन हमें तत्काल नये रास्ते की खोजने के लिए ढकेल रहा है जो लोगों एवं प्रकृति के प्रति सम्मानपूर्ण हो।"  

हिमस्खलन

उत्तरी इटली में रविवार को एक अल्पाइन ग्लेशियर का एक बड़ा हिस्सा टूटकर पैदल यात्रियों से टकराया, जिससे करीब 17 लोग लापता हैं।

इस बात का पता नहीं लगाया जा सका है कि मृतक किन देशों के थे क्योंकि बचाव दल के लिए लापता लोगों की तलाश फिर से शुरू करने या शवों को लाने के लिए सोमवार की सुबह स्थिति बहुत खतरनाक थी।

कथित तौर पर लापता लोगों की तलाश करने हेतु ड्रोन के द्वारा सुरक्षा की पुष्टि करने की कोशिश की जा रही है। बचावकर्मियों ने कहा कि दशकों से पिघल रहे ग्लेशियर से नीचे की स्थिति अभी भी इतनी स्थिर नहीं है कि राहतकर्मियों की टीमों को मलबे में खोदने के लिए भेजा जा सके।

ऊष्मा तरंग

भूवैज्ञानिकों ने कहा कि यह ज्ञात नहीं है कि किस कारण से ग्लेशियर का एक शिखर टूट गया और ढलान पर लगभग 300 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से गड़गड़ाहट हुई, लेकिन मई के बाद से इटली में गर्मी की लहर को एक संभावित कारक के रूप में बताया जा रहा था।

मरमोलादा रेंज में ग्लेशियर, उत्तरपूर्वी इटली में डोलोमाइट पहाड़ों में सबसे बड़ा है। कथित तौर पर यह पिछले दशकों में तेजी से पिघल रहा है और इसकी अधिकांश मात्रा चली गई है।

इटली के सरकारी सीएनआर अनुसंधान केंद्र के विशेषज्ञों ने कुछ साल पहले अनुमान लगाया था कि 25-30 वर्षों के भीतर ग्लेशियर मौजूद नहीं रहेगा।

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05 July 2022, 16:11