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श्रीलंका में प्रदर्शनकारी श्रीलंका में प्रदर्शनकारी  

देवदूत प्रार्थना के उपरांत पोप ने श्रीलंका, लीबया, यूक्रेन के लिए अपील की

देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने सभी विश्वासियों का अभिवादन किया तथा श्रीलंका, लीबया, यूक्रेन के लिए शांति की अपील की।

उषा मनोरमा तिर्की-वाटिकन सिटी

उन्होंने श्रीलंका की स्थिति की याद करते हुए कहा, "मैं श्रीलंका के लोगों के दुःख में सहभागी होता हूँ जो राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरिता के कारण पीड़ित हैं। देश के धर्माध्यक्षों के साथ, मैं शांति के लिए अपनी अपील दुहराता हूँ तथा अधिकारियों से आग्रह करता हूँ कि वे गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की उपेक्षा न करें।"

लीबया

तत्पश्चात् संत पापा ने लीबिया के लोगों को, खासकर युवाओं को सम्बोधित किया जो देश की गंभीर सामाजिक और आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैं सभी से अपील करता हूँ कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मदद से, निर्माणात्मक वार्ता एवं राष्ट्रीय मेल-मिलाप द्वारा ठोस समाधान खोजें।"

यूक्रेन

उन्होंने यूक्रेन के लोगों की भी याद की और कहा, "मैं यूक्रेन के लोगों के प्रति अपने सामीप्य को पुनः दुहराता हूँ जो क्रूर आक्रमण द्वारा प्रताड़ित हैं, जिसको सामान्य लोग झेल रहे हैं, खासकर जो पीड़ित और बीमार हैं। मैं बुजुर्गों और बच्चों के लिए प्रार्थना करता हूँ। इस मूर्खतापूर्ण युद्ध को अंत करने हेतु ईश्वर रास्ता दिखा दें।"

सागर रविवार

तब संत पापा ने सागर रविवार मनाये जाने की याद करते हुए सभी नाविकों की विशेष याद की। उन्होंने कहा, "मैं सभी नाविकों की याद करता हूँ और उनके कार्यों के लिए धन्यवाद देता हूँ, साथ ही साथ, स्तेला मारिस के सभी पुरोहितों एवं स्वयं सेवकों के प्रति आभारी हूँ। मैं उन लोगों को हमारी माता मरियम को समर्पित करता हूँ जो युद्ध क्षेत्रों में फंसे हुए हैं ताकि वे घर लौट सकें।

तत्पश्चात् उन्होंने सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया।

और अंत में, अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगल- कामनाएँ अर्पित की।  

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10 July 2022, 16:30