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ग्रीक मेलकाइट काथलिक कलीसिया के धर्माध्यक्षों की धर्मसभा के सदस्यों के साथ संत पाप फ्राँसिस ग्रीक मेलकाइट काथलिक कलीसिया के धर्माध्यक्षों की धर्मसभा के सदस्यों के साथ संत पाप फ्राँसिस 

'मध्य पूर्व में सीरिया और ख्रीस्तियों की दुर्दशा को कभी न भूलें', संत पापा

संत पापा फ्राँसिस ने ग्रीक मेलकाइट काथलिक कलीसिया के धर्माध्यक्षों की धर्मसभा के सदस्यों को बधाई दी, और उनसे मध्य पूर्व में ख्रीस्तियों को एकजुट करने की कोशिश करने और विनाशकारी "बकवास" से हमेशा सावधान रहने का आग्रह किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 20 जून 2022 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार को वाटिकन में ग्रीक-मेल्काइट काथलिक कलीसिया की धर्मसभा के सदस्यों के साथ मुलाकात की।

संत पापा ने उनसे मिलने की खुशी जाहिक करते हुए कहा,”ग्रीक-मेल्काइट्स अन्ताकिया धर्मप्रांतीय कलीसिया के धर्माध्यक्षों के धर्मसभा की शुरूआत पर, आज सुबह आपका स्वागत करते हुए मुझे प्रसन्नता हो रही है।” संत पापा ने प्रधिधर्माध्यक्ष युसुफ अब्सी को परिचय भाषण के लिए धन्यवाद दिया।

संत पापा ने कहा कि वे रोम में अपनी वार्षिक दीक्षांत समारोह प्रेरित संत पेत्रुस और संत पौलुस की कब्रों पर और उन कई शहीदों के साथ मनाने आये हैं जिन्होंने प्रभु येसु के प्रति निष्ठा के कारण अपना जीवन दिया। हमें उनकी मध्यस्ता की आवश्यकता है। संत पेत्रुस के उत्तराधिकारियों में से कुछ सीरिया में भी पैदा हुए हैं और यह हमें एक तरफ रोम की कलीसिया की काथलिक सांस का एहसास कराता है और दूसरी ओर यह हमें तीर्थयात्रियों के पास ले जाता है। उस भूमि में, प्रिय और पीड़ित सीरिया में जहां से प्रधिधर्माध्यक्ष युसुफ और आप में से कुछ धर्माध्यक्ष हैं।

सीरिया पर एक लंबी नज़र

हाल के महीनों की त्रासदियाँ, जो दुर्भाग्य से हमें पूर्वी यूरोप की ओर देखने के लिए मजबूर करती हैं, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि बारह वर्षों से आपके देश में क्या हो रहा है। मुझे याद है, मेरे परमाध्यक्ष बनने के बाद, पहले वर्ष में जब सीरिया पर बमबारी की गई थी, तो हमने यहाँ संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में रात्रि जागरण प्रार्थना के लिए आमंत्रित किया था। महागिरजाघर का प्रांगण विश्वासियों से भरा था। प्रांगण में प्रार्थना करने वाले मुसलमान भी थे, जो अपना कालीन लाये थे और हमारे साथ नमाज़ अदा की थी। इसी समय "प्रिय और पीड़ित सीरिया" अभिव्यक्ति का जन्म हुआ।

कलीसिया के रूप में गवाही देना

संत पापा फ्राँसिस ने इस बात पर जोर दिया कि ग्रीक मेलकाइट कलीसिया के धर्माध्यक्षों को खुद से यह पूछना है कि कलीसिया के रूप में, वे अपनी गवाही कैसे देते हैं: "वीरता और उदारता से, लेकिन हमेशा ईश्वर के प्रकाश में रखे जाने की जरूरत है ताकि यह शुद्ध हो और नवीनीकृत हो।"

संत पापा ने जोर देकर कहा, "आप एक धर्मसभा में हैं। उन विशेषताओं के कारण जिन्हें आपको परमधर्मपीठीय कलीसिया के रूप में मान्यता दी गई है और यह आवश्यक है कि आप अपने जीवन और कार्य करने की क्षमता के अनुसार अपने आप को अपने जीवन और अभिनय की धर्मसभा शैली पर सवाल करें। प्राधिधर्माध्यक्ष के साथ, धर्माध्यक्षों, पुरोहितों और डीकनों, धर्मसंघियों और धर्मबहनों और लोकधर्मियों के साथ, सभी मिलकर ईश्वर की कलीसिया का निर्माण करते हैं।

मध्य पूर्व में ख्रीस्तियों के लिए चिंता

संत पापा फ्राँसिस ने मध्य पूर्व में ख्रीस्तियों के बारे में बात करते हुए जोर देकर कहा कि वे उनके अस्तित्व के लिए चिंता करते हैं। उनकी दुर्दशा एक चुनौती है, उन्होंने दूसरी ओर ध्यान देते हुए कहा कि, "दशकों से अब, मेल्काइट कलीसिया की उपस्थिति का विश्वव्यापी आयाम रहा है।"

संत पापा ने कहा कि कई धर्माध्यक्ष दुनिया के विभिन्न हिस्सों ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त राज्य अमेरिका और वेनेजुएला आदि से आते हैं। उन्होंने कहा, "यद्यपि कई बाधाएं हैं, पर यह भी एक महान अवसर है, अपनी परंपराओं और मूल में निहित रहने, समय और स्थानों को सुनने के लिए खुले रहने का, जहाँ आप रहते हैं, उन सभी का जवाब देने के लिए जो प्रभु आज आपकी कलीसिया से पूछ रहे हैं।"

"बकबक" लकड़ी का कीड़ा

रोम में धर्माध्यक्षों के धर्मसभा की ओर अपने विचारों को मोड़ते हुए, संत पापा ने उन्हें अपनी योग्यताओं का बुद्धिमानी से प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।

संत पापा ने कहा कि वे सेवानिवृत धर्माध्यक्षों की भूमिका और धर्माध्यक्षों के चुनाव पर विचार विमर्श करने वाले है। उन्होंने आग्रह किया कि प्रत्येक सदस्य "हमेशा अच्छी तरह से मनन चिंतन करें और पवित्र आत्मा से प्रार्थना करें कि वह आपको प्रबुद्ध करे। विभिन्न उम्मीदवारों की जानकारी पर्याप्त रूप से प्रप्त करें और पक्षपात की किसी भी मानसिकता पर काबू पाते हुए और मूल के धार्मिक आदेशों के बीच संतुलन बनायें रखें।"

अपना संदेश समाप्त करते हुए, संत पापा ने धर्माध्यक्षों को "बकबक" करने से हतोत्साहित किया।

उन्होंने आग्रह किया, "यदि किसी को दूसरे से कुछ कहना है, तो उसे उसके सामने, उदारता के साथ, लेकिन उसके चेहरे पर कहें।" कभी दूसरे के पास किसी के बारे में बुराई न करें। क्योंकि यह "एक लकड़ी का कीड़ा है जो कलीसिया को नष्ट कर देता है। आइए, हम बहादुर बनें और वास्तविक एकता पाएं।"

अंत में संत पापा ने ग्रीक मेल्काइट कलीसिया के धर्माध्यक्षों को माता मरिया के संरक्षण में रखते हुए आशीर्वाद दिया।

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20 June 2022, 15:06