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यूक्रेन में गेहूँ के खेत यूक्रेन में गेहूँ के खेत 

यूक्रेन के गेहूं को युद्ध हथियार के रूप में इस्तेमाल न करें!, संत पापा

संत पापा फ्राँसिस की अपील है कि जारी संघर्ष के कारण पूर्वी यूरोपीय देश से गेहूं के निर्यात को अवरुद्ध कर सबसे गरीब आबादी को भूखा न रखें। यूक्रेन इस प्राथमिक खाद्य वस्तु का दुनिया के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है। उन्होंने अनाज निर्यात की नाकाबंदी सें संलग्न लोगों से अपील की कि युद्ध के हथियार के रुप में इसका प्रयोग न किया जाए।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 01 जून 2022 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्रांसिस ने वाटिकन के संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में अपने बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अंत में यूक्रेन से अनाज के निर्यात की नाकाबंदी पर अपनी चिंता व्यक्त की और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यूक्रेन के बंदरगाहों में चल रहे युद्ध के कारण रुके हुए गेहूं के मुद्दे का समाधान निकालने की अपील की।

संत पापा ने कहा, “यूक्रेन से अनाज के निर्यात की नाकाबंदी बड़ी चिंता का विषय है, जिस पर लाखों लोगों, खासकर सबसे गरीब देशों के लोगों का जीवन निर्भर है। मैं तहे दिल से अपील करता हूं कि इस मुद्दे को हल करने और भोजन के सार्वभौमिक मानव अधिकार की गारंटी के लिए हर संभव प्रयास किया जाए। कृपया युद्ध के हथियार के रूप में मुख्य भोजन गेहूं का प्रयोग न करें!”

वैश्विक खाद्य संकट

संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि वैश्विक खाद्य संकट मंडरा रहा है। पश्चिमी नेताओं द्वारा यूक्रेन के बंदरगाहों को अवरुद्ध करके दुनिया को फिरौती देने के लिए रूस को दोषी ठहराए जाने के बावजूद, यह यूक्रेन के अनाज निर्यात को खोलने के लिए एक सौदा करने की कोशिश कर रहा है।

अनाज, खाना पकाने का तेल, उर्वरक और ईंधन की कीमतें युद्ध जारी रहने के साथ-साथ बढ़ गई हैं, और पश्चिमी देशों ने यूक्रेन पर आक्रमण के जवाब में रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं।

संकट को टालने में मदद करने के लिए, यूक्रेन सड़क, नदी और रेल द्वारा अनाज के अपने विशाल भंडार का निर्यात करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन कृषि अधिकारियों ने ध्यान दिलाया कि जब तक रूस यूक्रेन के काला सागर बंदरगाहों की नाकाबंदी को हटा नहीं देता, तब तक उसके लक्ष्य तक पहुँचने का कोई मौका नहीं है।

यूक्रेन और रूस ने मिलकर 2021 में दुनिया के गेहूं का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा निर्यात किया और वर्ष की शुरुआत से गेहूं की कीमतों में 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

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01 June 2022, 16:25