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अफ्रीका में सिनोडैलिटी विषय पर  धर्मशास्त्रीय विचार गोष्ठी, नायरोबी, केनिया मार्च 2022 (प्रतीकात्मक तस्वीर) अफ्रीका में सिनोडैलिटी विषय पर धर्मशास्त्रीय विचार गोष्ठी, नायरोबी, केनिया मार्च 2022 (प्रतीकात्मक तस्वीर) 

सिनोडैलिटी कलीसियाई संरचनाओं का पुनर्गठन नहीं, सन्त पापा

सन्त पापा फ्राँसिस ने गुरुवार को लातीनी अमरीका के लिये गठित परमधर्मपीठीय आयोग के सदस्यों को एक विडियो सन्देश भेजकर कहा है कि सिनोडैलिटी का अर्थ कलीसियाई संरचाओं का पुनर्गठन नहीं है अपितु यह कलीसियाई सहभागिता का एक मार्ग है, जो ईश्वर के आत्मा की इच्छा के प्रति दिलों को उदार बनाता है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर - वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 27 मई 2022 (रेई, वाटिकन रेडियो): सन्त पापा फ्राँसिस ने गुरुवार को लातीनी अमरीका के लिये गठित परमधर्मपीठीय आयोग के सदस्यों को एक विडियो सन्देश भेजकर कहा है कि सिनोडैलिटी का अर्थ कलीसियाई संरचाओं का पुनर्गठन नहीं है अपितु यह कलीसियाई सहभागिता का एक मार्ग है, जो ईश्वर के आत्मा की इच्छा के प्रति दिलों को उदार बनाता है।    

"सिनोडैलिटी"

सिनोडैलिटी का अर्थ स्पष्ट करते हुए सन्त पापा ने कहा कि यह न तो लोकतांत्रिक ढंग से और न ही लोकलुभावन तरीके से कलीसियाई संरचनाओं की व्यवस्था करना है, बल्कि "सिनोडैलिटी एक गतिशील आयाम है, पवित्र तृत्व की एकता पर आधारित एवं स्थापित कलीसियाई सहभागिता का ऐतिहासिक आयाम है, जो ईशप्रजा के विश्वास, प्रेरितिक सामूहिकता तथा सन्त पेत्रुस के उत्तराधिकारी के साथ एकता के बल पर कलीसिया में हर प्रकार के सुधार को अनुप्राणित करती है।"

परमधर्मपीठीय आयोग के सदस्य "सिनोडैलिटी" विषय पर विचार-विमर्श हेतु 24 से 27 मई तक रोम में एकत्र हुए हैं, जो आगामी धर्माध्यक्षीय धर्मसभा का भी विषय है। परमधर्मपीठीय दस्तावेज़ में "सिनोडैलिटी" को ख्रीस्त की देह एवं पवित्रआत्मा के कार्यों के संग सूत्रबद्ध ईश प्रजा की मिशनरी तीर्थयात्रा" निरूपित किया गया है।

पवित्रआत्माः सिनोडैलिटी के नायक

सन्देश में सन्त पापा ने अपनी सोच को उदार रहने के महत्व पर बल दिया, ताकि हम स्वयं को भ्रमित न करें कि हम "सब कुछ जानते हैं" या सभी उत्तर हमारे पास हैं। उन्होंने कहा, "यह कल्पना करना कि हम सब कुछ जानते हैं "सिनोडैलिटी" के लिए "बहुत खतरनाक" है, इसलिये कि यह "पवित्र आत्मा के लिए कोई जगह नहीं छोड़ता है, जो कि "सिनोडैलिटी" के यथार्थ नायक हैं।"

सन्त पापा ने कहा कि पवित्रआत्मा का वरदान हम पर थोपा नहीं जाता है अपितु कोमलता से हमारे स्नेह और हमारी स्वतंत्रता का आह्वान करता है ताकि हम "एकता और एकात्मता प्राप्त करने" में सक्षम बन सकें। इस तथ्य को करते हुए कि पवित्रआत्मा हमसे कुछ नहीं लेते बल्कि हमें गतिशील एवं नवीकृत करते हैं, उन्होंने कहा कि यदि हम पवित्रआत्मा के वरदान को ग्रहण करने में सक्षम बनें तो हमारा जीवन "अन्यों की निरंतर सेवा" का गढ़ बन जायेगा।

सन्त पापा ने कहा कि रोमी परमधर्मपीठीय कार्यालय का हिस्सा होने के नाते "हमें हमारी कुछ लिपिकीय आदतों और रीति-रिवाजों से थोड़ा सा दूर करने में मदद करने में लातीनी अमरीकी परमधर्मपीठीय आयोग की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

"सच्ची सिनोडैलिटी" को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने आयोग के सदस्यों को प्रोत्साहित किया और चेतावनी दी कि "सहभागिता के बिना "सिनोडैलिटी" लोकलुभावन बन सकती है।" इसके विपरीत, उन्होंने कहा, "सिनोडैलिटी" का अर्थ है अधिक तीव्रता से कलीसियाई सहभागिता में जीने के लिए प्रेरित होना, जिसमें करिश्मा, बुलाहट और प्रेरितिक कार्यों की विविधता सामंजस्यपूर्ण रूप से एकीकृत होती तथा उसी बपतिस्मा से अनुप्राणित होती है, जो हमें प्रभु येसु मसीह में बेटे और बेटियां बनाती है।"

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27 May 2022, 11:29