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दुनिया की बुनाई शीर्षक से पुस्तक का हुआ वाटिकन में विमोचन, 26.05.2022 दुनिया की बुनाई शीर्षक से पुस्तक का हुआ वाटिकन में विमोचन, 26.05.2022 

कहानी सुनाना सभी को और सब कुछ जोड़ता है, सन्त पापा फ्राँसिस

संत पापा फ्राँसिस ने कहानी सुनाने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि यह अटूट धागों से बुना वह वस्त्र है जो अतीत और वर्तमान, सब कुछ और सभी को एक साथ जोड़ देती है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर - वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 27 मई 2022 (रेई, वाटिकन रेडियो): संत पापा फ्राँसिस ने कहानी सुनाने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि यह अटूट धागों से बुना वह वस्त्र है जो अतीत और वर्तमान, सब कुछ और सभी को एक साथ जोड़ देती है।

कहानीः "अटूट डोरियों" का बन्धन

 "दुनिया की बुनाई" शीर्षक से गुरुवार को वाटिकन पब्लिशिंग हाउस और सलानी प्रकाशन द्वारा एक पुस्तक का विमोचन किया गया, जिसमें 44 लेखकों, कलाकारों, धर्मशास्त्रियों और पत्रकारों ने कहानी सुनाने को मुक्ति के मार्ग के सदृश बताकर इस विषय पर चिन्तन किया है। 240 पृष्ठों वाली इस पुस्तक का सम्पादन वाटिकन समाचार पत्र लोस्सरवातोरे रोमानो के निर्देशक आन्द्रेया मोन्दा ने किया है।

"दुनिया की बुनाई" पुस्तक पर चिन्तन करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने अमरीकी लेखिका दोन्ना टार्ट के शब्दों का स्मरण किया जिन्होने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया है कि "हम जो कहानियां सुनाते हैं, जिन्हें बारम्बार दुहराते हैं, और एक दूसरे को देते हैं, वे "तम्बू हैं जिनके नीचे हम सब एकत्र होते हैं, ये युद्ध में ले जाने के लिये बैनर हैं जिनके तहत हम संघर्ष करते हैं तथा जीवितों एवं मृतकों को जोड़ने के लिए अविनाशी रस्सियां हैं।" सन्त पापा ने कहा कि सदियों और संस्कृतियों के अन्तराल में इन विशाल भूखंडों का आपस में जुड़ना "हमें एक दूसरे से और इतिहास से मजबूती से बांधता है तथा पीढ़ी दर पीढी हमारा मार्गदर्शन करता है।"

इस दृष्टिकोण से, सन्त पापा ने स्मरण दिलाया कि कहानी सुनाना "अटूट डोरियों" से बुना वह "कपड़ा" बन जाता है जो सब कुछ और सभी को एक साथ जोड़ देता है, और हमें "विश्वास और आशा की भावनाओं के साथ भविष्य के प्रति उदार बनने" की अनुमति देता है।

प्रेरणा

सन्त पापा ने बताया कि कहानी सुनाना विश्व सम्प्रेषण दिवस 2020 के सन्देश का केन्द्रबिन्दु था, जिसने उक्त पुस्तक में प्रकाशित चिन्तनों को प्रेरित किया है। पुस्तक के समापन खंड को लिखते समय सन्त पापा फ्राँसिस उम्मीद करते हैं कि उनके शब्द अंतिम नहीं होंगे, क्योंकि टॉल्किन के "लॉर्ड ऑफ द रिंग्स" के नायक फ्रोडो कहते हैं, "कहानियां कभी खत्म नहीं होती", और इसलिए भी क्योंकि पुस्तक की अवस्थिति  उदारता, वृत्ताकारता और संवाद की भावना के प्रति अभिमुख है।

सन्त पापा ने कहा कि  "दुनिया की बुनाई" शीर्षक से प्रकाशित पुस्तक पाठकों के साथ सम्वाद करती तथा उनके दैनिक जीवन को रचनात्मक ढंग से प्रभावित करती है। उन्होंने कहा कि यह कहानी सुनाने के ही नहीं अपितु कहानी सुनने के महत्व पर भी बल देती है।   

इस सन्दर्भ में, सन्त पापा ने कहा कि उक्त पुस्तक "संवाद की एक गाथा है जो अंतिम पृष्ठ पर समाप्त नहीं होती, बल्कि एक संवाद के रूप में अन्यों की सुनने पर दिल लगाती है", इसी कारण, पुस्तक में मौन की एक मज़बूत उपस्थिति महसूस की जा सकती है ... "शब्द और मौन, एक साथ।"

इसके अतिरिक्त, सन्त पापा ने कहा कि इस पुस्तक में दया के भाव को भी महसूस किया जा सकता है, क्योंकि करुणा - "ईश्वरीय अनुग्रह का मानवीय प्रतिरूप" है।।   

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27 May 2022, 11:38