खोज

रोजरी माला विन्ती करते संत पापा फ्रांँसिस रोजरी माला विन्ती करते संत पापा फ्रांँसिस  (AFP or licensors)

संत पापा यूक्रेन और युद्धग्रस्त क्षेत्रों में शांति हेतु रोजरी प्रार्थना करेंगे

संत पापा फ्राँसिस विश्वभर के अंतरराष्ट्रीय तीर्थस्थलों से जुड़कर, 31 मई को रोम के संत मरिया मेजर महागिरजाघर से शांति के लिए प्रार्थना करेंगे, खासकर उनके लिए जो यूक्रेन और विश्व के अन्य जगहों में युद्ध के कारण पीड़ित हैं। रोजरी माला विन्ती जिसके साथ मरियम को समर्पित महीना समाप्त हो जाएगा, परमधर्मपीठ के आधिकारिक चैनलों द्वारा लाईव प्रसारित किया जाएगा।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा फ्राँसिस उन लोगों के लिए आशा के चिन्ह स्वरूप रोजरी प्रार्थना करेंगे जो यूक्रेन एवं विश्व के विभिन्न हिस्सों में जारी युद्ध से पीड़ित हैं।   

इसकी घोषणा बृहस्पतिवार को नवीन सुसमाचार प्रचार को प्रोत्साहन देने हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति द्वारा जारी एक बयान में की गई है।

कहा गया है कि "संत मरियम को समर्पित माह के अंत में संत पापा फ्राँसिस दुनिया को आशा का एक चिन्ह प्रदान करना चाहते हैं जो यूक्रेन में युद्ध के कारण पीड़ित है और कई युद्धों के अब भी सक्रिय होने के कारण गंभीर रूप से घायल है।

31 मई को संत पापा फ्राँसिस रोम समयानुसार शाम 6.00 बजे, रोम के संत मरिया मेजर महागिरजाघर में शांति की रानी मरियम के सामने रोजरी प्रार्थना करेंगे।

दुनिया के हर क्षेत्र के विश्वासियों को आमंत्रित किया गया है कि रोजरी प्रार्थना द्वारा संत पापा की, शांति हेतु प्रार्थना में अपना योगदान दें।

पोप बेनेडिक्ट 15वें द्वारा प्रथम विश्व युद्ध समाप्त होने के लिए प्रतिमा स्थापित  

मरिया मेजर महागिरजाघर की बायीं ओर स्थापित शांति की रानी की यह प्रतिमा का एक खास इतिहास है। "इसकी स्थापना संत पापा बेनेडिक्ट 15वें ने की थी और इसे वाटिकन संग्राहालय के उपनिदेशक ग्विदो गाली के समय में बनाया गया था ताकि 1918 में प्रथम विश्व युद्ध के अंत के लिए कुँवारी मरियम से प्रार्थना की जा सके।"   

माता मरियम को युद्ध के अंत के आदेश के लिए एक संकेत के रूप में उठाए गए उसके बाएं हाथ के साथ चित्रित किया गया है, जबकि वे अपने दाहिने हाथ में बालक येसु को ली हुई हैं, जिनके हाथ में शांति के प्रतीक जैतून की डाली है। लोगों की यह परम्परा रही है कि वे अपने निवेदनों को हाथ से लिखकर माता मरियम के चरणों में अर्पित करते हैं। संत पापा उन्हें फूलों का एक हार अर्पित करेंगे और अपनी प्रार्थना अर्पित करेंगे, तत्पश्चात् उन्हें अपना विशेष निवेदन चढ़ायेंगे।

31 मई को संत मरिया मेजर  महागिरजाघर में प्रार्थना

संत पापा के साथ प्रार्थना करने के लिए विभिन्न दलों के लोग संत मरिया मेजर महागिरजाघर में उपस्थित होंगे।

इन दलों में वे बच्चे-बच्चियाँ शामिल होंगे जिन्होंने हाल में पहला परमप्रसाद एवं दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण किया है, स्काउट के बच्चे, रोम में यूक्रेनी समुदाय के परिवार, मरियम उत्साही युवा के प्रतिनिधि और वाटिकन पुलिस एवं स्वीस गार्ड तथा कुँवारी मरियम शांति की रानी के नाम पर स्थापित तीन पल्ली एवं रोमन कुरिया के सदस्य उपस्थित होंगे।

अंतरराष्ट्रीय तीर्थस्थलों के साथ जुड़कर प्रार्थना

दूसरा महत्वपूर्ण चिन्ह होगा, विश्वभर के अंतरराष्ट्रीय तीर्थस्थलों की सहभागिता। उन तीर्थस्थलों पर उसी समय प्रार्थना की जायेगी जब संत पापा रोम में प्रार्थना करेंगे।

तीर्थस्थल जो संत पापा के साथ जुड़कर प्रार्थना करेंगे वे हैं ˸ यूक्रेन में माता मरियम का तीर्थस्थल; इराक में हमारी मुक्ति की माता मरियम को समर्पित महागिरजाघर; सीरिया में शांति की रानी महागिरजाघर; बाह्रेन में अराबिया की रानी माता मरियम महागिरजाघर।

इनके साथ, शाँति एवं यात्रा की रानी तीर्थस्थल, येसु मुक्तिदाता और माता मरियम का अंतरराष्ट्रीय तीर्थस्थल, जसना गोरा का तीर्थस्थल, कोरियाई शहीदों का तीर्थस्थल, लोरेटो के पवित्र घर की रोजरी की धन्य कुँवारी मरियम, नोक की माता मरियम का तीर्थस्थल, रोजरी की कुँवारी मरियम, शांति की रानी, ग्वादालुपे की माता मरियम और लुर्द की माता मरियम अंतरराष्ट्रीय तीर्थस्थलों में पोप के साथ रोजरी माला की जायेगी। 

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

26 May 2022, 16:42