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2022.05.18चार्ल्स डी फौकॉल्ड के आध्यात्मिक परिवार के संघ के सदस्यों के साथ संत पापा फ्राँसिस 2022.05.18चार्ल्स डी फौकॉल्ड के आध्यात्मिक परिवार के संघ के सदस्यों के साथ संत पापा फ्राँसिस  (Vatican Media)

संत चार्ल्स ने विश्वास के सार और सार्वभौमिकता को साझा किया, संत

संत पापा फ्राँसिस संत चार्ल्स डी फौकॉल्ड के करिश्मे से प्रेरित पुरुषों और महिलाओं से मुलाकात की और सभी लोगों के लिए मसीह के प्रेम को प्रकट करने वाले नए संत की प्रशंसा की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 18 मई 2022 (वाटिकन न्यूज) : चार्ल्स डी फौकॉल्ड को संत घोषित करने के ठीक तीन दिन बाद, बुधवार को संत पापा फ्राँसिस ने फ्रांसीसी मिशनरी के जीवन और करिश्मे से प्रेरित कई महिलाओं और पुरुषों के एक प्रतिनिधिमंडल से संत पापा पॉल षष्ट्म के एक सभागार में मुलाकात की।

वाटिकन में चार्ल्स डी फौकॉल्ड के आध्यात्मिक परिवार के संघ स्वागत करते हुए संत पापा ने कहा, “मुझे आपसे मिलकर और भाई चार्ल्स के संत घोषित होने की खुशी को आपके साथ साझा करते हुए खुशी हो रही है। उनमें हम अपने समय के एक नबी को देख सकते हैं, जो विश्वास के सार और सार्वभौमिकता को प्रकाश में लाने में सक्षम थे।”

उन्होंने कहा कि संत चार्ल्स डी फौकॉल्ड ने विश्वास के अर्थ को दो शब्दों में प्रकट किया: "ईसुस - कारितास ("येसु - प्रेम")।

एक वर्ष तक येसु के गृहनगर नाजरेथ में रहते हुए येसु के छिपे हुए जीवन में लौटकर संत चार्ल्स डी फौकॉल्ड ने उस सत्य की खोज की। "मैं आपको भाई चार्ल्स की तरह प्रोत्साहित करता हूँ कि आप यह कल्पना करते रहें कि येसु लोगों के बीच में चल रहे हैं, धैर्यपूर्वक एक कठिन काम कर रहे हैं, और एक परिवार एवं एक शहर में दिन-प्रतिदिन रह रहे हैं।"

विश्वास के सार के रूप में प्यार

संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि संत चार्ल्स की नकल करते हुए पुरुषों और महिलाओं का "गरीबों के साथ छोटेपन, नम्रता और एकजुटता के मार्ग" पर चलते हुए देखकर प्रभु को प्रसन्न होंगे।

उन्होंने कहा कि फ्रांसीसी मिशनरी ने विश्वास के सार की खोज की, उन्होंने लिखा था कि "ईश्वर प्रेम को स्थान देते हैं और फिर प्रेम से प्राप्त प्रेम और आज्ञाकारिता से प्रेरित त्याग करते है।"

संत पापा ने कलीसिया से आग्रह किया कि वह "विश्वास के मूल तत्व की ओर वापस आये, गौण चीजों में न खोएं और सुसमाचार की शुद्ध सादगी को खोने का जोखिम उठाएं।"

खुशी में सार्वभौमिक खुलापन

संत पापा ने कहा कि संत चार्ल्स डी फौकॉल्ड ने विश्वास की सार्वभौमिकता पर भी ध्यान केंद्रित किया, ख्रीस्तीय धर्म को सभी के लिए एक भाई के रूप में विशेष रूप से अल्जीरिया के सहारा रेगिस्तान में अपने 15 वर्षों के दौरान जीया।

"उनका उद्देश्य दूसरों को परिवर्तित करने का नहीं था, बल्कि केवल ईश्वर के निःस्वार्थ प्रेम में जीने का, 'भलाई की प्रेरिताई' करने का था।" नए संत ने सभी लोगों के लिए अपने घर के दरवाजे खोलकर "ईसाई, मुस्लिम, यहूदी और मूर्तिपूजक" को अपना भाई माना।

संत पापा फ्राँसिस ने संत चार्ल्स डी फौकॉल्ड से प्रेरित पुरुषों और महिलाओं को उनकी आध्यात्मिकता और खुलेपन को फैलाने में मदद करने के लिए धन्यवाद दिया, "विशेषकर इस समय में जिसमें हम खुद को बंद करने, अपने भाइयों और बहनों से दूरियां बढ़ाने का जोखिम उठाते हैं।"

संत पापा ने प्रतिभागियों से संत चार्ल्स के आनंद पर ध्यान केंद्रित करने का आमंत्रण देते हुए अपने संदेश को समाप्त किया, "क्योंकि आनंद सबसे शुद्ध गवाह है जिसे हम हर जगह और हर समय येसु को दे सकते हैं।"

 

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18 May 2022, 15:37