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स्पानी कार्डिनल कार्लो अमीगो वालेखो स्पानी कार्डिनल कार्लो अमीगो वालेखो 

कार्डिनल अमिगो वालेखो के निधन पर पोप का शोक संदेश

संत पापा फ्राँसिस ने स्पानी कार्डिनल कार्लो अमीगो वालेखो के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उनका निधन बुधवार को हुआ, वे 87 साल के थे।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 28 अप्रैल 22 (रेई) ˸ सेविले महाधर्मप्रांत की वेबसाईट अनुसार, कार्डिनल कार्लो अमीगो वालेखो ओ एफएम का निधन बुधवार को ग्वादालाजारा के यूनिर्सिटी के अस्पताल में हृदय गति रूकने के कारण हुआ।

दिवंगत कार्डिनल ने नवंबर 2009 में अपनी सेवानिवृत्ति तक 27 वर्षों के लिए सेविले के महाधर्माध्यक्ष के रूप में सेवा दी।

सेविले में सेवा देने के पूर्व वे 1973 से 1982 तक मोरोक्को के तंजियर के महाधर्माध्यक्ष रहे। संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने 21 अकटूबर 2003 में उन्हें कार्डिनल नियुक्त किया था।  

संत पापा का शोक संदेश

संत पापा फ्राँसिस ने सेविले एवं तंजियर के विश्वासियों एवं फ्रायर माईनर के धर्मबंधुओं  को बृहस्पतिवार को एक तार संदेश भेजकर अपनी हार्दिक संवेदना प्रकट की।  

उन्होंने कार्डिनल की भक्ति एवं ईश्वर तथा कलीसिया के लिए अपना जीवन अर्पित करने की उनकी निष्ठा की सराहना की।

उन्होंने मोंतसेरात की माता मरियम की मध्यस्थता द्वारा कार्डिनल अमिगो की आत्मा की अनन्त शांति के लिए प्रार्थना की।

कार्डिनल अमिगो के निधन के साथ इस समय कार्डिनलों की कुल संख्या 209 है जिनमें से 117 पोप के चुनाव के लिए वोट दे सकते हैं और 92 वोट नहीं दे सकते हैं।  

जीवनी

कार्डिनल कार्लोस अमिगो वालेखो का जन्म स्पेन में 23 अगस्त 1934 को हुआ था। उनका पुरोहिताभिषेक 17 अगस्त 1960 को हुआ था। 1970 में वे संतियागो प्रोविंस के सुपीरियर नियुक्त हुए थे।

17 दिसम्बर 1973 को वे मोरोको के तंजियेर के महाधर्माध्यक्ष नियुक्त हुए तथा 28 अप्रैल 1974 को उनका धर्माध्यक्षीय पावन अभिषेक सम्पन्न हुआ। उन्होंने परमधर्मपीठ के प्रतिनिधि के रूप में 1976 में लीबिया में आयोजित इस्लामिक- ख्रीस्तीय संवाद में भी भाग लिया था।  

अक्टूबर 1977 को उन्होंने उत्तरी अफ्रिका के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के धर्माध्यक्षों के प्रतिनिधि के रूप में धर्मशिक्षा पर धर्माध्यक्षीय धर्मसभा में भाग लिया था।

कई अवसरों पर उन्होंने राष्ट्रों के बीच विवादों में मध्यस्थता की थी तथा मुस्लिम महिलाओं के सामाजिक बढ़ावा के लिए केंद्रों की स्थापना करने का प्रोत्साहन दिया था।

वे 22 मई 1982 को सेविले के महाधर्माध्यक्ष नियुक्त किये गये थे। नवम्बर 1982 में उन्होंने संत पापा जॉन पौल द्वितीय का स्वागत सेविले में किया था।

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28 April 2022, 16:40