खोज

संत पापा फ्राँसिस और इटली में रहने वाले श्रीलंका के ख्रीस्तीय समुदाय संत पापा फ्राँसिस और इटली में रहने वाले श्रीलंका के ख्रीस्तीय समुदाय 

संत पापा द्वारा श्रीलंका के पास्का बम विस्फोट की सच्चाई का आग्रह

संत पापा फ्राँसिस ने इटली में काम कर रहे श्रीलंकाई काथलिकों के साथ श्रीलंका के पास्का बम विस्फोट के पीड़ितों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और अधिकारियों से 2019 के हमलों के पीछे की सच्चाई को उजागर करने का आह्वान किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 25 अप्रैल 2022 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने संत पेत्रुस महागिरजाघर में एकत्रित करीब साढ़े तीन हजार श्रीलंका वासियों से मुलाकात की, जो रोम और इटली के अन्य शहरों में रहते हैं। वे अपने पुरोहितों के साथ रोम की तीर्थयात्रा पर आये हुए हैं और आज संत पेत्रुस महागिरजाघर में कोलंबो महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल मालकम रंजीथ श्रीलंका के उन शहीदों के लिए विशेष पवित्र मिस्सा चढाया जो 2019 में की पास्का रात को पवित्र मिस्सा के दौरान आतंकी हमले के शिकार हो गये थे।

पास्का रविवार के हमले

21 अप्रैल 2019 को समन्वित इस्लामी आतंकवादी आत्मघाती बम हमलों की एक श्रृंखला में 3 गरजाघर और 3 बड़े होटलों में हुए बम विस्फोटों से  कम से कम 45 विदेशी नागरिकों सहित लगभग 270 लोग मारे गए थे और कुछ 500 घायल हो गए थे।

पवित्र मिस्सा के बाद संत पापा फ्राँसिस ने इतनी बड़ी संख्या में संत पेत्रुस की कब्र के चारों ओर एकत्रित होकर अपने विश्वास को प्रकट करने और आतंकी हमले के शिकार लोगों के लिए पवित्र मिस्सा अर्पित करने हेतु उनकी प्रशंसा की। संत पापा ने भी अपनी प्रार्थना में उन्हें याद किया।

कार्डिनल मालकम और संत पापा फ्राँसिस श्रीलंका के विश्वासियों से मिलते हुए
कार्डिनल मालकम और संत पापा फ्राँसिस श्रीलंका के विश्वासियों से मिलते हुए

पुनर्जीवित प्रभु की आशा

संत पापा ने कहा कि जी उठे प्रभु येसु हमारे उद्धारकर्ता हैं। वे ही हमें शांति देते हैं। 2019 के कृत्यों की भयावहता दिखाता है कि मनुष्य इस तरह का दुष्ट कार्य कर सकता है और इस बेतुकापन का सामना करते हुए ईश्वर के पुत्र को हमें बचाने के लिए क्रूस पर मरना पड़ा। उन्होंने न केवल मृत्यु, बल्कि बुराई, घृणा, भाईचारे की हिंसा की क्रूरता को अपने ऊपर ले लिया। उनका क्रूस और उनका पुनरुत्थान घने अंधेरे में आशा की रोशनी है। संत पापा ने वहाँ उपस्थित विश्वासियों से सभी हिंसा और युद्ध के पीड़ितों, विशेषकर आतंकवाद में संलिप्त लोगों के लिए प्रार्थना करने की अपील की।

अधिकारियों से अपील

संत पापा ने कहा कि वे उनके साथ मिलकर मातृभूमि, श्रीलंका के लिए प्रार्थना करते हैं। उन्होंने जनवरी 2015 में उस देश का दौरा किया था। संत पापा ने कहा, “आइए, हम शासकों के लिए, उन लोगों के लिए, जिनके पास सामाजिक और शैक्षिक जिम्मेदारियां हैं और सभी लोगों के लिए प्रार्थना करें। सभी की प्रतिबद्धता और सहयोग से वर्तमान कठिनाइयों का समाधान किया जा सकता है। आइए, हम श्रीलंका की कलीसिया के लिए प्रार्थना करें कि माता मरियम की मध्यस्थता द्वारा खुशी से उद्धारकर्ता मसीह के सुसमाचार की घोषणा कर सके।

अंत में संत पापा ने अपने लिए प्रार्थना की मांग करते हुए उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

25 April 2022, 15:51