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बम्बिनो जेसु अस्पताल में संत पापा फ्राँसिस मुलाकात करते हुए बम्बिनो जेसु अस्पताल में संत पापा फ्राँसिस मुलाकात करते हुए  

यूक्रेन के खिलाफ युद्ध एक अमानवीय एवं अपवित्र कृत्य है

संत पापा फ्राँसिस ने यूक्रेन में युद्ध को एक हिंसक एवं अपवित्र कृत्य कहा है जिसका कोई औचित्य नहीं। उन्होंने हिंसा के अंत की अपील दुहरायी है तथा यूक्रेन के लोगों का लम्बे समय तक स्वागत करने का प्रोत्साहन दिया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने पुनः यूक्रेन की याद की। उन्होंने दुःख प्रकट करते हुए कहा, "दुर्भाग्य से, यूक्रेन के खिलाफ हिंसक आक्रमण जारी है, एक संवेदनहीन नरसंहार जहां हर दिन अत्याचार दोहराया जा रहा है। इसे किसी भी तरह से न्यायसंगत नहीं ठहराया जा सकता। मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सभी नेताओं से अपील करता हूँ कि वे इस घृणित युद्ध के अंत के लिए कार्य करें।"

निर्दोष लोगों की हत्या

इस सप्ताह भी मिसाईल एवं बमों ने नागरिकों, बुजूर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को मारा है। मैं घायल बच्चों से मिलने गया था जो यहाँ रोम में हैं। एक का हाथ नहीं है और दूसरे के सिर पर चोट आयी है...ये निर्दोष बच्चे हैं। मैं उन लाखों शरणार्थियों की याद करता हूँ जिन्हें सब कुछ पीछे छोड़कर भागना पड़ा है और उन लोगों के लिए बहुत अधिक दुःख महसूस करता हूँ जो भागने में असमर्थ हैं। कई बुजूर्ग, बीमार और गरीब लोग अपने परिवार से अलग हो गये हैं, अनेक बच्चे एवं कमजोर लोग जो बम से मरने के लिए वहीं बच गये हैं। जिन्हें हवाई हमले के बीच कोई सहायता और सुरक्षा नहीं मिल रही है। यह अमानवीय है विशेषकर, असहाय मानव जीवन के खिलाफ, जिनका सम्मान और रक्षा किया जाना चाहिए न कि उन्हें समाप्त कर दिया जाना। आइये हम न भूलें, यह क्रूर, अमानवीय और अपवित्र है। आइये हम पीड़ितों के लिए मौन प्रार्थना करें।"

संत पापा ने बम हमलों के बीच लोगों के प्रति पुरोहितों के सामीप्य की सराहना की जो संकट के इस समय में उदारता एवं भाईचारा के सुसमचार को जी रहे हैं। उन्होंने कहा, "इन दिनों मैंने कुछ लोगों से फोन पर बातें कीं कि वे ईश्वर की प्रजा के कितने करीब हैं। मैं इस साक्ष्य एवं कई निराश लोगों को साहसपूर्ण समर्थन देने के लिए आप सभी को धन्यवाद देता हूँ।"

लम्बे समय तक स्वागत

संत पापा ने प्रेरितिक राजदूत मोनसिन्योर विस्वालदास कुलबोकास के लिए भी चिंता व्यक्त की जो युद्ध के शुरू से कीव में अपने सहयोगियों के साथ रह रहे हैं और अपनी उपस्थिति से यूक्रेनी लोगों के प्रति उनका सामीप्य प्रदान कर रहे हैं। संत पापा ने यूक्रेन के लोगों की याद करते हुए कहा, "आइये हम इनके करीब रहें, स्नेह, प्रार्थना और ठोस प्रतिबद्धता से उनका आलींगन करें।" आप युद्ध और हिंसा के आदी न हो जाएँ, हम उदारता पूर्वक स्वागत करने से न थकें। हम न केवल अभी इन कार्यों को करें बल्कि आनेवाले सप्ताहों और महीनों में भी करते रहें। क्योंकि अक्सर हम सभी शुरू के दिनों में आसानी से स्वागत सकते हैं किन्तु बाद में हमारा हृदय ठंढा पड़ जाता  और हम भूल जाते हैं। हम उन महिलाओं और बच्चों की याद करते हैं जो इस समय बिना काम के हैं और अपने पति से अलग हो गये हैं जो समाज के लिए स्वयंसेवक बन गये हैं। आइये हम उनकी रक्षा करें।  

तब संत पापा ने 25 मार्च को मानवता, खासकर, यूक्रेन और रूस को माता मरियम के निष्कलंक हृदय को समर्पित करने में भाग लेने का आह्वान किया ताकि शांति की रानी, दुनिया के लिए शांति ला सकें।

तत्पश्चात् संत पापा ने रोम तथा विश्व के विभिन्न देशों से आये तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया।    

अंत में, उन्होंने अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगल कामनाएँ अर्पित की।

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20 March 2022, 18:52