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यूक्रेन के सीमा रक्षक यूक्रेन के सीमा रक्षक  

यूक्रेन में राजनयिक प्रयास जारी, संत पापा ने शांति आह्वान दोहराय

बुधवारीय आमदर्शन समारोह के दौरान संत पापा ने युद्ध को "पागलपन" के रूप में वर्णित किया और यूक्रेन में तनाव और संघर्ष के खतरों पर काबू पाने हेतु संवाद की अपील की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 9 फरवरी 2022 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के संत पापा पॉल षष्टम सभागार में बुधवारीय आमदर्शन समारोह के दौरान उन लोगों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया जिन्होंने 26 जनवरी को यूक्रेन की शांति हेतु रखे गये प्रार्थना में भाग लिया। 23 जनवरी को देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा फ्राँसिस ने यूक्रेन में तनाव को देखते हुए 26 जनवरी को यूक्रेन में शांति हेतु प्रार्थना दिवस का आह्वान किया था।

संत पापा ने कहा, “मैं उन सभी लोगों और समुदायों को धन्यवाद देना चाहता हूँ जो 26 जनवरी को यूक्रेन में शांति के लिए प्रार्थना में शामिल हुए थे। हम शांति के ईश्वर से लगातार गुहार लगाते रहें, ताकि गंभीर बातचीत के माध्यम से तनाव और युद्ध के खतरों को दूर किया जा सके और ताकि "नॉरमैंडी फॉर्मेट" में बातचीत भी इस उद्देश्य में योगदान दे सके। हम यह न भूलें, कि युद्ध एक पागलपन है!”

विदित हो कि फ्रांस और जर्मनी ने यूक्रेन और रूस समर्थित विद्रोहियों के बीच 2015 में शांति समझौता कराने में मध्यस्थता की थी जिसे ‘नॉरमैंडी फॉर्मेट’ भी कहा जाता है।

कूटनीतिक प्रयास

रूस और यूक्रेन के बीच वर्षों से तनाव चल रहा है। हाल ही में, रूस ने पिछले साल के अंत में यूक्रेन के साथ अपनी सीमा के पास सैनिकों और सैन्य उपकरणों को स्थानांतरित करना शुरू कर दिया, जिससे संभावित आक्रमण की चिंता बढ़ गई।

नवीनतम घटनाक्रम में, स्थिति को शांत करने के लिए राजनयिक प्रयास गति पकड़ रही है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के बाद, फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रोन ने मंगलवार को कहा कि संकट को कम करने के लिए कदम उठाए जा सकते हैं और सभी पक्षों से शांत रहने का आह्वान किया।

पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की दोनों ने उन्हें बताया था कि वे 2014 के शांति समझौते के सिद्धांतों के लिए प्रतिबद्ध हैं, उन्होंने कहा कि यह सौदा, जिसे मिन्स्क समझौते के रूप में जाना जाता है, उनके चल रहे विवादों को हल करने का एक मार्ग प्रदान किया।

बाद में मैक्रोन ने बर्लिन में जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ से मुलाकात की। दोनों ने कहा, "हमारा साझा लक्ष्य यूरोप में युद्ध को रोकना है।" मैक्रों और स्कोल्ज़ ने बर्लिन में पोलिश राष्ट्रपति आंद्रेज़ डूडा से भी मुलाकात की। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा कि वार्ता के बाद तीनों नेताओं ने यूक्रेन की संप्रभुता के लिए अपना संयुक्त समर्थन व्यक्त किया।

धमकी भरे प्रतिबंध

संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ ने यूक्रेन पर हमला करने पर रूस को प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है। हालांकि, रुस ने बड़े पैमाने पर नए प्रतिबंधों को एक खाली खतरे के रूप में खारिज कर दिया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने सोमवार को चेतावनी दी कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया, तो "अब नॉर्ड स्ट्रीम 2 नहीं होगी।"  उन्होंने जर्मनी के लिए एक नवनिर्मित, अभी तक बंद गैस पाइपलाइन का जिक्र किया।

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09 February 2022, 15:32