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संत पेत्रुस महागिरजाघर में राख बुधवार के समारोह का अनुष्ठान करते हुए संत पापा फ्राँसिस संत पेत्रुस महागिरजाघर में राख बुधवार के समारोह का अनुष्ठान करते हुए संत पापा फ्राँसिस 

संत पापा के मार्च महीने की धर्मविधि समारोहों के कार्यक्रम

परमधर्मपीठीय समारोहों के कार्यालय ने संत पापा फ्राँसिस के मार्च महिने के पारंपरिक धर्मविधि समारोहो का कार्यक्रम को प्रकाशित किया है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 14 फरवरी 2022 (रेई) : वाटिकन प्रेस कार्यालय ने सोमवार को मार्च के महीने के धार्मिक समारोहों का कार्यक्रम जारी किया, जिसकी अध्यक्षता संत पापा फ्राँसिस करेंगे।

राख बुधवार, 2 मार्च

संत पापा फ्राँसिस शाम 4.30 बजे रोम स्थित संत अनसेल्मो गिरजाघर से शुरू होने वाले एक तपस्या जुलूस का नेतृत्व करते हुए संत सबीना महागिराघर जाएंगे और वहाँ शाम 5 बजे पवित्र मिस्सा के दौरान राख पर आशीष व राख विलेपन की धर्मविधि सम्पन्न करेंगे।

पिछले साल, कोविड -19 महामारी के कारण, संत पापा ने वाटिकन में संत पेत्रस महागिरजाघर में राख बुधवार के मिस्सा समारोह का अनुष्ठान किया था।

शुक्रवार 4 मार्च

संत पापा फ्राँसिस कंसिस्टरी सभागार में प्रातः 10.30 सामान्य सार्वजनिक सभा में कुछ संतों के संत घोषणा में मतदान हेतु उपस्थित रहेंगे।

शुक्रवार 25 मार्च

संत पापा फ्राँसिस संत पेत्रुस महागिरजाघऱ में, शाम 5 बजे पश्चताप धर्मविधि का अनुशष्ठान करेंगे। घोषणा में कहा गया है, परमधर्मपीठीय पूजन समारोह के प्रमुख मोन्सिन्योर डिएगो रवेली द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे।

रोमन कूरिया के लिए आध्यात्मिक साधना

इस बीच, संत पापा ने रोमन कूरिया के सदस्यों को कोविड-19 के कारण जारी स्वास्थ्य आपातकाल के कारण इस वर्ष आध्यात्मिक साधना के लिए व्यक्तिगत व्यवस्था करने हेतु आमंत्रित किया है।

वाटिकन प्रेस कार्यालय द्वारा जनवरी में जारी एक बयान में कहा गया है कि संत पापा ने रोम में रहने वाले कार्डिनलों, विभागों के प्रमुखों और रोमन कूरिया के वरिष्ठों को "6 मार्च, रविवार की दोपहर से  शुक्रवार 11 मार्च तक आध्यात्मिक साधना करने के लिए कहा।"

कोविड -19 महामारी के प्रकोप से पहले तीन वर्षों के लिए, संत पापा फ्राँसिस अरिच्चा में कासा डिविनो माएस्त्रो में आध्यात्मिक साधना के लिए कूरिया के सदस्यों में शामिल हुए थे।

पूर्व में, आगमन काल के पहले सप्ताह के दौरान आध्यात्मिक साधना किया जाता था, लेकिन 1964 में, इसे चालिसा काल में स्थानांतरित कर दिया गया। रोमन कूरिया के आध्यात्मिक साधना, येसु समाजी धर्मसंघ के संस्थापक, लोयोला के संत इग्नासियुस के आध्यात्मिक साधना के बाद किया गया है। 1929 से, जब संत पापा पियुस ग्यारहवें ने आध्यात्मिक अभ्यासों के प्रचार पर विश्वपत्र जारी किया, तब से रोमन कूरिया इस धार्मिक प्रथा का पालन करता आ रहा है।

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14 February 2022, 16:08