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संत पौलुस महागिरजाघर के अंदर  का मोसाइक विश्व के राजा मसीह संत पौलुस महागिरजाघर के अंदर का मोसाइक विश्व के राजा मसीह  (©Renáta Sedmáková - stock.adobe.com)

संत पापा द्वारा संध्यावंदना के साथ ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना सप्ताह का समापन

संत पापा फ्राँसिस 25 जनवरी को रोम से बाहर संत पौलुस महागिरजाघर में शाम की प्रार्थना के साथ ख्रीस्तीय एकता के लिए प्रार्थना सप्ताह के विश्वव्यापी समारोह का समापन करेंगे।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 15 जनवरी 2022 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा की धर्मविधि समारोहों क व्यवस्था करने वाली समिति के अध्यक्ष ने शुक्रवार को घोषणा की कि मंगलवार, 25 जनवरी को संत पापा फ्राँसिस ख्रीस्तीय एकता के लिए प्रार्थना सप्ताह को संध्या प्रार्थना के साथ समाप्त करेंगे।

यह समारोह संत पौलुस के मनपरिवर्तन पर्व दिवस पर रोम से हर संत पौलुस महागिरजाघर में संत पापा फ्राँसिस की अध्यक्षता सम्पन्न होगा।

इस वर्ष ख्रीस्तीय एकता के लिए प्रार्थना सप्ताह का विषय है: "हमने पूर्व में तारे को देखा और हम उसकी पूजा करने आए।"

प्रार्थना का सप्ताह- 18-25 जनवरी को प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है-जिसमें दुनिया भर की कलीसियाएँ और ख्रीस्तीय संप्रदाय शामिल हैं।

2022 के लिए प्रार्थना के विषय को ख्रीस्तीय एकता को बढ़ावा देने के लिए बने परमधर्मपीठीय सम्मेलन के संयोजन में, मध्य पूर्व कलीसियाओं की परिषद ने संत मत्ती के सुसमाचार अध्याय 2, पद संख्या 1-12 तीन ज्योतिषि राजाओं के अनुभवों को जगाने के लिए चुना।

दैनिक विषय

सप्ताह के दौरान, सभी ख्रीस्तियों को प्रत्येक दिन एक विशिष्ट विषय पर चिंतन करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

पहले दिन का विषयः "हमने पूर्व से उनका तारा उदित होते देखा।" (पद,2,ब)

दूसरे दिन का विषयः "यहूदियों का नवजात राजा कहाँ है?" (पद,2,अ)

तीसरे दिन का विषयः "जब राजा हेरोद ने यह सुना तो और उसके साथ सारा येरूसालेम घबरा गया।" (पद,3)

चौथे दिन का विषयः " बेथलेहेम, यूदा की भूमि! तू यदा के प्रमुख नगरों में किसी से कम नहीं हैं।"(पद,6)

पांचवें दिन का विषय: "उन्होने जिस तारे को उदित होते देखा था, वह उनके आगे चलता रहा।"(पद,9)

छठे दिन का विषयः "उन्होंने बालक को उसकी माता मरियम के साथ देखा और उसे साष्टांग प्रणाम किया।"(पद,11अ)

सातवें दिन का विषयः "फिर अपना-अपना सन्दूक खोलकर उन्होंने उसे सोना, लोबान और गंधरस की भेंट चढ़ायी।"(पद,11ब)

आठवें और अंतिम दिन का विषयः "वे दूसरे रास्ते से अपने देश चले गये।"(पद,12ब)

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15 January 2022, 15:28