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संत पापा ने सिस्टिन चैपल में सोलह शिशुओं को दिया बपतिस्मा संस्कार

सिस्टिन चैपल में, संत पापा फ्राँसिस ने प्रभु के बपतिस्मा महोत्सव पर पवित्र मिस्सा बलिदान के दौरान सोलह शिशुओं को बपतिस्मा संस्कार दिया और अपने प्रवचन में जीवन भर उनकी ख्रीस्तीय पहचान को बनाए रखने में मदद करने के लिए सभी की जिम्मेदारी को याद दिलाया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 10 जनवरी 2022 (वाटिकन न्यूज) : सिस्टिन चैपल की भव्य सुंदरता में रविवार सुबह पवित्र मिस्सा के दौरान संत पापा फ्राँसिस ने व्यक्तिगत रूप से सोलह बच्चों, नौ लड़कियों और सात लड़कों को बपतिस्मा संस्कार दिया। ये वाटिकन में काम करने वाले कर्मचारियों के बच्चे हैं। यर्दन नदी में येसु द्वारा लिये गये बपतिस्मा के प्रतीक के रुप में इन बच्चों को बपतिस्मा संस्कार दिया गया।

 अपने संक्षिप्त प्रवचन में संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि आज ये बच्चे बपतिस्मा के संस्कार के माध्यम से अपनी ख्रीस्तीय पहचान प्राप्त करेंगे। माता-पिता और धर्म माता-पिता की भूमिका, उन्हें जीवन भर इस ख्रीस्तीय पहचान को गहरा और सुरक्षित करने में मदद करना है। संत पापा ने बच्चों को प्राप्त होने वाले प्रकाश के आशीर्वाद में बढ़ने में मदद करने के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रभु के आशीर्वाद में बच्चों की परवरिश करना, यह एक दैनिक प्रयास और प्रतिबद्धता है।

सिस्टिन चैपल में बपतिस्मा
सिस्टिन चैपल में बपतिस्मा

प्रभु के बपतिस्मा के इस पर्व के दिन एक धार्मिक भजन को याद करते हुए, संत पापा ने बताया कि कैसे इस्राएल के लोग पूरे मन और दिल से यर्दन नदी में प्रवेश कर बपतिस्मा पाये थे। यह पूरी तरह से ईश्वर के लिए हमारी आवश्यकता और उनके द्वारा शुद्ध किए जाने के संकेत को प्रकट करता है। इसी तरह आज ये शिशु अपने माता-पिता और धर्म माता-पिता की मदद से जीवन में आगे बढ़ने के लिए ईश्वर से औचित्य और शक्ति प्राप्त करने के लिए तैयार हैं।  बच्चों की ख्रीस्तीय पहचान को बनाए रखने में मदद करने की जिम्मेदारी माता-पिता और धर्म माता-पिता है।

सिस्टिन चैपल में बपतिस्मा
सिस्टिन चैपल में बपतिस्मा

अंत में, संत पापा ने बपतिस्मा लेने वाले बच्चों के माता-पिता को अपने शिशुओं को गर्म रखने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि सर्दियों के महीनों में सिस्टिन चैपल काफी ठंडा हो सकता है और इस परिवेश में भी वे शिशुओं की देखभाल करें, उन्हें दूध पिलायें। वे यहाँ घर सा महसूस करें। यदि वे रोते हैं, तो यह भी उपस्थित सभी लोगों के साथ समुदाय में उनकी आत्मा की अभिव्यक्ति है।

सिस्टिन चैपल में बपतिस्मा
सिस्टिन चैपल में बपतिस्मा

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10 January 2022, 15:44