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दक्षिण अफ्रीका के महाधर्माध्यक्ष डेसमंड टूटू दक्षिण अफ्रीका के महाधर्माध्यक्ष डेसमंड टूटू  

संत पापा फ्राँसिस ने महाधर्माध्यक्ष टूटू के निधन पर शोक जताया

संत पापा फ्राँसिस ने दक्षिण अफ्रीका के महाधर्माध्यक्ष डेसमंड टूटू के निधन पर शोक संदेश भेजा, जिनका 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी,सोमवार 27 दिसम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने महाधर्माध्यक्ष डेसमंड टूटू के परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की, जिनका 90 वर्ष की आयु में रविवार 26 दिसम्बर को निधन हो गया।

संत पापा फ्राँसिस की ओर से दक्षिण अफ्रीका के प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष पीटर बी वेल्स को भेजे गए एक तार में वाटिकन के सचिव कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन ने कहा कि महाधर्माध्यक्ष की मृत्यु के बारे में जानकर संत पापा अत्यंत दुखित हुए।

  संत पापा फ्राँसिस ने "अपने मूल दक्षिण अफ्रीका में नस्लीय समानता और सुलह को बढ़ावा देने" के माध्यम से सुसमाचार की सेवा के लिए उनकी श्रद्धांजलि अर्पित की। टेलीग्राम में, संत पापा ने महाधर्माध्यक्ष टूटू के निधन पर शोक व्यक्त करने वाले सभी लोगों पर "प्रभु की शांति और सांत्वना के दिव्य आशीर्वाद" का आह्वान किया।

अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक संदेश में, दक्षिणी अफ्रीकी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने "श्रीमती लिआ टूटू, परिवार और एंग्लिकन कलीसिया के प्रति केप टाउन के दिवंगत महाधर्माध्यक्ष सेवानिवृत, डेसमंड एमपिलो टूटू की मृत्यु पर अपनी संवेदना व्यक्त की। दक्षिण अफ्रीका की मुक्ति और लोकतंत्र में महाधर्माध्यक्ष के अपार आध्यात्मिक योगदान को याद किया जाएगा, इसी की वजह से वे नोबेल शांति पुरस्कार के संयुक्त विजेता थे। न्याय के लिए उनकी खोज तब जारी रही जब वे सत्य और सुलह आयोग अध्यक्ष थे।"

एंग्लिकन महाधर्माध्यक्ष का जन्म जोहान्सबर्ग के पास हुआ था, लेकिन उन्होंने अपना अधिकांश जीवन केप टाउन में बिताया और नस्लीय अलगाव और भेदभाव की नीति का विरोध करने के लिए कई मार्च और अभियानों का नेतृत्व किया। जब 1990 के दशक की शुरुआत में रंगभेद का अंत हुआ और नेल्सन मंडेला देश के राष्ट्रपति बने, तो महाधर्माध्यक्ष टूटू को दक्षिण अफ्रीका के सत्य और सुलह आयोग का अध्यक्ष नामित किया गया। 1984 में नोबेल शांति पुरस्कार जीतने के साथ-साथ, महाधर्माध्यक्ष टूटू को "प्रेम और क्षमा जैसे आध्यात्मिक सिद्धांतों को आगे बढ़ाने में उनके जीवन भर के काम के लिए टेम्पलटन पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिसने दुनिया भर के लोगों को मुक्त करने में मदद की है।"

 

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27 December 2021, 14:21