खोज

धर्माध्यक्ष एरिक डी मौलिन्स-ब्यूफोर्ट, , धर्माध्यक्ष ओलिवियर लेबोर्गने और धर्माध्यक्ष डोमिनिक ब्लैंचेट के साथ संत पापा फ्राँसिस धर्माध्यक्ष एरिक डी मौलिन्स-ब्यूफोर्ट, , धर्माध्यक्ष ओलिवियर लेबोर्गने और धर्माध्यक्ष डोमिनिक ब्लैंचेट के साथ संत पापा फ्राँसिस 

संत पापा ने दुर्व्यवहार संकट से निपटने में धर्माध्यक्षों की प्रशसा की

संत पापा फ्राँसिस के साथ मुलाकात के कुछ घंटे बाद, फ्रांसीसी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष, धर्माध्यक्ष एरिक डी मौलिन्स-ब्यूफोर्ट, और दो उपाध्यक्ष, धर्माध्यक्ष ओलिवियर लेबोर्गने और धर्माध्यक्ष डोमिनिक ब्लैंचेट ने प्रेस से बातें की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रोम, मंगलवार 14 दिसम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : रोम स्थित फ्रांसीसी सेमिनरी में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान, फ्रांसीसी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की अध्यक्षता करने वाले सदस्यों ने कहा कि संत पापा फ्राँसिस के साथ उनकी सोमवार की बैठक एक वार्षिक प्रथा थी, ताकि उनकी हालिया में सम्पन्न महासभा की रिपोर्ट की जा सके।

इस वर्ष, 2 से 8 नवंबर तक लूर्द में मिले धर्माध्यक्षों ने विशेष रूप से सीआईएएसई रिपोर्ट पर ध्यान केंद्रित किया। 5 अक्टूबर को इसके प्रकाशन ने फ्रांस को झटका दिया, विशेष रूप से सर्वेक्षण से पता चला कि 1950 के बाद से काथलिक कलीसिया के भीतर यौन हिंसा के 330,000 शिकार हुए हैं।

सम्मेलन के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष एरिक डी मौलिन्स-ब्यूफोर्ट ने बताया कि फ्रांसीसी धर्माध्यक्षों ने लूर्द में इस सभा के दौरान "मनपरिवर्तन" का अनुभव किया और धर्माध्यक्ष ओलिवियर लेबोर्गने ने एक "आध्यात्मिक साहस" की भी बात की, जिसने धर्माध्यक्षों को अपनेके दृष्टिकोण के केंद्र में पीड़ितों की सुनना और उनकी देखभाल करने के लिए प्रेरित किया। इसमें व्यक्तिगत विफलताओं के ऊपर संस्थागत जिम्मेदारी को ग्रहण करना शामिल है।

एक "सम्मानजनक" मनोभाव

प्रेस वार्ता के दौरान, सम्मेलन के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष एरिक ने बताया कि वाटिकन में सोमवार को अपनी बैठक में, "संत पापा ने हमारे दृष्टिकोण की गरिमा और सीआईएएसई रिपोर्ट को ध्यान में रखने के हमारे तरीके को रेखांकित किया और उन्होंने हमें ऐसा करना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।" हाल के विवादों के बावजूद, रिपोर्ट काम के लिए एक वैध आधार बनी हुई है।

जांच का नेतृत्व करने वाले आयोग के प्रमुख, जीन-मार्क सॉवे के साथ संत पापा की मुलाकात की तिथि अभी तक निर्धारित नहीं की जा सकी है। संत पापा ने कुछ तत्वों में रुचि दिखाई, जिसे धर्माध्यक्षों ने विशेष रूप से ऐतिहासिक डेटा पर सीधे उन्हें समझाने में सक्षम थे, जिस तरह से फ्रांस की कलीसिया "पुरोहितों की समस्या" से निपटती थी।

धर्माध्यक्षीय धर्मसंघ के प्रीफेक्ट कार्डिनल ओउलेट और समर्पित जीवन की संस्थाओं के लिए बने धर्मसंघ और प्रेरिताई जीवन संबंधी संघों के प्रीफेक्ट कार्डिनल ब्रेज़ डी अवीज़ के साथ धर्माध्यक्षों की बैठकों के दौरान नाबालिगों के दुर्व्यवहार के उपचार के अधिक विशिष्ट और वर्तमान पहलुओं पर भी चर्चा की गई, जिन्हें सीआईएएसइ रिपोर्ट से अवगत कराया गया था।

अन्य यूरोपीय देशों के संबंध में, कुछ अनौपचारिक आदान-प्रदान किये गये। फ्रांसीसी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन और जर्मनी एवं स्विट्जरलैंड के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के बीच आगामी बैठक जनवरी में एक अलग पद्धति का उपयोग करके किए गए अन्य सर्वेक्षणों के साथ अपने अनुभवों का आदान-प्रदान किया जाएगा।

फ्रांसीसी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रमुखों के साथ अपने आदान-प्रदान में स्वयं संत पापा ने फरवरी 2019 में धर्माध्यक्षों की बैठक का उल्लेख किया और उन्होंने वैश्विक स्तर पर बुराई की जड़ों से निपटने के लिए "सभी आवश्यक कार्य करने" का दृढ़ संकल्प लिया है।

धर्माध्यक्षों के लिए चुनौती एक "आध्यात्मिक जीवन" को जीना है और "खुद को प्रभु के सामने रखना", "पीड़ितों के सामने और मसीह के सामने" अपनी जिम्मेदारियों को निभाना है।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

14 December 2021, 15:58