संत पापा: आइए हम नकली, व्यावसायिक क्रिसमस का अनुभव न करें
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, शनिवार 11 दिसम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार को ख्रीस्तियों को नकली, व्यावसायिक क्रिसमस से दूर रहने का आह्वान किया, जो उपभोक्तावाद और उदासीनता से प्रदूषित है। उन्होंने 3 प्रतिनिधिमंडलों के एक समूह के लिए यह टिप्पणी की, जिन्होंने इस साल वाटिकन को दो चरनी और एक क्रिसमस पेड़ उपहार में दिया।
संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में इस साल का चरनी पेरू का उपहार है जो चोपका राष्ट्र से आता है, जिसमें एंडीज पहाड़ों के ऊंचे इलाकों में हुआनकेवेलिका क्षेत्र में स्थित कई समुदाय शामिल हैं। एंडियन वेशभूषा में 30 से अधिक आदमकद मूर्तियां, सिरामिक, मैगी लकड़ी और फाइबरग्लास से बनी हैं और इसमें पेरू के राष्ट्रीय प्रतीक रेडियन कोंडोर, अल्पाका और विकुना भी शामिल हैं।
चरनी के बगल में, 28 मीटर ऊंचा विशाल लाल देवदार क्रिसमस पेड़ है यह उत्तरी इतालवी क्षेत्र त्रेंतीनो के अंडालो जंगल से है।
वाटिकन के संत पापा पॉल सष्टम सभागार में भी चरनी बनाया गया हैं यह इटली के पदुआ धर्मप्रांत में गालियो स्थित संत बारतोलोमेयो पल्ली के युवाओं का उपहार है। इसी सभागार में संत पापा ने 3 प्रतिनिधिमंडलों के समूहों का अभिवादन किया।
चरनी - मुक्ति हेतु सार्वभौमिक आह्वान
समूहों को संबोधित करते हुए संत पापा फ्राँसिस ने क्रिसमस के अर्थ पर विचार किया। उन्होंने कहा, "सामग्री और कपड़े से बनी चरनी में पात्रों और क्षेत्र की विशेषता है, यह एंडीज के लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं और मुक्ति के लिए सार्वभौमिक ऑह्वान का प्रतीक हैं। वास्तव में, प्रत्येक पुरुष और महिला, सभी संस्कृतियों और राष्ट्रीयता को बचाने के लिए येसु मानव बनकर पृथ्वी पर आये था। उसने अपने आप को छोटा बनाया ताकि हम उसका स्वागत कर सकें और ईश्वर की कोमलता का उपहार प्राप्त कर सकें।"
क्रिसमस पेड़ - पुनर्जन्म
पोप ने कहा, देवदार का पेड़, जीवन का वृक्ष, मसीह का प्रतीक है, एक ऐसा वृक्ष जहाँ तक पाप के कारण मनुष्य की कोई पहुंच नहीं थी, ईसा मसीह के जन्म के साथ ही ईश्वरीय जीवन मानव जीवन से जुड़ गया। इसलिए क्रिसमस वृक्ष पुनर्जन्म का आह्वान करता है, ईश्वर का उपहार जो खुद को हमेशा के लिए मनुष्य के साथ जोड़ते हैं, जो हमें अपना जीवन देते हैं। "देवदार के पेड़ की रोशनी येसु की याद दिलाती है, प्यार की रोशनी जो अंधेरी दुनिया में भी चमकती रहती है।"
उपभोक्तावाद और उदासीनता
संत पापा ने सभी विश्वासियों को क्रिसमस की सच्ची भावना को बनाए रखने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा, "आइए, हम इसे उपभोक्तावाद और उदासीनता से प्रदूषित न होने दें।" चरणी और पेड़ के प्रतीक उस निश्चितता को वापस लाते हैं जो हमारे दिलों को उस शांति और आनंद से भर देती है जो हमारे साथ रहती है और हमें आशा देती है। पेड़ और चरणी हमें कोमलता, साझा करने और पारिवारिक अंतरंग भावना जैसे विशिष्ट क्रिसमस वातावरण से परिचित कराते हैं। "आइए, हम नकली, व्यावसायिक क्रिसमस का अनुभव न करें!" संत पापा ने प्रोत्साहित करते हुए कहा, "आइए हम अपने आप को ईश्वर की करुणामयी और कोमल निकटता और क्रिसमस के माहौल से आच्छादित होने दें जो कला, संगीत, गीत और परंपराओं को हमारे दिलों में लाती हैं।"
ईश्वर हमारे साथ है
पदुआ के समूह को उनके क्रिसमस चरणी के लिए धन्यवाद देते हुए संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि क्रिसमस विश्वास और आशा का पर्व है। ईश्वर हमारे साथ हैं और हमपर भरोसा करते हैं। वे हमें क्षमा करते नहीं थकते, यही आशा का कारण है। वे हमारे साथ अपना निवास स्थान बनाने और उन वास्तविकताओं को लेने का चुनाव करते हैं जहाँ हम अपना दिन बिताते हैं। वे दूर से या ऊँचाई से हमपर हावी नहीं होते हैं, बल्कि वे छोटा बनकर नीचे हमारे बीच आते हैं और सेवा करने के लिए गरीब बनते हैं। इसलिए, उनके सदृश होने के लिए, हमें स्वयं को दूसरों की सेवा में समर्पित करना होगा।
संत पापा ने कहा कि क्रिसमस पर ईश्वर हमारे साथ रहने आते हैं और हमें अपने भाइयों और बहनों, विशेष रूप से सबसे गरीब, सबसे कमजोर और सबसे नाजुक लोगों की देखभाल करने के लिए कहते हैं, जिन्हें महामारी ने और भी कमजोर बना दिया है।
संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में चरणी और क्रिसमस पेड़ को "प्रकाशित" करने का आधिकारिक उद्घाटन समारोह शुक्रवार स्थानीय समयानुसार शाम 5 बजे संपन्न किया गया।
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