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संत पापा एक दिव्यांग व्यक्ति से मिलते हुए संत पापा एक दिव्यांग व्यक्ति से मिलते हुए 

जीवन निर्णायक व निरंतर चुनाव करने का समय है, संत पापा

रविवार को संत पापा फ्राँसिस ने देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के बाद अनेक मुद्दों पर बातें की और उन्हें अपने ट्वीट संदेश में लिखा। रविवार पाठ पर चिंतन किया। इस चिंतन को ट्वीट में भी साझा किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 13 दिसम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) :  आगमन के तीसरे रविवार के लिए चयनित संत लूकस के सुसमाचार पाठ में लोग संत योहन बपतिस्ता के पास आकर उनका प्रवचन सुनते हैं और उनसे पूछते हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए। रविवार को संत पापा फ्राँसिस ने देवदूत प्रार्थना का पाठ करने से पहले इसी पाठ पर चिंतन किया। अपने इस चिंतन को ट्वीट में भी साझा किया।

12 दिसम्बर का ट्वीट

ट्वीट संदेशः "हमें क्या करना चाहिए?" (लूका 3:10) आज के सुसमाचार का यह प्रश्न हमें याद दिलाता है कि जीवन में हमारे लिए एक कार्य है। जीवन एक उपहार है जो प्रभु हमें देते हैं, हमसे कहते हैं: खोजो कि तुम कौन हो और तुम्हारे जीवन के सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करो!

संत पापा ने देवदूत प्रार्थना करने के उपरांत अंतरराष्ट्रीय कारितास की 70वीं वर्षगांठ पर शुभकामनाएं दी। संत पापा ने ट्वीट कर गरीबों के प्रति अपने उदार कार्यों को जारी रखने हेतु प्रेरित किया।

ट्वीट संदेशः “आज मैं अंतरराष्ट्रीय कारितास की 70वीं वर्षगांठ पर अपनी शुभकामनाएं देना चाहता हूँ। आप दुनिया भर में गरीबों और सबसे कमजोर लोगों के लिए कलीसिया के प्यार को दिखाना और साक्ष्य बनना जारी रखें!”

रविवार को संत पापा ने ट्वीट कर यूक्रेन के लिए प्रार्थना करने का आह्वान किया।

ट्वीट संदेश: “आइए, हम एक साथ प्रिय यूक्रेन के लिए प्रार्थना करें, ताकि तनाव को बातचीत के माध्यम से हल किया जा सके, न कि हथियारों से। मुझे दुख है कि इस साल पिछले साल की तुलना में अधिक हथियारों का उत्पादन किया गया। हथियार रास्ता नहीं है। इस वर्ष प्रभु के जन्म का उत्सव यूक्रेन में शांति लाए।”

13 दिसम्बर का टवीट

संत पापा ने सोमवार को ट्वीट कर जीवन में सही और महान विकल्प का चुनाव करने हेतु प्रेरित किया।

ट्वीट संदेश: “जीवन निर्णायक व निरंतर चुनाव करने का समय है। तुच्छ विकल्प एक तुच्छ जीवन की ओर ले जाते हैं और महान विकल्प महान जीवन की ओर। वास्तव में हम वही बनते हैं जो हम चुनते हैं। यदि हम ईश्वर को चुनते हैं, तो हम प्रतिदिन उसके प्रेम में बढ़ते हैं और यदि हम दूसरों से प्रेम करना चुनते हैं, तो हमें सच्चा सुख मिलता है।”

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13 December 2021, 15:39