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असीसी में एक गरीब भाई को गले लगाते हुए संत पापा फ्राँसिस असीसी में एक गरीब भाई को गले लगाते हुए संत पापा फ्राँसिस 

गरीबों का विश्व दिवसःगरीब कलीसिया के खजाने हैं

एक वीडियो संदेश में संत पापा फ्राँसिस ने गरीबों के पांचवें विश्व दिवस पर दुनिया भर के विश्वासियों को प्रार्थना में शामिल होने के लिए बधाई दी। "फ्रतेल्लो" (भाई) संगठन जो गरीबों की सेवा करता है, संत पापा के निमंत्रण के जवाब में एक वैश्विक प्रार्थना पहल का आयोजन करने हेतु रिकॉर्ड किये गये, वीडियो संदेश पर प्रकाश डाला कि कैसे "गरीब कलीसिया के खजाने हैं।"

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 15 नवम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने गरीबों के पांचवे विश्व दिवस के अवसर पर स्पानी भाषा में दिए गए एक वीडियो संदेश के माध्यम से विश्व भर के प्रतिभागियों को बधाई दी। यह संदेश विश्व प्रार्थना दिवस के लिए तीस मिनट की विश्व प्रार्थना पहल के संदर्भ पर आया है, जिसे फ्रतेल्लो संगठन द्वारा प्रचारित किया गया है, जो पिछले शुक्रवार को असीसी की यात्रा के दौरान संत पापा द्वारा भाईचारे के लिए अपील की प्रतिक्रिया के रूप में है। इसे फ्रतेल्लो संगठन के फेसबुक पेज पर दुनिया भर की प्रशंसापत्रों के साथ साझा किया गया था।

संत पापा ने कहा कि वे उनके और उनके द्वारा किए जाने वाले काम के बहुत करीब हैं। उन्होंने कई कठिन परिस्थितियों को स्वीकार किया, जैसा कि असीसी में शुक्रवार को जेलों, झुग्गी बस्तियों, युद्धों, परित्याग या अलगाव में पीड़ित लोगों के बारे में दी गई गवाही में सुना था। वे हर दिन असुरक्षा का सामना करते थे, वे यह नहीं जानते थे कि उन्हें भोजन मिलेगा या वे कहाँ सोएंगे।

उसने प्रार्थना की कि माता मरियम, जिसने पूरी तरह से पवित्र आत्मा का स्वागत किया, हमें शांति दे और "अपने कोमलता के महान आंचल तले हमारी रक्षा करे।"

संत पापा ने उन्हें सुसमाचार साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि दूसरों, गरीबों, परित्यक्तों, बीमारों और जीवन से हताश लोगों की मदद करने और प्रेम के सुसमाचार को साझा करने के लिए येसु को उनकी आवश्यकता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हम सभी को अलग-अलग तरीकों से खुद को गरीब के रूप में पहचानना चाहिए क्योंकि हम सभी को अपने खालीपन को भरने के लिए ईश्वर के प्रेम की आवश्यकता है। "ईश्वर हमें दीन बनने में मदद करें, ताकि वे हम में महान हो सकें!"

उन्होंने हमारे सभी भाई-बहनों के साथ एकजुटता के लिए सुसमाचार के आदेश को याद किया: "जो आपने इनमें से किसी एक के लिए किया, आपने मेरे लिए किया" और जो कोई इस बालक को, इस कंगाल को, मेरे नाम से ग्रहण करता है, वह मेरा स्वागत करता है। संत पापा ने कहा, "इसीलिए हम कहते हैं कि गरीब कलीसिया के खजाने हैं।"

अंत में, संत पापा ने उन सभी ख्रीस्तियों के नाम पर क्षमा मांगी, जिन्होंने गरीबों को चोट पहुंचाई, उनकी उपेक्षा की या उन्हें अपमानित किया। उन्होंने हमें याद दिलाया कि प्रत्येक पुरुष और महिला ईश्वर का मंदिर है और कलीसिया का खजाना है। गरीब हमारे गिरजाघरों के दरवाजे पर नहीं हैं, बल्कि हमारी कलीसिया के दिल में हैं, क्योंकि वे ईश्वर के खजाने हैं और उनमें छिपे हुए संत हैं। संत पापा ने उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे अपने हृदय को ईश्वर के प्रेम के लिए खोल दें ताकि वे संसार में उनके प्रेम के सच्चे गवाह बन सकें।

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15 November 2021, 15:18