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"ओ फात्तो क्रिस्तियानो इल पापा" (मैंने संत पापा को ख्रीस्तीय बनाया) पुस्तक "ओ फात्तो क्रिस्तियानो इल पापा" (मैंने संत पापा को ख्रीस्तीय बनाया) पुस्तक 

संत पापा फ्राँसिस को बपतिस्मा देने वाले पुरोहित की यादें

वाटिकन न्यूज ने 1936 में ब्यूनस आयर्स में जॉर्ज मारियो बेर्गोलियो (वर्तमान संत पापा फ्राँसिस) को बपतिस्मा देने वाले और नवशिष्यालय तक उनका साथ देने वाले सलेसियन मिशनरी पुरोहित एनरिको पॉज़ोली की जीवनी, "ओ फात्तो क्रिस्तियानो इल पापा" (मैंने संत पापा को ख्रीस्तीय बनाया) पुस्तक की प्रस्तावना के अंश प्रस्तुत किया है। फेरुशो पल्लावेरा की नई किताब अगले कुछ दिनों में विभिन्न इतालवी शहरों में प्रस्तुत की जाएगी, जिसका पहला आयोजन 10 नवंबर को आस्ती शहर के सेमिनरी में होगा।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, सोमवार 8 नवम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : फेरुशो पल्लावेरा की नई किताब "ओ फात्तो क्रिस्तियानो इल पापा" पुस्तक के लिए संत पापा फ्राँसिस द्वारा लिखी प्रस्तावना के कुछ अंश निम्नलिखित हैं।

उन्हें [फादर एनरिको पॉज़ोली] उन सभी लोगों द्वारा बुलाया गया था जिन्हें एक विशेष समस्या थी, इस विश्वास के साथ कि वह मदद करने के लिए कुछ भी करेंगे। सलाह की जरूरत पड़ने पर लोगों ने फादर पॉज़ोली से मुलाकात की।

फादर पॉज़ोली को वास्तविकता का आभास था और जब कभी कुछ असामान्य हो जाता था, तो उनके पास खुद को व्यक्त करने का एक विशेष तरीका रहता था। वे अपना हाथ अपने सिर पर लाता और अपनी पांच अंगुलियों से यह कहते हुए खुजलाते, "कैनास्टोस...!" यह उनकी अधीरता का एकमात्र इशारा था। वे महान सामान्य ज्ञान वाले व्यक्ति थे, जो उन्होंने लोगों को दी जाने वाली सलाह में साफ झलकती थी। इसी वजह से सभी ने उनकी काफी तारीफ भी की थी।

उन्होंने पापस्वीकार पीठिका में घंटों बिताया और वर्षों से ब्यूनस आयर्स और आसपास के सभी सलेसियन समुदायों के लिए एक संदर्भ बिंदु बन गये थे। उन्होंने कई धर्मप्रांतों के पुरोहितों के साथ पापस्वीकार पीठिका में भी ऐसा ही किया। वे समय-समय पर ख्रीस्तियों की सहायिका मरियम की धर्मबहनों के पास पापमोचन संस्कार देने जाया करते थे। वास्तव में वे एक महान पापमोचक थे।

[एक पुरोहित बनने का फैसला करने के बाद, जॉर्ज मारियो बर्गोलियो ने सबसे पहले 1955 में अपने पिता को सेमिनरी में प्रवेश करने के अपने फैसले के बारे में बताया]। मुझे पता था कि वह मुझे मेरी मां से ज्यादा समझेंगे। वास्तव में, वे  तुरंत उत्साहित हो गये। मेरी मां की ऐसी प्रतिक्रिया नहीं थी। उसने मुझसे कहा कि मुझे यह निर्णय लेने से पहले  फिर से गहन चिंतन करना होगा, कि मेरे लिए स्नातक और विश्वविद्यालय खत्म करना बेहतर होगा।

[दो साल बाद, बेर्गोलियो को एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या हुई] अगस्त 1957 की बात है। मुझे अपने दाहिने फेफड़े में मरोड़ महसूस होने लगी। दर्द बंद नहीं हुआ। मेरा स्वास्थ्य गिर गया, वे मुझे तत्काल अस्पताल ले गए, मैं बहुत कमजोर था, इस हद तक कि मैं खड़ा नहीं हो सका और उन्होंने मुझे एक स्ट्रेचर पर डाल दिया।" [वह फेफड़ों के संक्रमण से मरने के खतरे में था और डॉक्टर ने उसके दाहिने फेफड़े के ऊपरी हिस्से को हटा दिया]।

[जब बेर्गोलियो ने एक सलेसियन फादर पॉज़ोली से कहा कि वह एक जेसुइट बनने की इच्छा रखता है], फादर पॉज़ोली ने मेरे निर्णय को साझा किया और यह प्रस्ताव नहीं दिया कि मैं जेसुइट धर्मसमाज के बजाय सलेसियन में शामिल हो जाऊं। उन्होंने हमेशा मेरी पसंद का सम्मान किया, वे उस तरह का पुरोहित नहीं थे जिसने मतभेद किया हो। उसने पूछताछ की और मुझे बताया कि मार्च में जेसुइट मुझे अपने सेमिनरी में स्वीकार करेंगे। यह नवंबर का महिना था। उन्होंने कहा कि मेरे लिए उन चार महीनों के लिए घर पर रहना समीचीन नहीं था। मुझे शारीरिक रूप से ठीक होने की भी जरूरत थी क्योंकि मैंने जो ऑपरेशन किया था वह बहुत गंभीर था। इसलिए, उन्होंने ब्यूनस आयर्स में अपने  सलेसियन वरिष्ठ से संपर्क किया और उनसे मेरी स्थिति के बारे में बताया।

विश्वास के शिक्षक डॉन एनरिको पॉज़ोली की जीवनी, फेरुशो पल्लावेरा द्वारा लिखित और लाइब्रेरिया एदित्रिचे वाटिकाना द्वारा प्रकाशित, 10 नवंबर को शाम 6 बजे, धर्माध्यक्ष मार्को प्रस्तारो की उपस्थिति में आस्ती में प्रस्तुत की जाएगी। दूसरा कार्यक्रम रोम में 12 नवंबर को परमधर्मपीठीय उर्बानियाना विश्वविद्यालय में शाम 6.30 बजे आयोजित किया जाएगा। समारोह में लोकधर्मियों के सुसमाचार प्रचार हेतु बने धर्मसंघ के प्रीफेक्ट कार्डिनल लुइस अंतोनियो टागले के साथ, रक्षा मंत्री लोरेंजो गुएरिनी सलेसियन मेजर सेमिनरी के रेक्टर फादर एंजेल फर्नांडीज आर्टिम के उपस्थित होने की उम्मीद है। 14 नवंबर को लोम्बार्डी में सेना लोदिजाना पल्ली में अपराह्न 3 बजे, पूर्वी रीति की कलीसियाओं के प्रीफेक्ट कार्डिनल लियोनार्डो सांद्री की उपस्थिति में प्रस्तुत किया जाएगा।  अंतिम प्रस्तुति दो दिन बाद लोदी में धर्माध्यक्ष निवास भवन में रात 8.45 बजे शहर के धर्माध्यक्ष, मारिज़ियो मालवेस्तीति और लोस्सर्वतोरे रोमानो के निदेशक, अंड्रिया मोंदा की उपस्थिति में होगी।

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08 November 2021, 14:34