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संत पेत्रुस महागिरजाघऱ के प्रांगण में  देवदूत प्रार्थना के लिए एकत्रित विश्वासी समुदाय संत पेत्रुस महागिरजाघऱ के प्रांगण में देवदूत प्रार्थना के लिए एकत्रित विश्वासी समुदाय 

पोप ने हैती, वियतनाम व सिसिली में बाढ़ पीड़ितों के लिए प्रार्थना की

संत पापा फ्राँसिस ने वियतनाम और इटली के सिसिली द्वीप में बाढ़ से प्रभावित लोगों के प्रति अपनी निकटता व्यक्त की। हैती में नागरिक अधिकारियों से लोगों को गिरोह से संबंधित हिंसा से बचाने का आग्रह किया। संत पापा की उम्मीद है कि कोप 26 जलवायु परिवर्तन के प्रभावी समाधान का उत्पादन करेगा।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 1 नवम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में तीर्थयात्रियों के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के बाद संत पापा फ्राँसिस ने विश्व में धट रही वर्तमान घटनाओं को याद करते उनसे प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना की अपील की। उनकी पहली अपील वियतनाम में बाढ़ प्रभावित आबादी के लिए थी, जहां कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई है और 7,000 से अधिक लोगों कोप्रभावित क्षेत्र से बाहर निकाला गया है।

बाढ़ पीड़ितों के लिए प्रार्थना

संत पापा ने कहा, "मेरे विचार और प्रार्थनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं, साथ ही नागर अधिकारियों और स्थानीय कलीसिया के लिए मेरा प्रोत्साहन है जो इस आपात स्थिति से निपटने के लिए काम कर रहे हैं।" मध्य वियतनाम में बाढ़ उष्णकटिबंधीय अवसाद "निवेश" से शुरू हुई थी जो दक्षिणपूर्व एशियाई राष्ट्र में चली गई थी।

संत पापा फ्राँसिस ने दक्षिणी इतालवी द्वीप सिसिली के लोगों के साथ अपनी निकटता भी व्यक्त की, जहां पिछले एक सप्ताह से लोगों ने खराब मौसम का सामना किया है। एक भूमध्यसागरीय तूफान - सिसिली के पूर्वी हिस्से से होकर गुजरा, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई।

हैती को न छोड़ें

संत पापा ने तब हैती लोगों को याद किया, जो "बहुत ही दयनीय स्थिति में रह रहे हैं।" संत पापा ने कहा, "मैं विभिन्न देशों के अधिकारियों से इस देश की मदद करने और उन्हें अकेला नहीं छोड़ने की अपील करता हूं," उन्होंने प्रांगण में उपस्थित सभी विश्वासियों से हैती के लोगों के लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया। "आइए हम उन्हें न छोड़ें," संत पापा ने दोहराया। राष्ट्रपति जोवेनेल मोइस की हत्या के बाद हाल के महीनों में हिंसा और गिरोह से संबंधित गतिविधियां नियंत्रण से बाहर हो गई हैं। हाल ही में, राजधानी पोर्ट-औ-प्रिंस में एक शक्तिशाली गिरोह द्वारा 17 ईसाई मिशनरियों का अपहरण कर लिया गया है, जो 17 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फिरौती मांग रहा है। उनकी रिहाई के लिए बातचीत जारी है।

कोप 26: धरती और गरीबों की पुकार सुनें

संत पापा फ्राँसिस ने ग्लासगो में रविवार शाम को हो रहे कोप 26 जलवायु शिखर सम्मेलन के उद्घाटन को भी याद किया। जलवायु परिवर्तन से निपटने और ग्लोबल वार्मिंग को सीमित करने के प्रयासों को शुरू करने के लिए 30,000 से अधिक कार्यकर्ता, राजनीतिक नेता, पत्रकार और अन्य लोग ग्लासगो शहर में एकत्रित हो रहे हैं।

संत पापा ने कहा, "आइए, हम प्रार्थना करें कि पृथ्वी की पुकार और गरीबों की पुकार सुनी जाए।" "यह सम्मेलन प्रभावी प्रतिक्रिया दे, भावी पीढ़ियों को ठोस आशा प्रदान करे।" इसके बाद उन्होंने एक लौदातो सी-थीम वाली फोटोग्राफिक प्रदर्शनी का उल्लेख किया जो रविवार को संत पेत्रुस प्रांगण में रखी गई है और मूल रूप से बांग्लादेश के एक फोटोग्राफर के काम को प्रदर्शित करती है।

स्पेनिश के नए धन्य 'याजकों के लिए मॉडल'

अंत में, संत पापा ने उन चार नए धन्यों को याद किया जिन्हें शनिवार को स्पेन के टोर्टोसा शहर में धन्य घोषित किया गया था। उन्होंने कहा कि फ्रांसिस्को केस्टर सोजो लोपेज़, मिलन गार्डे सेरानो, मानुएल गैलसेरा विडेलेट और फादर एक्विलिनो स्पेन गृहयुद्ध के दौरान विश्वास के कारण मारे गए थे। संत पापा फ्राँसिस ने कहा, "1930 के दशक के धार्मिक उत्पीड़न के दौरान, वे अपनी जान जोखिम में डालकर भी अपने प्रेरिताई के प्रति वफादार रहे। उनकी गवाही विशेष रूप से पुरोहितों के लिए एक आदर्श है।"

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01 November 2021, 14:48