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रोम के युवाओं के साथ संत पापा फ्राँसिस रोम के युवाओं के साथ संत पापा फ्राँसिस 

संत पापा ने युवाओं को कलीसिया के नायक बनने का प्रोत्साहन दिया

ख्रीस्त राजा महापर्व के दिन जब स्थानीय कलीसियाओं में विश्व युवा दिवस पहली बार मनाया गया, संत पापा ने विश्वभर के युवाओं का अभिवादन किया। उन्होंने उन्हें प्रोत्साहन दिया कि वे कलीसिया में सहज महसूस करें और इसके मुख्यपात्र बनते हुए कलीसिया को इसके मिशन तथा लोगों एवं समुदायों में सुसमाचार प्रचार में अपना योगदान दें।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

देवदूत प्रार्थना के उपरांत युवाओं की याद करते हुए संत पापा ने कहा, "आज पहली बार ख्रीस्त राजा महापर्व के स्थानीय कलीसियाओं में विश्व युवा दिवस मनाया जा रहा है। यही कारण है कि मेरे अगल-बगल में रोम के दो युवा उपस्थित हैं वे रोम के सभी युवाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। मैं हमारे धर्मप्रांत के सभी युवक-युवतियों का हार्दिक अभिवादन करता हूँ और आशा करता हूँ कि विश्व के सभी युवा अपने आपको कलीसिया के जीवित अंग, मिशन के मुख्यपात्र के रूप में महसूस करें। संत पापा ने उन्हें बतलाया कि शासन करने का अर्थ है सेवा।"  

विश्व मत्स्य पालन दिवस

तत्पश्चात् संत पापा ने विश्व मत्स्य पालन दिवस की याद करते हुए सभी मछुआरों का अभिवादन किया उन्होंने उन सभी के लिए प्रार्थना की जो कठिन परिस्थिति में जीते हैं या दुर्भाग्य से जबरन मजदूरी के शिकार हैं। उन्होंने कहा, "मैं स्तेल्ला मारिस के पुरोहितों एवं स्वंयसेवकों को प्रोत्साहन देता हूँ कि वे इन लोगों और इनके परिवारों के लिए अपनी प्रेरितिक सेवा जारी रखें।"

संत पापा ने सड़क दुर्घटना के शिकार लोगों की भी याद की एवं उनके लिए प्रार्थना की तथा सभी को सड़क दुर्घटना को दूर करने में सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने हथियार व्यापार को रोकने हेतु संयुक्त राष्ट्र के प्रयास को बढ़ावा दिया।

धन्य फादर जोवानी फ्राँचेस्को माका

नये धन्य की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए संत पापा ने कहा, "कल पोलैंड के कतोविच में फादर जोवानी फ्राँचेस्को माका की धन्य घोषणा हुई जो कलीसिया के खिलाफ नाजी के अत्याचार के दौरान विश्वास के प्रति घृणा के कारण 1942 में मार डाले गये थे। कैदखाने के अंधेरे में उन्होंने ईश्वर में उस परीक्षा का सामना करने की शक्ति और नम्रता प्राप्त की। उनकी शहादत आशा एवं शांति का एक फलप्रद बीज बने। तब उन्होंने ताली बजाकर उन्हें सम्मानित किया।"

उसके बाद संत पापा ने रोम के विश्वासियों एवं विभिन्न देशों से आये सभी तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया। और अंत में अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए उन्होंने सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित कीं।      

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21 November 2021, 16:17