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वाटिकन के प्रेरितिक पुस्तकालय में नया स्थायी प्रदर्शनी क्षेत्र का उद्घाटन करते संत पापा फ्रांसिस वाटिकन के प्रेरितिक पुस्तकालय में नया स्थायी प्रदर्शनी क्षेत्र का उद्घाटन करते संत पापा फ्रांसिस 

नई प्रेरितिक लाइब्रेरी प्रदर्शनी स्थल में सुंदरता का प्रदर्शन

संत पापा फ्राँसिस ने 5 नवम्बर को वाटिकन के प्रेरितिक पुस्तकालय का दौरा किया जहाँ उन्होंने एक नया स्थायी प्रदर्शनी क्षेत्र का उद्घाटन किया तथा कलीसिया से अपील की कि वह सौंदार्य एवं संस्कृति के महत्व का साक्षी बने।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 6 नवम्बर 2021 (रेई)- प्रेरितिक लाईब्रेरी पहली बार समकालीन कला की अस्थायी प्रदर्शनियों के लिए समर्पित स्थान के साथ सार्वजनिक रूप से खुलेगी। पोप फ्राँसिस ने नये प्रदर्शनी स्थल का उद्घाटन शुक्रवार को किया, जो अमेरिकी उद्यमी और परोपकारी किर्क केरकोरियन के उत्तराधिकारियों द्वारा वित्तपोषित है।

सुन्दरता आत्मा का स्पर्श करता

उद्घाटन समारोह के प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए संत पापा ने प्रकाश डाला कि कलीसिया सुन्दरता और संस्कृति के महत्व का साक्ष्य दे सकती है।

उन्होंने कहा, "सुन्दरता एक दिखावट या एक आभूषण का क्षणभंगुर भ्रम नहीं है बल्कि यह अच्छाई, सच्चाई और न्याय की जड़ से उत्पन्न होता है जो इसके पर्यायवाची शब्द हैं।"

संत पापा ने कहा कि मानव व्यक्ति को रोटी और संस्कृति दोनों की आवश्यकता है जो आत्मा को छू लेता है और "जो मानव व्यक्ति को हमारे बीच सबसे प्रतिष्ठित रूप में प्रस्तुत करता है।"  

उन्होंने प्रेरितिक लाईब्रेरी विभाग को प्रोत्साहन दिया कि वे अतीत की रक्षा करें, साथ ही ख्रीस्तीय इतिहास को नई भाषाओं में अनुवाद करें।

मानवता अपने रास्ते पर

लाईब्रेरी में दौरा करने के दौरान संत पापा ने इताली कलाकार पिएत्रो रूफो द्वारा एक विशिष्ट प्रदर्शनी स्थान का दर्शन किया।

प्रदर्शनी का शीर्षक है "प्रत्येकजन ˸ मानवता अपने रास्ते पर"। यह संत पापा फ्रांसिस के प्रेरितिक विश्व पत्र "फ्रातेल्ली तूत्ती" की याद दिलाती है।  

पुस्तकालय, ऐतिहासिक कलाकृतियों के माध्यम से एक यात्रा प्रदान करता है, जिसमें चार्ट और एवलिया सेलेबी द्वारा बनाए गए नील नदी का 6 मीटर लंबा 17वीं शताब्दी का नक्शा शामिल है, जो रूफो द्वारा बनाए गए यूटोपिक और प्रतीकात्मक मानचित्रों से अंत होता है।

मानव इतिहास एवं सपनों के द्वारा यात्रा

नये प्रदर्शनी स्थल की देखरेख करनेवाले डॉन जाकोमो कार्डिनाली ने बतलाया कि प्रदर्शनी "गैर-भौगोलिक कार्टोग्राफी" का पता लगाता है।

उन्होंने कहा, "मानवता के इतिहास के द्वारा लोगों ने मानचित्र की प्रतिनिधि शक्ति का प्रयोग किया है न केवल पृथ्वी की चीजों की व्याख्या करने के लिए बल्कि हमारी अपनी आंतरिक, आदर्श, यात्रा, खोज और विश्वास के लिए भी।"  

रूफो ने एक ऐसी प्रदर्शनी तैयार की है जो दर्शकों को "रूपक, धार्मिक, व्यंग्यपूर्ण और भावुक नक्शे, साथ ही मानवता के सपनों और निराशा की भावना और विरोध के नक्शे को प्रस्तुत किया है।"

अपने सम्बोधन में संत पापा ने गौर किया कि मानवता को नये मानचित्र की जरूरत है ताकि भाईचारा, सामाजिक मित्रता और आमहित खोजा जा सके।"

संत पापा ने कहा, "एक बंद मानसिकता, बाँझपन और अनिश्चितता से भरी होती है। हमें एक नई सुन्दरता की जरूरत है जो कुछ चुने हुए लोगों की शक्ति का सामान्य प्रतिबिंब नहीं है बल्कि सभी लोगों की पृथकता का दृढ़ पच्चीकारी है।"

अस्थायी प्रदर्शनी 25 फरवरी 2022 तक मंगलवार और बुधवार दिन 4 से 6 बजे शाम को सभी लोगों के लिए खुली रहेगी। प्रवेश टिकट प्रेरितिक लाईब्रेरी के वेबसाईट पर उपलब्ध है।

मुलाकात की संस्कृति के लिए स्थान

प्रेरितिक लाईब्रेरी के पुरालेखपाल कार्डिनल जोश तोलेनतिनो दी मेनडोंका के अनुसार नया प्रदर्शनी स्थल मुलाकात की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए है।

कार्डिनल ने कहा कि यह एक ऐसा स्थान है जहाँ किताबें पाठकों से मिलती हैं ताकि नये रास्ते की खोज की जा सके, जहाँ ज्ञान को स्मृति के रूप में रखी जाती है जो आधुनिक जीवन द्वारा पूछे गये सवालों का सामना कर सकता है तथा इतिहास वर्तमान से मिलता और नये दृष्टिकोण को खोलता है न केवल हम जो थे, बल्कि इस पर भी कि हम क्या बन सकते हैं।”

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06 November 2021, 15:15