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बेलारुस और पोलैंड की सीमा पर  प्रवासी  ट्रांसपोर्ट सेटर में आश्रय लिये हुए बेलारुस और पोलैंड की सीमा पर प्रवासी ट्रांसपोर्ट सेटर में आश्रय लिये हुए 

संत पापा ने सभी प्रवासियों के लिए प्रार्थना की

संत पापा फ्राँसिस उन हजारों प्रवासियों के लिए प्रार्थना करते हैं जो हर दिन अपनी जान जोखिम में डालकर बेहतर जीवन की तलाश में यात्रा पर निकलते हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 29 नवम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में रविवार को देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के बाद, संत पापा फ्राँसिस ने हजारों प्रवासियों को याद किया, जो एक बेहतर जीवन की तलाश में अपनी यात्रा शुरू करते हैं तथा अपने जीवन को जोखिम में डालते हैं और अक्सर खो देते हैं।

संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में एकत्रित तीर्थयात्रियों को संबोधित करते हुए, संत पापा ने कहा कि कितने प्रवासी "बहुत गंभीर खतरों" के संपर्क में हैं और कितनों ने हमारी सीमाओं पर अपनी जान गंवा दी है। "मैं उस स्थिति की खबर पर दुख महसूस करता हूँ जिसमें बहुत से प्रवासी लोग खुद को पाते हैं।"

संत पापा फ्राँसिस ने विशेष रूप से, इंग्लिश चैनल में पिछले सप्ताह हुई त्रासदी का उल्लेख किया। बुधवार को इंग्लिश चैनल को पार करते हुए कैलिस के तट पर कम से कम 27 प्रवासियों की मौत हई। पीड़ितों में एक गर्भवती महिला, तीन बच्चे शामिल थे। वे हवा भरी छोटी नावों से इंग्लैंड पहुंचने की कोशिश कर रहे प्रवासी शामिल थे।

संत पापा ने  बेलारूस की सीमाओं पर यूरोप प्रवेश करने वाले प्रवासियों को भी याद किया, उनमें से कई बच्चे हैं।

उन्होंने कई प्रवासियों का भी उल्लेख किया, जो भूमध्य सागर को पार करने के प्रयास में उत्तरी अफ्रीका में वापस लाए जाते हैं। संत पापा ने कहा, "तस्करों द्वारा उनपर कब्जा कर लिया जाता है, जो उन्हें दास में बदल देते हैं: वे महिलाओं को बेचते हैं, पुरुषों को प्रताड़ित करते हैं।"

संत पापा ने उन सभी लोगों के लिए प्रार्थना की, जिन्होंने इस सप्ताह भी, "भूमध्यसागर को पार करने की कोशिश की है, जो बेहतर की भूमि की तलाश कर रहे हैं लेकिन अनेकों की मौत हो रही है। संत पापा ने उन सभी प्रवासियों के प्रति अपनी निकटता और हृदय से अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन दिया, संत पापा ने कहा, "आइए, हम प्रवासियों के बारे में, उनकी पीड़ा के बारे में सोचें, और आइए हम मौन होकर उनके लिए प्रार्थना करें।"

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29 November 2021, 14:56