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ऑरियंटल कलीसिया के लिए गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल लेओनार्दो सांद्री ऑरियंटल कलीसिया के लिए गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल लेओनार्दो सांद्री  

पोप सीरिया की कलीसिया के लिए 170,000 डॉलर दान करेंगे

सीरिया के धर्माध्यक्षों से दमिश्क में मुलाकात कर कार्डिनल लेओनार्दो सांद्री ने घोषित किया है कि देश के सबसे जरूरतमंद लोगों की मदद हेतु संत पापा उनके उदार कार्यों को समर्थन देंगे।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

सीरिया, बृहस्पतिवार, 28 अक्टूबर 2021 (वीएनएस)- सीरिया में अपनी यात्रा के प्रथम दिन, ऑरियंटल कलीसिया के लिए गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल लेओनार्दो सांद्री ने प्राधिधर्माध्यक्ष यूसेफ अबसी एवं 100 युवाओं के साथ दिव्य उपासना का संचालन किया।

ऑरियंटल कलीसिया के लिए गठित परमधर्मठीय धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल लेओनार्दो सांद्री ने घोषित किया है कि संत पापा फ्राँसिस सीरियाई कलीसिया को देश के सबसे जरूरतमंद लोगों के लिए उदार कार्यों में मदद देने हेतु 170,000 डॉलर प्रदान करेंगे। घोषणा 26 अक्टूबर को सीरिया की नौ दिवसीय यात्रा के शुरू में की गई।  

दमिश्क में सीरिया के धर्माध्यक्षों को सम्बोधित करते हुए कार्डिनल सांद्री ने कहा कि फंड का वितरण विभाग के 17 सीरियाई कलीसियाई परिसीमाओं में किया जाएगा। उनका प्रबंधन धर्माध्यक्षों द्वारा उनके संबंधित धर्मप्रांतों और अधिवेशन में सबसे जरूरतमंद लोगों को जरूरतों के अनुसार किया जाएगा।  

मार्च 2022 में विशेष सम्मेलन का आयोजन

कार्डिनल सांद्री ने कहा कि धर्मसंघ मार्च 2022 में एक विशेष सभा का आयोजन करेगा जिसमें धर्माध्यक्ष, पुरोहित, धर्मसंघी, लोकधर्मी और स्थानीय उदार संगठन, वाटिकन के प्रासंगिक विभाग के प्रतिनिधि एवं ऑरियंटल कलीसिया के लिए सहायता एजेंसी (रोको) के प्रतिनिधि एक साथ जमा होंगे। सम्मेलन में सीरिया के सभी परोपकारी परियोजनाओं एवं प्रयासों का व्यौरा तैयार किया जाएगा।

संत पापा की सीरिया के प्रति एकात्मता एवं सामीप्य  

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कार्डिनल सांद्री ने प्राधिधर्माध्यक्ष, धर्माध्यक्षों और कार्डिनल जेनारी को, सीरिया के पीड़ित लोगों के प्रति उनके साहसिक समर्थन एवं उनकी दुर्दशा की ओर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकृष्ट करने हेतु उनके अथक प्रयास के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने सीरिया के लोगों और कलीसिया को पोप फ्राँसिस का सामीप्य प्रदान किया तथा शांति, न्याय एवं कानून के शासन की पुनः स्थापना हेतु उनके अह्वान की याद की। परमधर्मपीठ ने कोविड-19 संकट से जूझने के लिए भी मदद पहुँचायी थी।  

सीरिया में सिनॉडल प्रक्रिया

सीरियाई धर्माध्यक्षीय सभा का एक अन्य आकर्षण, सीरिया के विशेष राजनीतिक और कलीसियाई संदर्भ में धर्मसभा प्रक्रिया थी, जहां पूर्वी रीति की कलीसियाएँ प्रमुख हैं। इस संबंध में कार्डिनल सांद्री ने याद किया कि सार्वभौमिक कलीसिया के लिए पोप फ्रांसिस द्वारा परिकल्पित धर्मसभा पूर्वी कलीसियाओं को नियंत्रित करनेवाली मौजूदा धर्मसभा संरचनाओं से परे है। उन्होंने कहा कि संत पापा चाहते हैं कि पूरी कलीसिया पवित्र आत्मा से संचालित होकर आत्मपरख, शुद्धिकरण एवं नवीनीकरण के रास्ते पर आगे बढ़े। सभी स्थानीय कलीसियाएँ चाहे वे पूर्वी रीति की हों अथवा लातीनी, सभी को 2023 के सिनॉड के लिए अपने समुदायों को सहभागी बनाना है।  

काथलिक युवा "प्रेम की क्रांति" का नेतृत्व करें

कार्डिनल सांद्री ने सभा के उपरांत करीब 100 युवा काथलिकों से मुलाकात की जो सीरिया की वर्तमान स्थिति और देश के भविष्य के साथ अपने दुःख एवं चिंता साझा करते हैं। दो घंटे की इस मुलाकात में उन्होंने प्रतिभागियों को प्रोत्साहन दिया कि वे "मानव प्रतिष्ठा पर प्रेम की क्रांति" पर सिनॉड प्रक्रिया में आवाजों को सुनने में मदद दें जो येसु के सुसमाचार पर आधारित है तथा संत पापा की धर्मशिक्षा से प्रेरित है खासकर, प्रेरितिक पत्र फ्रातेल्ली तूत्ती के द्वारा।

कार्डिनल सांद्री की यात्रा 3 नवम्बर तक जारी रहेगी। दमिश्क की यात्रा के बाद वे तारतोस, हॉम्स, अलेप्पो, याब्रूड और मालैदा की भी यात्रा करेंगे।  

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28 October 2021, 16:51