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फ्रांस के चार धर्माध्यक्षों के साथ मौन प्रार्थना में संत पापा फ्राँसिस फ्रांस के चार धर्माध्यक्षों के साथ मौन प्रार्थना में संत पापा फ्राँसिस 

फ्रांस में दुर्व्यवहार:मेरे और आपके लिए शर्मनाक है, संत पापा

संत पापा फ्राँसिस ने बुधवारीय आमदर्शन में उपस्थित फ्रांसीसी-भाषी तीर्थयात्रियों का अभिनंदन करते हुए, फ्रांस की कलीसिया में "काफी संख्या" में पीडोफिलिया के पीड़ितों के प्रति अपनी व्यक्तिगत निकटता व्यक्त की, जो धर्माध्यक्षों और धर्मसंघियों द्वारा नियुक्त आयोग की कल की रिपोर्ट से सामने आई थी। संत पापा फ्राँसिस के शब्दों में, यह दुखभरी घटना है लेकिन हर संभव प्रयास करने के लिए प्रोत्साहन भी है ताकि ऐसी त्रासदी दोबारा न हो और कलीसिया एक सुरक्षित घर हो।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 6 अक्टूबर 2021 (वाटिकन न्यूज) : फ्रांस की कलीसिया में दुर्व्यवहार की "भयानक वास्तविकता" से संत पापा फ्राँसिस दिल की गहराई से दुखित हैं। आज आम दर्शन समारोह के दौरान, संत पापा फ्राँसिस ने फ्रांस की कलीसिया में यौन शोषण पर स्वतंत्र आयोग की रिपोर्ट को याद किया, जिस पर 1950 के बाद से नाबालिगों के खिलाफ यौन हिंसा की घटना का मूल्यांकन करने का आरोप लगाया गया था। फ्रांसीसी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन और फ्रांसीसी धर्मसंघीय पुरोहितों और धर्मबहनों के सम्मेलन द्वारा नियुक्त आयोग का दस्तावेज़ कल जारी किया गया। जिसके नाटकीय डेटा अनुसार 1950 और 2020 के बीच, कम से कम 216,000 पीड़ित थे और  करीब 2,900 से 3,200 पुरोहित और धर्मसंघी बाल यौन शोषण अपराधों में शामिल थे।

"प्रभु के लिए महिमा, हमारे लिए शर्म की बात है"

वाटिकन के संत पापा पॉल छठे सभागार में आमदर्शन के दौरान फ्रांसीसी-भाषी विश्वासियों का अभिवादन करते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने दुर्व्यवहार पीड़ितों और ट्रांसलपाइन कलीसिया को याद करते हुए कहा, “मैं पीड़ितों की पीड़ा जो उन्होंने झेला है, अपनी पीड़ा को व्यक्त करना चाहता हूँ और मेरे लिए शर्मनाक, हमारे लिए शर्म की बात है कि कलीसिया ने उन्हें अपनी चिंताओं के केंद्र में रखने में असमर्थता जताई। मैं सभी पीड़ितों को अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन देता हूँ। और मैं प्रार्थना करता हूँ और हम सब एक साथ प्रार्थना करते हैं: "हे महिमामय प्रभु, हमारे लिए शर्म की बात है": यह शर्मनाक समय है। मैं धर्माध्यक्षों और आप, प्रिय भाइयों, जो इस क्षण को साझा करने के लिए यहां आए हैं, प्रोत्साहित करता हूँ, मैं धर्माध्यक्षों और धर्मसंघी वरिष्ठों को सभी प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करता हूँ ताकि ऐसी त्रासदी दोबारा न हो। मैं इस मुकदमे की स्थिति में फ्रांस के पुरोहितों के प्रति निकटता और पिता तुल्य समर्थन व्यक्त करता हूँ, वास्तविकता का सामना कठिन है लेकिन यह स्वस्थ है और मैं फ्रांस के काथलिकों को यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को संभालने के लिए आमंत्रित करता हूँ कि कलीसिया सभी के लिए एक सुरक्षित घर बने।”

पीड़ितों के लिए दुख और उनके साहस के लिए आभार

वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशक, मत्तेओ ब्रूनी ने रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद कहा कि संत पापा फ्राँसिस हाल ही में वाटिकन में फ्रांसीसी धर्माध्यक्षों की "अद लिमिना" मुलाकात के दौरान "दुःख के साथ" एक स्वतंत्र आयोग के रिपोर्ट से अवगत हुए। पत्रकारों से बात करते हुए, ब्रूनी ने जोर देकर कहा कि संत पापा की सहानुभूति और प्रार्थनाएं "सबसे पहले पीड़ितों के लिए जाती हैं।" संत पापा फ्राँसिस "आपबीती घटना को बोलने के उनके साहस" और "फ्रांस की कलीसिया की ओर मुड़ने" के लिए उनके आभारी हैं, ताकि, इस भयावह वास्तविकता से अवगत हो सकें और अपने सबसे कमजोर लोगों की पीड़ा में प्रभु की पीड़ा को देख सकें। कलीसिया मुक्ति के मार्ग को अपना सके।

एक कदम आगे बढ़ने के लिए

कल प्रस्तुत की गई रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए, वाटिकन "जोसेफ रात्ज़िंगर फाउंडेशन" के अध्यक्ष फादर फेदरिको लोम्बार्डी ने वाटिकन न्यूज को इस जांच के एक महत्वपूर्ण पहलू को रेखांकित करते हुए कहा कि यह "फ्रांसीसी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन द्वारा अनुरोध किया गया था और अब एक गहन परीक्षा का प्रावधान है, ताकि न केवल यौन शोषण के खिलाफ परंतु सभी तरह के दुराचार के विरुध लड़ाई में एक नया योग्य कदम उठाया जा सके।" फादर लोम्बार्डी, 2019 में कलीसिया में नाबालिगों की सुरक्षा पर वाटिकन शिखर सम्मेलन के मॉडरेटर थे। उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि रिपोर्ट का प्रकाशन, "सूचना और प्रस्तावों की समृद्धि के साथ", "आगे बढ़ने का एक अनमोल कदम" है।

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06 अक्तूबर 2021, 15:25