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अंतर्राष्ट्रीय यूखरीस्तीय कांग्रेस 2020  बुडापेस्ट का प्रतीक अंतर्राष्ट्रीय यूखरीस्तीय कांग्रेस 2020 बुडापेस्ट का प्रतीक 

पोप ने बुडापेस्ट, स्लोवाकिया यात्रा हेतु की प्रार्थना की अपील

संत पापा फ्राँसिस अंतर्राष्ट्रीय यूखरीस्तीय कांग्रेस के समापन और स्लोवाकिया की 3 दिवसीय तीर्थयात्रा के लिए बुडापेस्ट की अपनी आगामी यात्रा की तैयारी पर हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 6 सितम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को देवदूत प्रार्थना के लिए संत पेत्रुस प्राँगण में उपस्थित लोगों से कहा कि वे अगले रविवार को बुडापेस्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं ताकि 52वें अंतर्राष्ट्रीय यूखरीस्तीय कांग्रेस का समापन पवित्र मिस्सा समारोह का अनुष्ठान करेंगे।

उन्होंने कहा, "मिस्सा के बाद, मेरी तीर्थयात्रा स्लोवाकिया में कुछ दिनों तक जारी रहेगी और अगले बुधवार को उस देश के संरक्षिका दुखों की माता मरियम के लोकप्रिय उत्सव के साथ समाप्त होगी।"

यूरोप के केंद्र में आराधना और प्रार्थना

संत पापा ने कहा, "ये दिन यूरोप के केंद्र में आराधना और प्रार्थना द्वारा चिह्नित होंगे।"

उन्होंने उन लोगों को बधाई दी और धन्यवाद दिया, जिन्होंने 12 से 15 सितंबर तक होने वाली तीर्थयात्रा की तैयारी की है, साथ ही उन लोगों को भी जो उनका इंतजार कर रहे हैं और जिनसे वे कहते हैं कि वे "पूरे दिल से" मिलना चाहते हैं।

बुडापेस्ट में अंतर्राष्ट्रीय यूखरीस्तीय कांग्रेस के समापन के साथ शुरू होने वाली प्रेरितिक यात्रा के कुछ मुख्य आकर्षण में ग्रीक काथलिक शहीदों की स्मृति में एक धर्मविधि समारोह और रोमा समुदाय के नेताओं के साथ एक बैठक शामिल है।

34वीं प्रेरितिक विदेश यात्रा

संत पापा की 34वीं प्रेरितिक विदेश यात्रा का विषय है "मरियम और जोसेफ के साथ येसु रास्ते पर।"

स्लोवाकिया में अपने प्रवास के दौरान, जहां वे राजधानी ब्रातिस्लावा में रहेंगे। वे पोलैंड, यूक्रेन और हंगरी के निकट पूर्वी सीमा पर स्लोवाकिया के दूसरे सबसे बड़े शहर कोसिसे की यात्रा करेंगे। अपनी यात्रा के अंतिम दिन, संत पापा फ्राँसिस देश के तीसरे -सबसे बड़े शहर त्रनवा क्षेत्र के सैतिन में होंगे, जहाँ 250 साल पहले माता मरियम को समर्पित राष्ट्रीय तीर्थ में धर्माध्यक्षों के साथ प्रार्थना का एक क्षण आयोजित किया जाएगा, जिसे "सात दुखों की माता मरियम" के रूप में जाना जाता है।

संत पापा ने कहा," इस तीर्थयात्रा में मैं सभी से प्रार्थना में मेरे साथ जुड़ने की अपील करता हूँ और मैं अपनी यात्राओं को विश्वास के कारण मारे गये कई वीर शहीदों को सौंपता हूँ, जिन्होंने उन जगहों पर शत्रुता और उत्पीड़न के बीच सुसमाचार की गवाही दी थी। संत पापा ने कहा कि आज भी यूरोप केवल शब्दों से नहीं, बल्कि सबसे बढ़कर कर्मों से, दया और आतिथ्य के कार्यों के साथ, प्रभु के सुसमाचार की गवाही देने में मदद करें, जो हमें प्यार करते हैं और हमें बचाते हैं।

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06 September 2021, 14:43