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संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस  

देवदूत प्रार्थना ˸ ख्रीस्तीय सहभागिता स्वागत पर स्थापित हो, विभाजन पर नहीं

संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को येसु के उस आह्वान पर चिंतन किया जिसमें वे दूसरों का न्याय नहीं करने बल्कि अपने आप के प्रति चौकस रहने हेतु प्रेरित किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, रविवार, 26 सितम्बर 2021 (रेई)- वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में रविवार 26 सितम्बर को उपस्थित विश्वासियों के साथ संत पापा फ्राँसिस ने देवदूत प्रार्थना का पाठ किया, जिसके पूर्व उन्होंने विश्वासियों को सम्बोधित कर कहा, अति प्रिय भाइयो एवं बहनो, सुप्रभात।

आज का सुसमाचार पाठ येसु एवं प्रेरित संत योहन के बीच एक संक्षेप वार्तालाप के बारे बतलाता है जो सभी शिष्यों के दल की ओर से बात करते हैं। उन्होंने एक व्यक्ति को येसु के नाम पर अपदूत निकालते देखा था। उन्होंने उसे रोका क्योंकि वह उनके दल का सदस्य नहीं था। ऐसी स्थिति में येसु ने निमंत्रण दिया कि वे अच्छे कार्य करनेवालों को न रोकें क्योंकि वे ईश्वर की योजना पूरी करने के लिए सहयोग देते हैं। (मार. 9,38-41) उसके बाद उन्होंने चेतावनी दी ˸ लोगों को भले और बुरे के रूप में बांटने के बदले, हम सभी अपने हृदय में चौकस रहने के लिए आमंत्रित किये जाते हैं ताकि हम बुराई के वश में हो जाएँ और दूसरों के लिए ठोकर का कारण न बनें।  

दल में विभाजित होने का प्रलोभन

संक्षेप में, येसु के शब्द एक प्रलोभन को प्रकट करते और आह्वान करते हैं। एक प्रलोभन और एक आह्वान। बंद होने का प्रलोभन। शिष्य एक अच्छे कार्य को रोकना चाहते थे क्योंकि यह कार्य एक ऐसे व्यक्ति द्वारा सम्पन्न किया जा रहा था जो उनके दल का नहीं था। वे सोचते हैं कि उन्हें येसु पर विशेष अधिकार है और कि स्वर्ग राज्य के लिए काम करने हेतु सिर्फ उन्हें अधिकार मिला है। इस तरह वे अपने आप को विशेषाधिकार प्राप्त व्यक्ति मानने लगे थे और दूसरों को बाहरी, इतना कि वे उनके विरोधी हो गये। संत पापा ने कहा, "निश्चय ही, हर प्रकार का बंद हमें उन लोगों से दूर रखता है जो हमारे समान नहीं सोचते। इसके बारे हम जानते हैं कि यह इतिहास में कई बड़ी बुराईयों की जड़ है। एक निरंकुशता है जो अक्सर तानाशाही और अलग-अलग लोगों के प्रति हिंसा पैदा की है।

विभाजन और शैतान

किन्तु हमें कलीसिया के बंद होने के बारे में भी विचार करना है। क्योंकि शैतान बांटता है – शैतान का यही अर्थ है कि वह विभाजित करता है - हमेशा बांटने और बहिष्कृत करने के लिए संदेह पैदा करता है। वह बड़ी चालाकी से प्रलोभन देता है और उसके बाद वही हो सकता है जैसा शिष्यों के साथ हुआ। उन्होंने उन लोगों को अलग करने की कोशिश की जिन्होंने अपदूत निकाला था। कई बार ऐसा हमारे साथ भी होता है, विनम्र और खुले समुदाय होने के बदले, हम उच्च वर्ग के होने का भाव व्यक्त करते हैं और दूसरों को दूर रखते हैं। सभी के साथ मिलकर चलने की कोशिश करने के बदले हम विश्वासी होने का लाईसेंस दिखाते हैं, "मैं विश्वासी हूँ – मैं काथलिक हूँ – मैं इस संघ का सदस्य हूँ, आदि... ताकि न्याय द्वारा बाहर किया जा सके।

किसी का न्याय करना विभाजन लाता

संत पापा ने कहा कि यह एक पाप है, न्याय करना और बहिष्कृत करने के लिए "विश्वासियों को लाइसेंस" दिखाना। आइये हम प्रार्थना करें कि न्याय करने और श्रेणीबद्ध करने से ऊपर उठ सकें। प्रभु हमें "घोंसला की मानसिकता" से बचायें। उन छोटे दलों में अपने आपको उत्साह से बंद करने के प्रलोभन से बचायें जो अपने आपको अच्छा मानते हैं ˸ पुरोहित अपने वफादार अनुयायियों के साथ, प्रेरितिक कार्यों में लगे लोग अपने आपमें बंद होते हैं ताकि किसी आंदोलन और संघ के कैरिज्म में कोई दूसरा न आ सके। बंद हो जाना, ख्रीस्तीय समुदाय को अलग कर देता है और एक साथ आने नहीं देता। पवित्र आत्मा बंद पसंद नहीं करते। वे खुलापन चाहते हैं, ऐसा समुदाय चाहते हैं जहां हरेक के लिए जगह हो।  

कट्टरपंथी छवि   

संत पापा ने कहा कि सुसमाचार में येसु आह्वान करते हैं कि हम "लोगों का न्याय करने के बदले, अपने आपके प्रति सावधान रहें। वास्तव में, खतरा है कि हम दूसरों के प्रति कड़े हो सकते हैं और अपने प्रति नरम। येसु हमसे कहते हैं कि हम बुराई में न पड़ें जिसके लिए येसु कहते हैं "यदि कोई चीज आपके लिए ठोकर का कारण बनता है तो उसे काट डालें। (43-48) यदि कोई चीज आपको दुःख देता है तो उसे काट डालें। येसु नहीं कहते कि यदि कोई चीज आपके लिए ठोकर का कारण बनता है तो रूकें, सोचें और उसमें सुधार लाने की कोशिश करें। वे कहते हैं, तुरन्त काट डालें। येसु इस बात में उग्र हैं, वे एक मांग कर रहे हैं किन्तु हमारी भलाई के लिए, एक अच्छे डॉक्टर की तरह। हर कटाव, हर छटाव बेहतर रूप में बढ़ने एवं प्रेम का फल लाने के लिए होता है। अतः आइये हम अपने आप से पूछें- मुझमें क्या चीज है जो सुसमाचार के प्रतिकूल है? ठोस रूप में येसु किस चीज को मेरे जीवन से काटना चाहते हैं?

हम धन्य कुँवारी मरियम से प्रार्थना करें कि वे हमें दूसरों का स्वागत करने एवं अपने आपमें चौकस रहने में मदद दें।

इतना कहने के बाद संत पापा ने भक्त समुदाय के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ किया तथा सभी को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

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26 September 2021, 16:24