माग्रेट सुनिता मिंज-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी,बुधवार 6 जनवरी 2021(वाटिकन न्यूज) : बुधवार को देवदूत प्रार्थना के बाद अपने अभिवादन में, संत पापा फ्राँसिस ने याद दिलाया कि पूर्वी राति की कलीसियाओं के ख्रीस्तीय 7 जनवरी को क्रिसमस मनाने की तैयारी कर रहे हैं।
संत पापा ने अपनी शुभकामनाएं भेजीं और सभी पूर्वी राति की कलीसियाओं के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा, "मैं मसीह के प्रकाश में, हमारी शांति और हमारी आशा में एक पवित्र क्रिसमस के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ।"
मिशनरी बाल दिवस
संत पापा फ्राँसिस ने यह भी कहा कि 6 जनवरी को मिशनरी बाल दिवस मनाया जाता है, जो इस तथ्य का जश्न मनाता है कि सभी ख्रीस्तीय, यहां तक कि बहुत युवा, बपतिस्मा के आधार पर मिशनरी हैं।
संत पोपा ने कहा कि दुनिया भर में कई बच्चे इस दिवस में भाग ले रहे हैं। "मैं उनमें से प्रत्येक को धन्यवाद देता हूँ, और मैं उन्हें प्रोत्साहित करता हूँ कि वे येसु की खुशी के गवाह बनें, जो हमेशा अपने साथियों के बीच भाईचारे को बनाए रखने की मांग करता है।"
मिशनरी बाल दिवस की स्थापना 1950 में संत पापा पियुस बारहवें द्वारा पवित्र बालकपन को समर्पित दिवस के रूप में की गई थी। पवित्र बालकपन की परमधर्मपीठीय संगठन के अनुसार, इस वर्ष के पुनरावृत्ति का विषय "साक्षी" है।
बुधवार को जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा गया, "बच्चे युवा मिशनरी शिष्य हैं जो घर में, स्कूल में और अपने दोसतों के बीच प्रार्थना और गवाही के माध्यम से सुसमाचार का प्रचार करते हैं। विशेष रूप से घर पर, बच्चे और माता-पिता मसीह की साक्षी देते हैं। "माता-पिता बच्चों के सामने अपने विश्वास को जीते हैं और बच्चे दूसरों के बारे में सोचने की इच्छा के माध्यम से अपने माता-पिता को गवाही देते हैं।"
तीन राजाओं का प्रदर्शन दिवस
अंत में, संत पापा फ्राँसिस ने पोलैंड के शहरों के साथ-साथ अन्य राष्ट्रों में विभिन्न तरीकों से आयोजित किए जा रहे तीन राजाओं का प्रदर्शन दिवस में भाग लेने वालों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इन प्रदर्शनों को "प्रचार और एकजुटता का कार्यक्रम" कहा।